धूल भरी आंधी का कहर: स्वास्थ्य पर बढ़ रहा खतरा, जानिए कौन हैं सबसे ज्यादा प्रभावित और कैसे करें बचाव
बीते कुछ दिनों से धूल भरी आंधियों का सिलसिला जारी है, जिसने न सिर्फ गर्मी को और बढ़ा दिया है बल्कि हवा की गुणवत्ता को भी गंभीर रूप से प्रभावित किया है।

4पीएम न्यूज नेटवर्कः बीते कुछ दिनों से धूल भरी आंधियों का सिलसिला जारी है, जिसने न सिर्फ गर्मी को और बढ़ा दिया है बल्कि हवा की गुणवत्ता को भी गंभीर रूप से प्रभावित किया है। इससे प्रदूषण का स्तर खतरनाक सीमा तक पहुंच गया है और कई लोगों की सेहत पर इसका बुरा असर पड़ रहा है
धूल भरी आंधी से हर किसी को नुकसान हो सकता है, लेकिन कुछ लोगों को इसका असर जल्दी और गंभीर रूप से होता है. अस्थमा और सांस की बीमारी से पीड़ित लोग की सांस की नली पहले से ही सेंसिटिव होती है, और धूल के कण उनकी तकलीफ बढ़ा सकते हैं. बच्चों की इम्यूनिटी कमजोर होती है और बुजुर्गों की इम्यूनिटी उम्र के साथ घटती है, जिससे उन्हें जल्दी संक्रमण हो सकता है. इसके अलावा जिन लोगों को धूल या अन्य प्रदूषकों से एलर्जी होती है, उन्हें त्वचा पर रैशेज, आंखों में जलन और छींक आना जैसी दिक्कतें हो सकती हैं. साथ ही, प्रदूषण से ब्लड प्रेशर और हार्ट रेट पर असर पड़ता है, जिससे हार्ट के मरीजों का खतरा बढ़ जाता है.
धूल भरी आंधी से सेहत को नुकसान
दिल्ली के जीटीबी हॉस्पिटल में मेडिसिन विभाग में डॉ. अजीत जैन बताते हैं कि धूल भरी आंधी कई स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकती हैं. धूल के महीन कण फेफड़ों में जाकर सांस की नली को ब्लॉक कर सकते हैं, जिससे सांस फूलने, खांसी और सीने में जकड़न जैसी दिक्कतें हो सकती हैं. धूल आंखों में जाकर जलन, लालपन और संक्रमण पैदा कर सकती है. कॉन्टैक्ट लेंस पहनने वाले लोगों को खासतौर पर सावधान रहना चाहिए, क्योंकि धूल लेंस के अंदर फंसकर संक्रमण का कारण बन सकती है.
धूल से स्किन पर एलर्जी, रैशेज, खुजली और मुंहासे जैसी समस्याएं हो सकती हैं. लंबे समय तक धूल भरे वातावरण में रहने से शरीर में ऑक्सीजन की कमी हो सकती है, जिससे सिरदर्द और थकान महसूस होती है. अगर व्यक्ति लगातार धूल और प्रदूषण वाले वातावरण में रहता है तो इम्यून सिस्टम कमजोर पड़ सकता है, जिससे बार-बार बीमार पड़ने की संभावना रहती है.
कैसे करें बचाव
घर से बाहर निकलते समय मास्क पहनें, खासकर N95 मास्क का इस्तेमाल करें.
आंखों की सुरक्षा के लिए चश्मा पहनें, जिससे धूल आंखों में न जाए.
आंधी के समय घर के अंदर रहें और खिड़कियां-दरवाजे बंद रखें.
घर के अंदर एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल करें.
दिनभर खूब पानी पिएं, जिससे शरीर हाइड्रेट रहे और टॉक्सिक तत्व बाहर निकलें.
घर आने के बाद हाथ-पैर और चेहरा अच्छी तरह धोएं.