ग्रेटर नोएडा में दिल्ली जैसा कांड, कुचला लडक़ी का सिर

नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में दिल्ली के कंझावला जैसी वारदात सामने आई है। यहां ईस्टर्न पेरीफेरल हाईवे पर एक लडक़ी का शव मिला है। इस लडक़ी के सिर को गाड़ी के टायर से कुचला गया है। शुरुआती जांच में हत्या कर शव को फेंके जाने की आशंका जताई गई है। घटना कोट दादरी थाना क्षेत्र की है। फिलहाल दादरी पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर केस की पड़ताल में जुट गई है।
पुलिस का यह भी कहना है कि यह एक हादसा भी हो सकता है। हो सकता है कि लडक़ी गाड़ी के सामने आ गई हो और हादसे का शिकार हो गई हो। पुलिस को सुबह पीसीआर पर कॉल मिली थी। इसके बाद दादरी पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लिया। पुलिस ने बताया है कि घटना वाली जगह पर कोई भी वाहन लडक़ी के पास नहीं खड़ा था। लडक़ी की उम्र करीब 34 साल बताई जा रही है।
पुलिस ने बताया है कि मृतक लडक़ी की अभी तक शिनाख्त नहीं हो पाई है। उसके शरीर पर रगड़ के निशान हैं। फिलहाल हमने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और आगे की कार्यवाही की जा रही है। हम जल्द से जल्द लडक़ी की शिनाख्त कराने की कोशिश में जुटे हुए हैं। फिलहाल लडक़ी का कोई भी परिजन पुलिस के सामने नहीं आया है।
राजधानी दिल्ली में नए साल के मौके पर1 जनवरी की सुबह करीब साढ़े तीन बजे नशे में धुत 5 युवकों ने स्कूटी सवार 20 साल की एक लडक़ी को टक्कर मार दी। बताया जा रहा है कि हादसे के बाद लडक़ी कार के नीचे फंस गई और आरोपी लडक़े उसको कई किलोमीटर तक घसीटते रहे, जिसके बाद लडक़ी की मौत हो गई।
इस घटना का फुटेज भी सामने आया है, जिसमें एक कार सडक़ पर फर्राटा भर रही है और कार के नीचे एक लडक़ी फंसी हुई नजर आ रही है। कंझावला के जोंटी गांव के पास जब एक राहगीर ने लडक़ी के शव को कार के नीचे फंसे हुए देखा तो पुलिस को कॉल किया और पूरे मामले की जानकारी दी। इसके बाद पुलिस एक्टिव हुई। पुलिस ने कार सवार पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।

स्कूटी में टक्कर मारी, चार किमी तक घसीटा

नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के सुल्तानपुरी में नए वर्ष के दिन हुए सडक़ हादसे में पुलिस पर लीपापोती का आरोप है। कहा जा रहा है कि मानवता को शर्मसार करने वाली इस घटना में पुलिस ने महज खानापूर्ति की है। पुलिस ने भले ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया, लेकिन उनके खिलाफ हल्की धाराएं लगाई है। एक रिटायर्ड पुलिस अधिकारी के मुताबिक इस मामले में कम से कम गैर इरादतन हत्या की धारा तो लगानी ही चाहिए। उधर, पुलिस अभी तक इस घटना को केवल हादसा मानकर चल रही है।
मीडिया में आ रही खबरों के मुताबिक रिटायर्ड पुलिस अधिकारियों के अनुसार आरोपियों ने पहले टक्कर मारी है। यदि इसे हादसा मान भी लिया जाए तो उसे क्या कहेंगे जिसमें लडक़ी को 4 किमी तक घसीटा गया है। उन्होंने कहा कि इस तरह के मामले में पुलिस को सख्त से सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। आरोपियों के खिलाफ कम से कम गैरइरादतन हत्या का मामला दर्ज करनी चाहिए। इसके साथ ही लापरवाही से मौत की धारा भी इसमें जुडऩी चाहिए। खतरनाक ड्राइविंग, लापरवाही पूर्वक गाड़ी चलाने की धारा भी लगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि इस मामले में तो आरोपियों को मौजूदा धाराओं में थाने से ही जमानत मिल जाएगी। उधर, रिटायर्ड ज्वाइंट कमिश्नर एसबीएस त्यागी ने पुलिस कार्रवाई को सही बताया। उन्होंने कहा कि अगर जांच के दौरान यह बात सामने आती है कि चालक को युवती के फंसे होने की जानकारी थी तो धाराएं बदल सकती हैं। लेकिन यह विवेचना के दौरान की बात है।
हादसे की सूचना पुलिस ने रात में करीब 11 बजे अंजलि की मां रेखा को दी। उन्हें मौके पर बुलाया गया, लेकिन इस सूचना से ही रेखा की तबीयत बिगड़ गई। उन्होंने बताया कि अंजलि उनके लिए केवल एक बेटी ही नहीं, बल्कि सबकुछ थी। उसके दम पर ही उनके घर में चुल्हा जलता था। रेखा ने पुलिस को दिए शिकायत में मामले की जांच हत्या के नजरिए से करने की मांग की है। उन्होंने बताया कि उनकी बेटी थोड़ी देर से आने को कह गई थी। उन्हें क्या पता कि अब वह आएगी ही नहीं। उसकी जगह पर उसके मौत की खबर आएगी।
परिजनों ने बताया कि अंजलि का शव अर्द्धनग्न हालत में मिला है। शव को देखकर लग रहा है कि उसकी हत्या हुई है। परिजनों ने आरोप लगाया कि पता नहीं पुलिस को ऐसा क्यों नहीं लग रहा। अंजलि के मामा प्रेम सिंह ने अंजलि के परिवार के लिए सरकार से आर्थिक सहायता की मांग की है।

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