करोड़ों की संख्या में उड़ते मच्छरों ने पुणे शहर पर किया हमला
अगर आपसे पूछा जाए कि दुनिया का सबसे खतरनाक जीव कौन सा है, तो आप शेर, चीता, हाथी आदि जैसे किसी बड़े और खतरनाक जीव का नाम लेंगे, लेकिन अगर हम आपको बताएं कि इंसानों के लिए सबसे ज्यादा खतरनाक जीव मच्छर हैं, तो क्या आप यकीन करेंगे? मच्छरों के काटने से सबसे ज्यादा मौतें होती हैं। हाल ही में जब यही मच्छर करोड़ों की संख्या में भारत के पुणे शहर में उड़ते दिखे, तो उन्हें देखकर ऐसा लग रहा था कि वो अपनी पूरी फौज लेकर शहर पर हमला करने के लिए आए हैं। तो क्या इतनी ज्यादा संख्या में मच्छरों का दिखना खतरे की बात है? असल में ये मच्छर नहीं हैं, बल्कि उनके जैसे दिखने वाले कीड़े हैं।
सोशल मीडिया पर हाल ही में मच्छरों जैसे दिखने वाले इन कीड़ों के उडऩे का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में करोड़ों मच्छर पुणे में उड़ते दिख रहे हैं। लोगों का कहना है कि ये मच्छरों का हमला है। राकेश नायक नाम के एक यूजर ने इस घटना से जुड़ा वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट किया और इसकी जानकारी दी। शख्स ने पुणे के नगर निगम को टैग करते हुए उनकी आलोचना व्यंग के तरीके से की। उन्होंने लिखा- पुणे के केशव नगर में रहने वाले नागरिकों को टैक्स के बदले मच्छरों के तूफान के रूप में खास तोहफा देने के लिए पुणे नगर निगम का धन्यवाद। वीडियो में आप देख सकते हैं कि मच्छर करोड़ों की संख्या में उड़ रहे हैं। वो एक साथ सीधी रेखा बना रहे हैं जो हवा में किसी तीर की तरह ऊपर की ओर जा रहा है। वीडियो में आपको अजीबोगरीब आवाज भी सुनाई देगी। लोगों ने कमेंट कर वीडियो पर हैरानी जताई है और कहा कि ये बेहद डरावना दृश्य लग रहा है। कुछ लोगों ने कहा कि आखिर लोग कैसे रह पा रहे होंगे। आपको बता दें कि हाल ही में सरकार द्वारा देश के सबसे साफ शहरों की सूचि जारी हुई थी, जिसमें पुणे को 10वां स्थान मिला था। ऐसे में ये और भी ज्यादा हैरान करने वाली बात है कि इतने मच्छर साफ शहरों की सूचि में शामिल शहर में दिखाई पड़ रहे हैं। अब सवाल ये उठता है कि क्या ये किसी खतरे का संकेत है, या फिर आम बात है। जूलॉजी के रिटायर्ड प्रोफेसर ने कहा कि ये कोई दुर्लभ दृश्य या खतरे का संकेत नहीं है। ये गंदे नालों की वजह से हो रहा है जिसे साफ नहीं किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि ये कीड़े असल में मच्छर नहीं है, बल्कि मच्छर जैसे ही एक जीव हैं। इनका लार्वा, मच्छरों के लार्वा जैसा ही होता है। पर वो लाल होता है क्योंकि इनके खून में भी हेमोग्लोबिन होता है। ये गंदे पानी में होते हैं और मुला-मुठा नदी में बड़ी संख्या में हैं।