कांग्रेस ने बिहार चुनाव केनतीजों पर उठाए सवाल
बिहार के चुनाव नतीजों पर राहुल, खरगे ने किया मंथन

दिग्गज कांगे्रसियों ने चुनाव आयोग को घेरा
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। बिहार में महागठबंधन को मिली हार के बाद से कांग्रेस ने मंथन कारणों पर मंथन प्रारंभ कर दिया है। पार्टी पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी व वर्ततान अध्यक्ष ने कार्यालय में इस पर गंभीर चर्चा की है। हालांकि इससे पहले नेता प्रतिपक्ष ने विधानसभा चुनाव के नतीजे को चौंकाने वाला करार दिया था और कहा था कि विपक्षी गठबंधन एक ऐसे चुनाव में जीत हासिल नहीं कर सका, जो शुरू से ही निष्पक्ष नहीं था।कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शनिवार को पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के साथ बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजों पर चर्चा की। कांग्रेस सिर्फ छह सीट पर सिमट गई है। सूत्रों ने बताया कि इस दौरान कांग्रेस के संगठन महासचिव के सी वेणुगोपाल, पार्टी कोषाध्यक्ष अजय माकन और पार्टी के बिहार प्रभारी कृष्णा अल्लावरू भी मौजूद थे।
सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस नेताओं ने बिहार में कांग्रेस के खराब प्रदर्शन पर चर्चा की। पार्टी ने बिहार में 61 सीट पर चुनाव लड़ा था और केवल छह सीट ही जीत पाई। वर्ष 2010 के बाद बिहार में पार्टी का यह दूसरा सबसे खराब प्रदर्शन था। उसने 2010 में केवल चार सीट जीती थीं। कांग्रेस, जिस पर 2020 में महागठबंधन के लिए कम प्रदर्शन करने का आरोप लगाया गया था, जब उसने 70 सीटों पर चुनाव लड़ा था और केवल 19 सीटें ही जीत पाई थी, इस बार 61 में से केवल छह पर ही जीत हासिल कर पाई। गठबंधन की दूसरी प्रमुख पार्टी, राजद, का प्रदर्शन और भी बुरा रहा, उसे आवंटित 143 सीटों में से केवल 25 सीटें ही मिलीं, जबकि पिछली बार उसे 144 में से 75 सीटें मिली थीं।

विधानसभा चुनाव शुरू से ही निष्पक्ष नहीं था : राहुल
बिहार में पार्टी की शर्मनाक हार के बाद अपनी पहली प्रतिक्रिया में, कांग्रेस सांसद और विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कहा है कि बिहार विधानसभा चुनाव शुरू से ही निष्पक्ष नहीं था। शुक्रवार को जब यह स्पष्ट हो गया कि महागठबंधन 40 सीटों से आगे नहीं बढ़ पाएगा, जबकि एनडीए 243 सदस्यीय विधानसभा में 202 सीटें जीतने में कामयाब रहा, तो एक्स पर बोलते हुए, गांधी ने कहा कि परिणाम आश्चर्यजनक थे और बड़ी लड़ाई संविधान और लोकतंत्र की रक्षा के लिए है।
वोट चोरी के बारे में स्पष्ट रूप से कुछ न कहते हुए, जिसके लिए उन्होंने बिहार में मतदाता अधिकार यात्रा भी निकाली थी, गांधी ने लिखा, मैं बिहार के उन लाखों मतदाताओं का हृदय से आभार व्यक्त करता हूँ जिन्होंने महागठबंधन में अपना विश्वास व्यक्त किया। बिहार में यह परिणाम वास्तव में आश्चर्यजनक है। हम एक ऐसे चुनाव में जीत हासिल नहीं कर सके जो शुरू से ही निष्पक्ष नहीं था। उन्होंने आगे कहा, यह लड़ाई संविधान और लोकतंत्र की रक्षा के लिए है। कांग्रेस पार्टी और भारत गठबंधन इस परिणाम की गहन समीक्षा करेगा और लोकतंत्र को बचाने के अपने प्रयासों को और भी प्रभावी बनाएगा।
आत्मनिरीक्षण की आवश्यकता
बिहार के नतीजों को एक ऐसा झटका बताते हुए जिस पर आत्मनिरीक्षण की आवश्यकता है, गांधी ने कहा कि कांग्रेस और इंडिया ब्लॉक परिणामों की गहन समीक्षा करेगा और आगे अपने प्रयासों को और मज़बूत करेगा। उन्होंने आगे कहा, यह लड़ाई संविधान और लोकतंत्र की रक्षा के लिए है। कांग्रेस पार्टी और इंडिया गठबंधन इस परिणाम की गहन समीक्षा करेगा और लोकतंत्र को बचाने के अपने प्रयासों को और भी प्रभावी बनाएगा।
परिणामों का विस्तार से अध्ययन करेंगे : खरगे
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि पार्टी बिहार में जनादेश का सम्मान करती है, लेकिन लोकतंत्र को कमजोर करने के लिए संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग करने वाली ताकतों के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखेगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस परिणामों का विस्तार से अध्ययन करेगी, उन्होंने महागठबंधन का समर्थन करने वाले मतदाताओं का धन्यवाद किया और पार्टी कार्यकर्ताओं से निराश न होने का आग्रह किया।
उन्होंने कहा कि संविधान और लोकतंत्र की रक्षा के लिए संघर्ष पूरे संकल्प के साथ जारी रहेगा। अन्य कांग्रेस नेताओं ने भी कई प्रतिक्रियाएँ जारी कीं और इस फैसले को अप्रत्याशित, अस्वीकार्य और गहरी संगठनात्मक विफलताओं का परिचायक बताया।
बेहद निराशाजनक : थरूर
तिरुवनंतपुरम में बोलते हुए शशि थरूर ने कहा कि ये आँकड़े बेहद निराशाजनक हैं और उन्होंने गहन समीक्षा की माँग की। उन्होंने कहा, गंभीर आत्मचिंतन की ज़रूरत है – सिर्फ़ बैठकर सोचने की नहीं, बल्कि यह अध्ययन करने की कि क्या ग़लत हुआ, क्या रणनीतिक, संदेशात्मक या संगठनात्मक गलतियाँ थीं। थरूर ने कहा कि उन्हें बिहार में प्रचार के लिए आमंत्रित नहीं किया गया था और इसलिए वे केवल अपने सहयोगियों के साथ बातचीत पर ही निर्भर रह सकते हैं।
बड़े पैमाने पर वोट चोरी : जयराम रमेश
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने और भी तीखा रुख़ अपनाया और बड़े पैमाने पर हेराफेरी का आरोप लगाया। उन्होंने एक्स पर पोस्ट किया, नि:संदेह, बिहार के चुनाव परिणाम बड़े पैमाने पर वोट चोरी को दर्शाते हैं – जिसकी साजिश प्रधानमंत्री, गृह मंत्री और चुनाव आयोग ने रची है। उन्होंने आगे कहा कि पार्टी लोकतंत्र बचाने के लिए अपने अभियान को तेज़ करेगी।
तरनतारन के लोगों ने कांग्रेस व भाजपा की राजनीति को नकारा: अनुराग ढांडा
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
चंडीगढ़। पंजाब के तरनतारन उपचुनाव में आम आदमी पार्टी की जीत पर आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी अनुराग ढांडा ने शुक्रवार को बयान जारी करके कहा कि तरनतारन के लोगों ने कांग्रेस और भाजपा की राजनीति को पूरी तरह से नकार दिया है। ढांडा ने अपने बयान में कहा कि पंजाब की जनता अब दिल्ली या हरियाणा से आयातित नेताओं के दिखावे से प्रभावित नहीं होती है।
यह जीत मुख्यमंत्री भगवंत मान सरकार के जनहित कार्यों की सशक्त मुहर और अरविंद केजरीवाल की ईमानदारी की राजनीति की गूंज है। यह जीत पंजाब की जनता का भाजपा और कांग्रेस दोनों को करारा जवाब है। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह तरनतारन में एक दिन प्रचार करने आए लेकिन जनता ने उन्हें बता दिया कि अब कांग्रेस और भाजपा के बहकावे में नहीं आएंगे।
नतीजा यह हुआ कि भाजपा की जमानत तक जब्त हो गई। ढांडा ने कहा कि अरविंद केजरीवाल का विकास मॉडल आज पूरे देश में लोगों की पहली पसंद बन चुका है इससे पहले भी गुजरात और पंजाब के उप चुनाव में आम आदमी पार्टी ने जबरदस्त जीत दर्ज की थी। अब चाहे वह मुफ्त और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा हो, मोहल्ला क्लीनिकों में इलाज हो, किसानों के लिए राहत योजनाएं हों या बिजली बिलों से आम आदमी को मिली राहत, मान सरकार ने हर मोर्चे पर जनता का भरोसा जीता है। उन्होंने कहा कि भाजपा और कांग्रेस दोनों दलों को अब यह समझ लेना चाहिए कि पंजाब में कोई बाहरी चेहरा चुनाव नहीं जिता सकता। यहां जनता सिर्फ उसी को वोट देती है जो उसके बीच रहकर उसके दुख-दर्द को समझे और उस पर काम करे।
देश की सुरक्षा के साथ हो रहा खिलवाड़: केजरीवाल
नौगाम ब्लास्ट पर विपक्ष ने पूछे सवाल, घातक विस्फोट में नौ लोगों की मौत हो गई और करीब 32 लोग घायल
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के नौगाम पुलिस स्टेशन में शुक्रवार रात करीब 11.20 पर हुए एक घातक विस्फोट में नौ लोगों की मौत हो गई और करीब 32 लोग घायल हो गए। सुरक्षाकर्मियों ने थाने के आसपास के इलाके की घेर लिया है और जांच की जा रही है। जम्मू कश्मीर पुलिस ने इस घटना को हादसा बताया है। विस्फोट के कारणों की जांच अभी जारी है। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने इस घटना पर गहर दुख जताया है। साथ ही उन्होंने सरकार से कई सवाल किए हैं।
अरविंद केजरीवाल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, देर रात श्रीनगर के एक पुलिस स्टेशन में हुए बम धमाके की ख़बर बेहद दुखद और चिंता बढ़ाने वाली है। कई बहादुर पुलिसकर्मी शहीद हो गए और कई घायल हैं। परमात्मा शहीदों के परिवारों को इस असहनीय दुख को सहने की शक्ति दें और घायलों को जल्द स्वस्थ करें। पीड़ित परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं। लेकिन सरकार से ये सवाल जरूरी है। आखिर देश में ये हो क्या रहा है? दिल्ली धमाके की गूंज अभी थमी भी नहीं थी और देश फिर एक धमाके से दहल गया। सरकार, सुरक्षा एजेंसियां, खुफिया तंत्र और गृह मंत्री आखिर क्या कर रहे हैं? देश की सुरक्षा के साथ इतना बड़ा खिलवाड़ कैसे और क्यों होने दिया जा रहा है? देश जवाब चाहता है।
थाने में रखा था विस्फोटक
जम्मू-कश्मीर के सीएमओ ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, मुख्यमंत्री ने नौगाम पुलिस स्टेशन में हुए दुखद आकस्मिक विस्फोट पर गहरा दुख व्यक्त किया है, जिसमें कई बहुमूल्य जानें गईं और कई पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। उन्होंने शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त की है और सभी घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना की है।
गृह मंत्रालय ने हादसा बताया
जम्मू कश्मीर में श्रीनगर के नौगाम धमाके पर गृह मंत्रालय का बयान आया है। गृह मंत्रालय के जम्मू-कश्मीर संभाग के संयुक्त सचिव प्रशांत लोखंडे ने कहा कि नौगाम की घटना एक हादसा है। फरीदाबाद से जब्त विस्फोटक नौगाम थाने में फटा है। विस्फोटक का सैंपल लेने के दौरान हादसा हुआ। धामका किस वजह से हुआ है उसकी जांच जारी है। धमाके से पुलिस स्टेशन की इमारत और आसपास की कुछ संरचनाओं को भारी नुकसान पहुंचा है।
बंगाल में भाजपा के लिए जीत दूर की कौड़ी: शशी
मोदी के बयान पर बंगाल में घमासान, टीएमसी व बीजेपी में वार-पलटवार
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए को प्रचंड बहुमत मिलने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुलकर एलान किया कि अब भाजपा का अगला लक्ष्य पश्चिम बंगाल है। उनके इस बयान पर अब सियासी वार-पलटवार का सिलसिला शुरू हो चुका है।
पीएम मोदी ने कहा था, गंगा बिहार से बंगाल तक बहती है। बिहार ने बंगाल में भाजपा की जीत का मार्ग प्रशस्त कर दिया है। अब हम बंगाल से भी जंगल राज हटाएंगे। प्रधानमंत्री के बयान पर पश्चिम बंगाल की मंत्री शशि पांजा ने निशाना साधते हुए कहा कि पीएम मोदी किसी भ्रम में मत रहें। बंगाल में भाजपा के लिए जीत दूर की कौड़ी है। शशि पांजा ने कहा, आपने बंगाल की महिलाओं का अपमान किया है। आपने बंगाल को मिलने वाली पैसों और राज्य की महिलाओं को मिलने वाले धन रोका है। आपने और भाजपा के अन्य नेताओं ने बंगाल की महिलाओं का अनादर किया है। ममता बनर्जी सरकार की मंत्री ने कहा कि राज्य में भाजपा को बंगाल विरोधी जमींदार के तौर पर जाना जाता है।
उन्होंने भाजपा को बंगाल विरोधी बताते हुए कहा कि बंगाल के आगामी विधानसभा चुनाव में उनकी जीत की कोई उम्मीद या संभावना नहीं है, क्योंकि महिलाएं उन्हें सही जवाब देंगी।
प्रधानमंत्री ने वही कहा, जो कहना जरूरी था : समिक भट्टाचार्य
वहीं, पीएम मोदी के बयान पर पश्चिम बंगाल भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष समिक भट्टाचार्य ने कहा, प्रधानमंत्री ने वही कहा, जो कहना जरूरी था। बंगाल में जो कुछ भी हो रहा है, वो अराजकता है और कानून व्यवस्था का पूरी तरह से अभाव है। पश्चिम बंगाल की जनता ने तृणमूल कांग्रेस की सरकार को त्यागने का फैसला कर लिया है। भाजपा नेता दिलीप घोष ने भी इस पर बयान देते हुए कहा, पीएम मोदी ने इशारा कर दिया है और ये जरूर होगा। अब बंगाल की बारी है। यहां बदलाव बहुत जरूरी है।
भाजपा ने पूर्व केंद्रीय मंत्री आरके सिंह को पार्टी से निकाला
पार्टी विरोधी बयानों के चलते निलंबित
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
पटना। बिहार चुनाव के नतीजों के तुरंत बाद भारतीय जनता पार्टी ने बड़ा अनुशासनात्मक कदम उठाते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री आरके सिंह को पार्टी से निलंबित कर दिया। पार्टी ने आधिकारिक पत्र जारी कर स्पष्ट किया कि सिंह की लगातार विवादित और पार्टी-लाइन से परे की गई बयानबाजी को देखते हुए यह कार्रवाई अनिवार्य हो गई थी। आरके सिंह कई दिनों से एनडीए नेतृत्व, उम्मीदवारों और बिहार सरकार पर गंभीर आरोप लगा रहे थे।
उन्होंने न सिर्फ गठबंधन के कुछ उम्मीदवारों की साख पर सवाल उठाए बल्कि सार्वजनिक मंचों से लोगों से अपील की कि ऐसे लोगों को वोट देने से अच्छा है, चुल्लू भर पानी में डूब मरना। इस बयान ने भाजपा के भीतर और बाहर तीखी प्रतिक्रिया पैदा की थी। सबसे बड़ा विवाद तब खड़ा हुआ जब सिंह ने बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी, जेडीयू नेता अनंत सिंह और राजद के सूरजभान सिंह को खुलेआम हत्या का आरोपी कहा। उन्होंने कहा कि बिहार की राजनीति का अपराधीकरण बढ़ाने वाले ये चेहरे किसी भी तरह जनप्रतिनिधि होने के लायक नहीं हैं।
इसके साथ ही सिंह ने नीतीश सरकार पर 62,000 करोड़ रुपये के बिजली घोटाले का आरोप लगाया। उनका दावा है कि अडाणी समूह के साथ किया गया बिजली खरीद समझौता जनता के साथ धोखा है और इसमें भारी वित्तीय अनियमितताएं छिपी हुई हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार अडाणी पावर से 6.75 रुपये प्रति यूनिट की दर से बिजली खरीदेगी, जबकि मौजूदा बाजार दर इससे काफी कम है।



