कांग्रेस ने बीजेपी को जमकर घेरा, कहा- मोदी-शाह का नहीं, गांधी-पटेल का है गुजरात

अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी का राष्ट्रीय अधिवेशन आठ और नौ अप्रैल को गुजरात के अहमदाबाद में होगा... इससे पहले... 

4पीएम न्यूज नेटवर्कः महात्मा गांधी की कांग्रेस अध्यक्षता के 100 साल पूरे हो रहे हैं….. और देश के पहले गृह मंत्री सरदार पटेल की 150वीं जयंती भी है…… इसलिए कांग्रेस ने अपने इस ऐतिहासिक अधिवेशन के आयोजन की योजना गुजरात में करने की बनाई……. यह मोदी-शाह का गुजरात नहीं…… यह गांधी और पटेल का गुजरात है…… दोनों महानायक हमारे देश के आइकॉन हैं…… यह कहना था, कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा का…… वहीं कांग्रेस के संगठन महासचिव के सी वेणुगोपाल ने अधिवेशन के बारे में मीडिया में जानकारी देते हुए कहा कि आगामी 8…… और 9 अप्रैल को गुजरात के अहमदाबाद में साबरमती रिवरफ्रंट पर होने वाले इस सत्र की टैग लाइन रखी गई है…… ‘न्याय पथ… संकल्प, समर्पण व संघर्ष’…… वेणुगोपाल ने यह जानकारी शुक्रवार की शाम कांग्रेस के जिलाध्यक्षों की बैठक के तीसरे चरण के संपन्न होने के बाद दी…..

आपको बता दें कि 8 अप्रैल को सरदार वल्लभ भाई पटेल मेमोरियल में कांग्रेस की सर्वोच्च नीति निर्धारक इकाई सीडब्ल्यूसी की विस्तारित बैठक होगी……. इसमें सीडब्ल्यूसी के स्थायी सदस्य, स्पेशल इनवाइटी…… सभी राज्यों के सीएम व डिप्टी सीएम, प्रदेशाध्यक्ष, पूर्व सीएम शामिल होंगे……. इनमें भाग लेने वालों की कुल तादाद 169 रहेगी……. जबकि अगले दिन कांग्रेस अधिवेशन होगा…… जहां कांग्रेस के सभी पदाधिकारी, फ्रंटल संगठन के अहम अधिकारी, सभी विभागों के प्रमुख व 1727 एआईसीसी मेंबर शामिल होंगे…… कांग्रेस ने अधिवेशन की तैयारियों को अंतिम रूप देने के लिए कई कमेटियों का गठन किया है……

बता दें कि संगठन को जमीन पर मजबूत बनाने के लिए कांग्रेस ने जिलाध्यक्षों को सशक्त बनाने की जो कवायद शुरू की है….. उसी सिलसिले में हो रही जिलाध्यक्षों की कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व के साथ बैठक का शुक्रवार का तीसरा चरण था…… तीन मीटिंगों में कुल 862 जिलाध्यक्षों ने भाग लिया……. पहले चरण में 255, दूसरे में 305 व तीसरे में 302 जिलाध्यक्षों ने हिस्सेदारी की……. शुक्रवार को असम, वेस्ट बंगाल, बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, जम्मू कश्मीर और लद्दाख के जिला अध्यक्षों ने भाग लिया….

वहीं रोचक बात यह है कि हरियाणा और ओडिशा जैसे राज्य इसमें भाग नहीं ले पाए…… क्योंकि वहां जिलाध्यक्षों की नियुक्ति अभी तक नहीं हो पाई है…… हालांकि ओडिशा में तो आम चुनाव व असेंबली चुनाव के बाद प्रदेश इकाई भंग कर दी गई….. जो अभी नहीं बन पाई है…… लेकिन हरियाणा अपने आप में ऐसा अद्भुत केस है…… जहां पिछले 13 सालों से जिलाध्यक्षों की नियुक्त नहीं हुई…… पार्टी संगठन से जुड़े एक सूत्र का कहना था कि जब इन दोनों राज्यों जिलाध्यक्षों की नियुक्त हो जाएगी तो वहां बैठक होगी…..

आपको बता दें कि वेणुगोपाल का कहना था कि तीन चरणों में हुई जिलाध्यक्षों की बैठक काफी अर्थवान….. और महत्वपूर्ण रही…… ऐन अधिवेशन से पहले हुई बैठक का निचोड़ अधिवेशन में रखा जाएगा….. वहीं पवन खेड़ा का कहना था कि इस दौरान कुल 14-15 घंटे की चर्चा हुई….. तीसरी बैठक में जिला अध्यक्षों के अलावा इस मीटिंग में संबंधित राज्यों के प्रदेश अध्यक्ष….. और प्रभारी भी शामिल थे…… बैठक में जिला अध्यक्षों को बताया गया कि अपने मुद्दों को लेकर कैसे मीडिया और सोशल मीडिया पर कैंपेन चलानी है…… इसके अलावा इन्हें देश भर में कांग्रेस संपत्तियों प्रबंधन और फंड प्रबंधन के बारे में भी बताया गया….

 

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