अच्छी नींद के लिए करें ये योगासन
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
बहुत से लोग रात में ठीक से नींद न आने की समस्या से परेशान रहते हैं। पूरे दिन की थकान के बाद वह जब बिस्तर पर लेटते हैं तो आंखों में नींद नहीं होती है। सोना तो चाहते हैं लेकिन करवट बदलते रहते हैं। घंटों बिस्तर में लेटे रहने के बाद भी उन्हें नींद नहीं आती और इसी तरह सुबह हो जाती है। नींद किसी भी व्यक्ति की सेहत के लिए जरूरी है। अच्छी और जरूरत भर की नींद न लेने से कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। हालांकि लोगों को कई कारणों से नींद की शिकायत हो सकती है। इसमें से एक गलत लाइफस्टाइल भी एक कारक है। हर व्यक्ति को कम से कम 7-8 घंटे की नींद लेनी चाहिए, लेकिन बिस्तर पर लेटने के बाद अगर आंखों में नींद न हो और आप रातभर करवट बदलते रहते हैं तो आपको कुछ तरीके अपनाकर सोने की आदत डालनी चाहिए। सबसे पहले तो रात में फोन, टीवी के इस्तेमाल से बचें। वहीं अच्छी नींद के लिए बिस्तर जाने से पहले कुछ योग मुद्रा का अभ्यास करें। योग नींद की शिकायत को कम करता है।
बालासन
नींद की समस्या से परेशान हैं तो रात में बिस्तर पर लेटने से पहले बालासन का अभ्यास करना शुरू कर दें। इस आसन के नियमित अभ्यास से अच्छी नींद तो आती ही है, साथ ही पेट मजबूत होता है, जिससे पाचन शक्ति में सुधार होता है। मांसपेशियो को आराम मिलने से मिनटों में नींद आ जाती है। बालासन करने के लिए अपनी योगा मैट या ज़मीन पर वज्रासन में बैठ जाएं। अब श्वास अंदर लेते हुए दोनो हाथों को सीधा सिर के उपर उठा लें। हथेलियाँ नहीं जोडऩी हैं। अब श्वास बाहर छोड़ते हुए आगे की ओर झुकें। ध्यान रहे कि कूल्हे के जोड़ों से झुकना है, ना कि कमर के जोड़ों से। तब तक आगे झुकते रहें जब तक की आपकी हथेलियां ज़मीन पर नहीं टिक जातीं। अब सिर को ज़मीन पर टीका लें। अब आप बालासन की मुद्रा में हैं पूरे शरीर को रिलॅक्स करिए और लंबी श्वास अंदर लें और बाहर छोड़ें। दोनों हाथों की उंगलियों को आपस में सख्ती से जोड़ लें। इनके बीच में आपको सिर रख कर उसे सहारा देना है। अब सिर को दोनों हथेलियों के बीच में धीरे से रखें। सांस सामान्य रखें। 30 सेकेंड से 5 मिनिट तक बालासन में रह सकते हैं।
शलभासन
शलभासन एक प्राचीन योग मुद्रा है, जिसका नाम शलभ और आसन दो शब्दों से मिलकर बना है। शलभासन के अभ्यास से मांसपेशियों में खिचांव आता है और शरीर की थकान कम होती है, जिससे अच्छी नींद आती है। इस आसन को करने के लिए मैट पर पेट के बल लेट जाएं, माथे को मैट पर रखें और बाहों के अपनी बगल में ही रखें, दोनों टांगों में थोड़ी सी दूरी बना लें और गहरी सांस लेते हुए सिर को उठाएं, इसके बाद सांस छोड़ते हुए दोनों हाथों और छाती को हवा में उठाएं, हाथों को ऊपर उठाने के दौरान हथेलियों को नीचे की तरफ ही रखें, जांगों की मदद से पैरों टांगों को थोड़ा और ऊपर उठाएं और इसके साथ हाथों को भी ऊपर उठाने की कोशिश करें।
उत्तानासन
उत्तानासन के नियमित अभ्यास से बिस्तर पर लेटते ही कुछ मिनटों में नींद आने लगती है। इससे नींद की समस्या दूर होने के साथ ही कई और स्वास्थ्य समस्याओं से राहत मिलती है। अपने पैरों को फैला कर खड़ी हो जाएं और हाथों को कूल्हों पर रखें. सांस छोड़ते हुए सामने की ओर झुकें। यह ध्यान रखें कि आपका सिर और पूरा शरीर एक सीधी लाइन में हो। थोड़ा और झुकें और अपनी हथेलियों को ज़मीन पर रखें. यदि आपकी हथेली ज़मीन तक नहीं पहुंच पा रही हों तो थोड़ा और आगे झुक जाएं। ध्यान रहे कि आगे झुकते हुए घुटनों को न मोड़ें। 30 सेकेंड तक इसी मुद्रा में रहें और फिर सीधी खड़ी हो जाएं।