नागालैंड में मोदी सरकार के विकास के दावे की कांग्रेस ने खोली पोल
- नेशनल हाईवे 29 की सड़क के गड्ढे दिखाकर गडकरी को भी घेरा
- भारत जोड़ो न्याय यात्रा का तीसरा दिन शुरू, लोगों में दिख रहा उत्साह
- भीड़ की हुजूम से पट रहीं गलियां, भाजपा बोली केवल झूठ फैलाया जा रहा है
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
कोहिमा। कांग्रेस नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में निकाली जा रही भारत जोड़ो न्याय यात्रा का 16 जनवरी को तीसरा दिन है। यात्रा के दौरान लोगों में उत्साह देखा जा रहा है। नागालैंड में कांग्रेस नेताओं के साथ लोगों का हुजूम बढ़ता जा रहा है। वहीं कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने राज्य की सड़कों के गड्ढे की वीडियो को दिखाकर मोदी सरकार के विकास के दावे की कलई भी खोली है।
यही नहीं उन्होंने 2015 में भारत सरकार और एनएससीएन-आईएम द्वारा हस्ताक्षरित एक मसौदा समझौते का ”कार्यान्वयन नहीं होने पर भी मोदी सरकार घेरा। उधर इन सब बातों पर बीजेपी ने कहा है सिर्फ झूठ फैलाया जा रहा है। यात्रा की तीसरे दिन राहुल गांधी द्वितीय विश्व युद्ध के स्मारक पर पुष्पांजलि भी अर्पित करेंगे। इसके अलावा हाई स्कूल जंक्शन पर राहुल गांधी सार्वजनिक बैठक को संबोधित करेंगे। बता दें कि नागालैंड में राहुल गांधी को पांच जिलों में जाना है जिसमें कोहिमा, त्सेमिन्यु, वोखा, जुन्हेबोटो और मोकोकचुंग शामिल है। इन सभी जिलों में राहुल गांधी को रैलियां निकालनी है। कांग्रेस की नगालैंड इकाई के कार्यकारी अध्यक्ष ख्रीदी थेनुओ ने बताया कि अपने प्रवास के दौरान राहुल गांधी नगा होहो सहित नगा आदिवासी संगठनों, नागरिक संस्थाओं और चर्च निकायों के साथ उनके मुद्दों और समस्याओं पर बंद कमरे में बैठकें करेंगे। ज्ञात हो कि मंगलवार की सुबह नागालैंड की राजधानी कोहिमा की विसवेमा इलाके से इस यात्रा की शुरुआत हुई है। सोमवार की शाम को राहुल गांधी नागालैंड पहुंचे थे। इसके बाद उन्होंने स्थानीय लोगों से मुलाकात की थी।
सड़कों के गड्ढे बता रहे बीजेपी सरकार ने क्या किया : जयराम
इस यात्रा के दौरान कांग्रेस नेता जय राम रमेश ने केंद्र सरकार को घेरते हुए निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि यह नेशनल हाईवे 29 है जिसकी हालत आपको दिख रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और परिवहन मंत्री नितिन गडकरी बहुत दावे करते हैं जो सच्चाई से उलट है। सड़कों पर सिर्फ गड्ढे हैं। कांग्रेस के प्रवक्ता ने बताया कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा सोमवार शाम नगालैंड पहुंची। राहुल गांधी अपनी पार्टी के सहयोगियों के साथ मणिपुर की सीमा से लगे कोहिमा जिले के खुजामा गांव पहुंचे। इस यात्रा को रविवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने मणिपुर के थौबल में हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था। राहुल गांधी और उनकी टीम का खुजामा में लोगों ने स्वागत किया। वह रात्रि विश्राम गांव में ही किया।
एनएससीएन-आईएम मसौदा समझौता अब भी अधर में, कांग्रेस करे मदद : नगा होहो
नगा जनजातीय समूहों के शीर्ष संगठन ‘नगा होहो’ के एक प्रतिनिधिमंडल ने यहां कांग्रेस नेता राहुल गांधी से मुलाकात की और उनसे 2015 में भारत सरकार और एनएससीएन-आईएम द्वारा हस्ताक्षरित एक मसौदा समझौते का ”कार्यान्वयन नहीं होने के मुद्दे को संसद में उठाने का आग्रह किया। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि विभिन्न राज्यों के नगा संगठनों का प्रतिनिधित्व करने वाले ‘नगा होहो के प्रतिनिधिमंडल ने सोमवार देर शाम नगालैंड के खुजामा मैदान में ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा शिविर स्थल पर गांधी से मुलाकात की। रमेश ने ‘एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि नगा समूह ने तीन अगस्त, 2015 को भारत सरकार और एनएससीएन-आईएम द्वारा हस्ताक्षरित मसौदा समझौते के ”गैर-कार्यान्वयन पर एक ज्ञापन सौंपा। कांग्रेस नेता ने कटाक्ष करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस समझौते को एक सफलता तथा समाधान बताया था और इसकी सराहना की थी।
मथुरा शाही ईदगाह के सर्वे पर सुप्रीम रोक
- हाईकोर्ट से मस्जिद पक्ष की याचिका सुनने को कहा
- 23 जनवरी को फिर होगी सुनवाई
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के मथुरा में शाही मस्जिद (विवादित परिसर) के सर्वे के आदेश पर मंगलवार (16 जनवरी, 2024) को सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगा दी है। मामले की सुनवाई के दौरान टॉप कोर्ट ने कहा कि हाईकोर्ट याचिकाओं के सुनवाई योग्य होने के खिलाफ मस्जिद पक्ष की याचिका को सुने।
इससे पहले, सर्वे से जुड़ा आदेश इलाहाबाद हाईकोर्ट ने दिया था, जबकि शाही ईदगाह कमेटी ने मथुरा की जिला अदालत से सभी मामले हाईकोर्ट ट्रांसफर किए जाने का विरोध किया है, 23 जनवरी, 2024 को अब इस मसले पर अगली सुनवाई होगी। बता दें कि मथुरा के श्रीकृष्ण जन्मभूमि मंदिर केस में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने 14 दिसंबर 2023 को फैसला सुनाया था। तब हाईकोर्ट ने मथुरा स्थित श्रीकृष्ण जन्मभूमि मंदिर और शाही ईदगाह मस्जिद विवाद परशाही ईदगाह मस्जिद के विवादित स्थल पर सर्वे को मंजूरी दी थी। हिंदू पक्ष के वकील विष्णु शंकर जैन के अनुसार हाईकोर्ट में दायर याचिका में दावा किया गया था कि वहां कमल के आकार का एक स्तंभ है जोकि हिंदू मंदिरों की एक विशेषता है और शेषनाग की एक प्रतिकृति है जो हिंदू देवताओं में से एक हैं और जिन्होंने जन्म की रात भगवान कृष्ण की रक्षा की थी।
एडवोकेट कमिश्नर को दिया था सर्वे का आदेश
कोर्ट ने विवादित जमीन का सर्वे एडवोकेट कमिश्नर के जरिए कराए जाने की मांग को भी मंजूरी दे दी थी। कोर्ट ने अपने फैसले में ज्ञानवापी विवाद की तर्ज पर मथुरा के विवादित परिसर का भी सर्वे एडवोकेट कमिश्नर के जरिए कराए जाने का आदेश दिया था। यह याचिका भगवान श्री कृष्ण विराजमान और सात अन्य लोगों द्वारा अधिवक्ता हरिशंकर जैन, विष्णु शंकर जैन, प्रभाष पांडेय और देवकी नंदन के जरिए दायर की गई थी। जिसमें दावा किया गया है कि भगवान कृष्ण की जन्मस्थली उस मस्जिद के नीचे मौजूद है और ऐसे कई संकेत हैं जो यह साबित करते हैं कि वह मस्जिद एक हिंदू मंदिर है।