सर्जिकल स्ट्राइक की एंट्री से मचा बवाल

दिग्विजय के सबूत मांगने पर भाजपा तिलमिलाई

  • कांग्रेस ने किया किनारा कहा- राष्ट्रीय हित में सभी सैन्य कार्रवाइयों का समर्थन किया है और आगे भी करती रहेगी

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। चुनाव के आते ही सियासी माहौल भी चुनावी मोड में आना शुरू हो गया है। बीबीसी डाक्यूमेंट्री, रामचरितमानस के बाद सेना के सर्जिकल स्ट्राइक की एंट्री हो गई। इसबार कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह के बयान पर बवाल मच गया है। जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस पार्टी की भारत जोड़ो यात्रा के दौरान दिग्विजय सिंह ने बालाकोट एयर स्ट्राइक के सबूत मांग लिए। उनके इस बयान के आते ही भाजपा ने उन्हें घेरने में देर नहीं लगाई और कांग्रेस को कोसना शुरू कर दिया। उधर कांग्रेस दिग्विजय के बयान पर डैमेज कंट्रोल में जुट गई है। एआईसीसी के महासचिव (संचार) जयराम रमेश ने कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक 2014 से पहले यूपीए सरकार ने भी की थी। पर कभी उसका राजनैतिक लाभ नही उठाया जबकि भाजपा उस पर वोट मांगने का काम करती है। दरअसल, दिग्विजय ने एक जनसभा में भरे मंच से कहा कि एयर स्ट्राइक को लेकर तरह-तरह के दावे किए जाते हैं, लेकिन सबूत एक भी नहीं दिया जाता।

सेना कुछ भी करे सबूत की जरूरत नहीं : राहुल गांधी

जम्मू। जम्मू के झज्जर कोटली में कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के सर्जिकल स्ट्राइक के बयान से जुड़े सवाल के जवाब में राहुल गंाधी ने कहा कि वह इस बयान से सहमत नहीं है। सेना कुछ भी करे। इसके लिए सबूत की जरूरत नहीं है। यह दिग्विजय सिंह का निजी विचार हैं। यह पार्टी और उनका विचार नहीं है।

झूठ के शिकार न हों देशवासी : रिटायर्ड एयरफोर्स अफसर

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह झूठे हैं या फिर उन्हें सच्चाई पता ही नहीं। एयर मार्शल (रिटायर्ड) रघुनाथ नांबियार ने एयर स्ट्राइक पर नए सिरे से उठाए गए सवाल पर कहा कि वो बालाकोट स्ट्राइक की एक-एक बात से वाकिफ हैं। वेस्टर्न एयर कमांड के प्रमुख रहे एयर मार्शल नांबियार ने देशवासियों को सतर्क करते हुए कहा कि पाकिस्तान पर सर्जिकल को लेकर लगातार झूठ पर झूठ फैलाने की कोशिश हो रही है। उन्होंने कहा कि वो एयर स्ट्राइक की पूरी कहानी अच्छी तरह जानते हैं, इसलिए देश को आश्वस्त कर सकते हैं कि भारतीय सेना के वीर जवानों ने जो कर दिखाया, वो अपने आप में अद्वितीय है।

कांग्रेस का डीएनए ही पाकिस्तान परस्ती का : शिवराज

पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत मांगने वाले बयान पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने निशाना साधा है। सीएम ने कहा कि दिग्गी के बयान पर कहा कि कांग्रेस का डीएनए ही पाकिस्तान परस्ती का है। वह कभी भगवान राम पर सवाल उठाते हैं। दिग्विजय सिंह पाकिस्तान के साथ खड़े है। उन्होंने कहा कि सेना का मनोबल गिराने का काम कांग्रेस ना करें। सीएम ने कहा कि यह लोग भारत जोड़ो यात्रा में सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत मांग रहे है। यात्रा में टुकड़े टुकड़े गैंग इनके साथ चल रही है। राहुल गांधी सवाल करते है कि सेना कमजोर हो गई है। यह देशभक्ति नहीं है। मुख्यमंत्री ने कहा कि दिग्विजय सिंह के राज में कभी मध्य प्रदेश सिमी का गढ़ था।

रक्षा बलों का मैं बहुत सम्मान करता हूं : दिग्विजय

पत्रकारों ने मंगलवार को कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के सामने माइक रखा और उनके सर्जिकल स्ट्राइक वाले बयान पर सवाल पूछा। दिग्विजय सिंह सिर्फ इतना ही बोल पाए, रक्षा बलों का मैं बहुत सम्मान करता हूं। जयराम ने कहा हमें चलने दो। उसके बाद उन्होंने कोई बात नहीं।

पीएम से सवाल पूछें : जयराम

दिग्विजय सिंह के बयान पर कांग्रेस ने निजी बताते हुए किनारा कर लिया। वहीं मंगलवार को दिग्विजय के बयान पर जब मीडिया ने उनसे बात करना चाही तो जयराम रमेश ने दिग्विजय सिंह को धक्का देकर पीछे कर दिया और खुद माइक पर बोलने लगे। कांग्रेस महासचिव ने कहा कि हमने सभी सवालों के जवाब दे दिए हैं। आप जाकर प्रधानमंत्री से सवाल पूछें।

बीजेपी ने जयराम रमेश को बताया तानाशाह

वहीं बीजेपी आईटी सेल के इंचार्ज अमित मालवीय ने जयराम के प्रत्युत्तर को खारिज कर दिया और कहा कि दिग्विजय ने कांग्रेस पार्टी के रुख को हवा दी थी। उन्होंने सर्जिकल स्ट्राइक पर दिए गए दिग्विजय के बयान को बकवास कहते हुए कांग्रेस पर निशाना साधा। मालवीय ने जयराम और कांग्रेस पर हमला बोला। उन्होंने कहा, दिग्विजय सिंह चुप हो गए। जयराम रमेश शहर में नए तानाशाह हैं, मीडिया की आजादी को बेधडक़ कुचल रहे हैं और कांग्रेस पार्टी में लोकतंत्र की जो भी थोड़ी सी झलक है उसकी हत्या कर रहे हैं।

दिल्ली नगर निगम को मिलेगा खेवनहार

  • मेयर के चुनाव पर सदन की कार्यवाही जारी

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। दिल्ली नगर निगम सदन में मंगलवार को नारेबाजी के बीच मेयर और डिप्टी मेयर चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो गई। सदन की सबकुछ तय तरीके से हुआ तो राजधानी को जल्द ही मेयर मिल जाएगा। इसके पहले 6 जनवरी को चुनाव होना था, लेकिन आम आदमी पार्टी और भाजपा के बीच हुए हंगामे के चलते चुनाव नहीं हो पाया था। आज सदन की कार्यवाही की शुरुआत की गई है।
आप पार्षदों के शर्म करो, शर्म करो के नारों के बीच पहले सभी मनोनीत सदस्यों को बारी-बारी से शपथ दिलाई गई। वहीं, शपथ समारोह के दौरान भाजपा नेताओं ने जय श्री राम और भारत माता की जय के नारे लगाए।

सिविक सेंटर पर भारी सुरक्षाबल तैनात

चुनाव के मद्देनजऱ एमसीडी मुख्यालय के सिविक सेंटर में सुरक्षाबल तैनात किए गए हैं। दरअसल पिछली बार परंपरा के विरुद्ध जाते हुए प्रोटेम स्पीकर सत्या शर्मा ने सबसे पहले मनोनीत पार्षदों को शपथ दिलवानी शुरू की थी और इसी को लेकर बवाल हो गया था। जिसके चलते दिल्ली नगर निगम का सदन स्थगित करना पड़ा था। इस चुनाव में सभी 250 निर्वाचित पार्षद, 14 दिल्ली के विधायक और 10 दिल्ली के सांसद वोट डाल सकेंगे। मेयर पद के प्रत्याशियों में शैली ओबरॉय और आशु ठाकुर (आप) तथा रेखा गुप्ता (भाजपा) शामिल हैं। ओबरॉय आप की मुख्य दावेदार हैं, डिप्टी मेयर पद के प्रत्याशियों में आले मोहम्मद इकबाल और जलज कुमार (आप) तथा कमल बागड़ी (भाजपा) शामिल हैं। कांग्रेस आज होने वाले मेयर, डिप्टी मेयर और स्टैंडिंग कमिटी सदस्यों के चुनाव में हिस्सा नहीं लेगी। जबकि एमसीडी में कांग्रेस के 9 पार्षद हैं।

एमसीडी में बीजेपी का ‘डंडा लोकतंत्र’ नहीं चलने देंगे : संजय सिंह

आप नेता संजय सिंह ने कहा कि एमसीडी में बीजेपी का डंडा लोकतंत्र चलने नही देंगे। वहीं सौरव भारद्वाज ने कहा भाजपा आज नगर निगम में कब्जा करने के लिए लाठी डंडों के साथ फोर्स लाई है। क्या किसी सदन में ये देखा है क्या बीजेपी डरा-धमका कर जबरदस्ती एसीडी पर कब्जा करना चाहती है।

भाजपा नेताओं ने जय श्रीराम के नारे लगाए

दिल्ली के मेयर, डिप्टी मेयर और स्थायी समिति के सदस्यों के चुनावों की प्रक्रिया एमसीडी के सिविक सेंटर में शुरू हो गई है। सबसे पहले 10 मनोनीत सदस्यों को शपथ दिलाई गई। इस दौरान आप नेताओं ने नारेबाजी की और भाजपा नेता ने भी जय श्रीराम और भारत माता की जय के नारे लगाए। इस बीच, भाजपा सांसद हंसराज हंस ने दावा किया कि मेयर भाजपा का ही होगा। आप ने महापौर पद के लिए शैली ओबेरॉय और भाजपा ने रेखा गुप्ता को मैदान में उतारा है। ऐसे में राजधानी को एक महिला मेयर मिलना तय है। एमसीडी चुनाव के बाद सदन की पहली बैठक 6 जनवरी को हुई थी, लेकिन हंगामे के कारण मेयर का चुनाव नहीं हो पाया था। आज फिर वैसे ही हालात बनते नजर आ रहे हैं।

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