हार्दिक पटेल ने अपनी ही सरकार से कर दी बगावत! Rahul-Congress से बातचीत शुरू

हार्दिक पटेल ने कर दी खुली बगावत! "वादा पूरा करो वरना..." अपनी ही सरकार को दे डाली धमकी... कांग्रेस के साथ आने की उम्मीद!  

4पीएम न्यूज नेटवर्कः गुजरात की विरमगाम विधानसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी के विधायक हार्दिक पटेल ने हाल ही में मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल को एक पत्र लिखकर क्षेत्र में विकास कार्यों की सुस्ती……. और सीवर लाइन की गंभीर समस्या को लेकर चिंता जताई है……. इस पत्र में हार्दिक ने बताया कि सात महीने पहले विभिन्न विकास कार्यों का भूमिपूजन किया गया था…….. लेकिन अब तक एक प्रतिशत काम भी शुरू नहीं हुआ है…….. इसके साथ ही उन्होंने विरमगाम नगरपालिका की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए सीवर लाइन के ओवरफ्लो……. और लोगों के घरों में गंदे पानी की समस्या का स्थायी समाधान करने की मांग की है……. और हार्दिक ने चेतावनी दी है कि अगर समस्याओं का समाधान नहीं हुआ…….. तो उन्हें जनता के साथ मिलकर उपवास आंदोलन शुरू करना पड़ सकता है…….

बता दें कि हार्दिक पटेल पाटीदार अनामत आंदोलन के दौरान सुर्खियों में आए थे……. अब बीजेपी के एक प्रमुख नेता हैं……. हालांकि, वह कई बार अपनी ही सरकार के खिलाफ जनता के मुद्दों को लेकर आवाज उठाते रहे हैं……. हार्दिक पटेल ने अपने पत्र में मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल को संबोधित करते हुए विरमगाम विधानसभा क्षेत्र की कई समस्याओं को बताया है….. हार्दिक ने बताया कि सात महीने पहले विरमगाम में विभिन्न विकास कार्यों का भूमिपूजन किया गया था…… इन कार्यों के लिए टेंडर प्रक्रिया भी पूरी हो चुकी है……. लेकिन ठेकेदारों द्वारा कोई काम शुरू नहीं किया गया है…….. इससे जनता में निराशा बढ़ रही है…… और स्थानीय लोग अपने जनप्रतिनिधि से जवाब मांग रहे हैं……

वहीं पत्र में हार्दिक ने विशेष रूप से सीवर लाइन के ओवरफ्लो और लोगों के घरों में गंदे पानी की समस्या को उठाया…… और उन्होंने कहा कि यह समस्या लंबे समय से चली आ रही है……. और इसका कोई स्थायी समाधान नहीं निकाला गया है……. इससे लोगों का जीवन प्रभावित हो रहा है……. और स्वच्छता संबंधी गंभीर समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं….. हार्दिक ने बीजेपी शासित विरमगाम नगरपालिका की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए…… और उन्होंने कहा कि नगरपालिका द्वारा जो काम होने चाहिए, वे नहीं हो रहे हैं…… टेंडर होने के बावजूद ठेकेदारों की ओर से लापरवाही बरती जा रही है……. और इसका खामियाजा जनता को भुगतना पड़ रहा है……

बता दें कि हार्दिक ने पत्र में स्पष्ट किया कि अगर इन समस्याओं का जल्द समाधान नहीं हुआ…….. तो उन्हें जनता के साथ मिलकर उपवास आंदोलन शुरू करना पड़ सकता है……. यह चेतावनी उनकी ओर से सरकार पर दबाव बनाने का एक प्रयास है……. ताकि स्थानीय समस्याओं पर तत्काल कार्रवाई हो….. विरमगाम, अहमदाबाद जिले का एक महत्वपूर्ण शहर और विधानसभा क्षेत्र है……. यह क्षेत्र ऐतिहासिक और सांस्कृतिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है……. हालांकि, पिछले कुछ समय से यह कई बुनियादी समस्याओं से जूझ रहा है…… आपको बता दें कि विरमगाम शहर में सीवर लाइन की समस्या कोई नई बात नहीं है…… स्थानीय लोगों का कहना है कि बारिश के मौसम में यह समस्या और गंभीर हो जाती है…….. सीवर लाइन के ओवरफ्लो होने से सड़कों पर गंदा पानी जमा हो जाता है….. जिससे आवागमन में दिक्कत होती है……. इसके अलावा, कई इलाकों में गंदा पानी घरों में घुस रहा है…….. जिससे स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं बढ़ रही हैं…….

विरमगाम में सड़क, पानी, और अन्य बुनियादी ढांचे से संबंधित कई विकास कार्यों की घोषणा की गई थी……. इनमें सड़कों का चौड़ीकरण, स्ट्रीट लाइट्स की व्यवस्था और जल निकासी प्रणाली का नवीनीकरण शामिल है…….. हालांकि, हार्दिक के पत्र के अनुसार, इनमें से अधिकांश कार्य कागजों तक ही सीमित हैं……. टेंडर प्रक्रिया पूरी होने के बावजूद ठेकेदारों ने काम शुरू नहीं किया है……. जिससे जनता में असंतोष बढ़ रहा है……. विरमगाम नगरपालिका बीजेपी के नियंत्रण में है……. और हार्दिक ने निष्क्रियता का आरोप लगाया है….. स्थानीय लोगों का कहना है कि नगरपालिका की ओर से स्वच्छता, जल निकासी और अन्य बुनियादी सेवाओं में सुधार के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे हैं…… इससे जनता का भरोसा टूट रहा है……

हार्दिक पटेल का नाम गुजरात की राजनीति में उस समय सुर्खियों में आया…….. जब उन्होंने 2015 में पाटीदार अनामत आंदोलन समिति के बैनर तले पटेल समुदाय के लिए ओबीसी दर्जे की मांग को लेकर आंदोलन शुरू किया……. इस आंदोलन ने उन्हें युवा नेता के रूप में स्थापित किया……. हालांकि, इस दौरान उन्हें कई कानूनी चुनौतियों का सामना करना पड़ा……. जिसमें मेहसाणा में एक विधायक के कार्यालय में तोड़फोड़ का मामला भी शामिल है…… 2019 में हार्दिक ने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में शामिल होकर अपनी राजनीतिक पारी शुरू की…….. और उन्होंने जल्द ही गुजरात प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष का पद संभाला…… हालांकि, 2022 में उन्होंने कांग्रेस छोड़ दी और बीजेपी में शामिल हो गए……. इसके बाद वह 2022 के गुजरात विधानसभा चुनाव में विरमगाम सीट से बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़े और जीत हासिल की…….

हार्दिक का यह पत्र उनकी उस छवि को दर्शाता है……. जिसमें वह जनता के मुद्दों को लेकर अपनी ही पार्टी और सरकार के खिलाफ खुलकर बोलने से नहीं हिचकते……. पहले भी कई मौकों पर उन्होंने सरकार की नीतियों और कार्यप्रणाली की आलोचना की है…… जिससे वह चर्चा में बने रहते हैं…… हार्दिक पटेल ने अपने पत्र में उपवास आंदोलन की चेतावनी दी है……. यह पहली बार नहीं है जब हार्दिक ने इस तरह का कदम उठाने की बात कही हो…… 2018 में पाटीदार आरक्षण और किसानों की कर्जमाफी की मांग को लेकर उन्होंने अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल की थी……. उस समय भी उनकी यह रणनीति काफी चर्चा में रही थी……

विरमगाम नगरपालिका और गुजरात सरकार की ओर से अभी तक हार्दिक के पत्र पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है…… हालांकि, यह देखना दिलचस्प होगा कि सरकार इस मुद्दे पर क्या रुख अपनाती है…… बीजेपी के लिए यह स्थिति थोड़ी असहज हो सकती है……. क्योंकि हार्दिक एक प्रमुख विधायक हैं……. और उनकी आलोचना पार्टी की छवि को प्रभावित कर सकती है…… गुजरात में बीजेपी की सरकार मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व में कई विकास योजनाओं पर काम कर रही है……. हाल ही में सरकार ने GYAN मॉडल जिसमें गरीब, युवा, अन्नदाता, नारी शक्ति को लागू करने पर जोर दिया है…… इसके तहत कई नई नीतियां और योजनाएं शुरू की गई हैं……. हालांकि, हार्दिक के पत्र से यह सवाल उठता है कि क्या ये योजनाएं जमीनी स्तर पर लागू हो पा रही हैं…….

आपको बता दें कि हार्दिक पटेल का मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल को लिखा गया पत्र विरमगाम की समस्याओं को राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा में लाने में सफल रहा है…….. यह पत्र न केवल स्थानीय समस्याओं को उजागर करता है….. बल्कि यह भी दर्शाता है कि हार्दिक अपनी जननेता की छवि को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं……. हालांकि, यह देखना बाकी है कि सरकार इस पत्र का जवाब कैसे देती है और क्या विरमगाम की समस्याओं का समाधान जल्द हो पाता है…… वहीं विरमगाम की जनता को उम्मीद है कि उनके विधायक की यह पहल रंग लाएगी……. और उनके क्षेत्र में विकास कार्य तेजी से शुरू होंगे……. साथ ही, यह मुद्दा गुजरात की राजनीति में एक नई बहस को जन्म दे सकता है……. जहां जनप्रतिनिधि अपनी ही सरकार से सवाल पूछ रहे हैं……

वहीं हार्दिक पटेल की अपनी ही सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने के बाद से अटकलों का बाजार गर्म हो गया है….. जिसको देखते हुए अब यह अनुमान लगाया जाने लगा है कि क्या हार्दिक पटेल एक बार फिर से घर वापसी करने का मन रहे हैं…… वहीं राजनीतिक सूत्रों की माने तो ऐसी अटकलें लगाई जा रही है कि हार्दिक पटेल की कांग्रेस से बात भी शुरू हो गई है……. वहीं बीजेपी विधायक की बगावत से साफ अंदाजा लगाया जा सकता है कि बीजेपी सरकार की डबल इंजन पूरी तरह से फेल है…. वह अपने किए वादे नहीं पूरी कर रही है…… और सभी काम सिर्फ कागजों पर ही हो रहे हैं…… मोदी मंचों से तो तमाम दावे करते हैं लेकिन जमीन पर उन दावों पर एक फीसदी भी अमल नहीं हो रहा है……

 

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