4पीएम की परिचर्चा में प्रबुद्घजनों ने रखे विचार
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के घर पर सीबीआई छापे को लेकर आम आदमी पार्टी और भाजपा आमने-सामने आ गई है। आप नेता जहां इस पूरे मामले में साजिश कर सिसोदिया को फंसाने का आरोप लगा रहे हैं वहीं भाजपा नेताओं ने आबकारी घोटाले को लेकर मनीष सिसोदिया के जेल जाने को तय बताते हुए कटाक्ष किया कि वो सत्येंद्र जैन की तरह अपनी याददाश्त न खोएं। ऐसे में सवाल उठता हैं कि सत्येन्द्र जैन के बाद मनीष सिसोदिया? बचेगी या खत्म हो जाएगी आम आदमी पार्टी? इस मुद्ïदे पर वरिष्ठï पत्रकार ऋषि मिश्रा, दिनेश के वोहरा, शुभ लक्ष्मी, वैभव माहेश्वरी आप (प्रवक्ता) और 4पीएम के संपादक संजय शर्मा ने एक लंबी परिचर्चा की।
ऋषि मिश्रा ने कहा कि घोटाला हुआ या नहीं, आरोप तो है। ऐसे में जांच तो होनी ही चाहिए। सवाल यह है कि यदि जांच में साक्ष्य नहीं मिल पाते हैं तो जो राजनीतिक नुकसान उठाना पड़ता है संबंधित व्यक्ति को उसकी भरपाई कौन करेगा?
शुभ लक्ष्मी ने कहा दिल्ली में जो शिक्षा क्रांति आई हैं, उसको मैंने बहुत नजदीक से देखा है। वर्तमान सरकार में जो क्रांति हैं, उसमें तो कोई शक ही नहीं है। जनता सब कुछ समझती हैं किस तरह टारगेट किया जा रहा है। न्यूयार्क टाइम्स में खबर छपी और उसी दिन रेड की गयी। जो खुद भ्रष्टïाचार के खिलाफ खड़े हैं, ऐसे में लोग समझते हैं कि क्या हो रहा है। दिनेश के बोहरा ने इस मुद्ïदे को दो हिस्सों में बांटा, एक नीति निर्माण और दूसरा इम्पलीटेशन। नीति के ऊपर सवाल नहीं उठाए जा सकते। चैलेंज नहीं किया जा सकता। जब लागू करते हैं यदि उसमें भ्रष्टïाचार हुआ है तो उसकी समीक्षा कर सकते हैं, कार्रवाई के लिए भी कह सकते हैं। शराब बंदी कौन सी नीति थी बिहार-गुजरात में। नीति पर चलते हैं, जो सरकार बनाती है। वैभव माहेश्वरी ने कहा कि इस देश में जो तानाशाही हावी हो रही थी उसी दिल्ली में एजुकेशन मॉडल ने जन्म ले लिया। ऐसे लोगों को सत्ता में ले आए जो ईमानदार है, वेलपावर है। जिन्होंने तमाम अड़चनों के बावजूद वो कर दिखाया, जिसकी तारीफ न्यूयार्क टाइम्स ने की है। प्रचारवीर को यह बात बहुत बुरी लगी मगर दिल्ली वाले डरते नहीं, पसंद तो ईमानदार को ही करेंगे। अभिषेक कुमार ने भी परिचर्चा में अपने विचार रखे।