NMCH में मरीज की उंगलियां चूहे ने कुतरीं, तेजस्वी यादव ने सरकार पर साधा निशाना

तेजस्वी यादव ने कहा कि जो विभाग अपने अस्पतालों में साफ-सफाई और सुरक्षा तक की व्यवस्था नहीं कर पाता, जहां अच्छा भला आदमी बीमार हो जाए वो मरीजों का क्या इलाज करेगा?

4पीएम न्यूज नेटवर्कः बिहार की राजधानी पटना के NMCH यानी नालंदा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में लापरवाही का एक और चौंकाने वाला मामला सामने आया है। इलाज के लिए भर्ती एक दिव्यांग मरीज की पैर की उंगलियों को चूहे ने कुतर दिया, जिसके बाद अस्पताल की व्यवस्थाओं को लेकर एक बार फिर सवाल खड़े हो गए हैं।

पटना के एनएमसीएच में मरीज के पैर की उंगलियों को चूहे द्वारा कुतरे जाने के मामले पर तेजस्वी यादव ने स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को घेरा है. मंगलवार (20 मई, 2025) को तेजस्वी यादव ने एक्स पोस्ट के जरिए कहा कि दिव्यांग मरीज जो रात के समय गहरी नींद में थे उनके पैर की उंगलियों को चूहे ने कुतर दिया, इसी अस्पताल में बीते दिनों एक मृतक की आंख को चूहे ने कुतर दिया था, लेकिन किसी पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई.

तेजस्वी ने कहा कि अंदरखाने RSS/BJP के सीएम उम्मीदवार बन इतरा कर घूम रहे अमंगलकारी स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने हमारे 17 महीने के कार्यकाल में दिन-रात मेहनत कर सुधारी-संवारी गई स्वास्थ्य व्यवस्था को फिर से बदहाल कर दिया है. अब स्वास्थ्य विभाग फिर से दुर्गति पथ पर है.

तेजस्वी यादव ने कहा कि जो विभाग अपने अस्पतालों में साफ-सफाई और सुरक्षा तक की व्यवस्था नहीं कर पाता, जहां अच्छा भला आदमी बीमार हो जाए वो मरीजों का क्या इलाज करेगा? अचेत मुख्यमंत्री को प्रेजेंटेशन दिखा बता दिया जाएगा कि मरीज की उंगलियां चूहे ने नहीं बल्कि करोड़ों की अत्याधुनिक रोबोटिक मशीन द्वारा उसके ऑपरेशन के जरिए कुतरी गई है. फिर सीएम बोलेंगे कि 2005 से पहले ई सब होता था जी?

क्या है पूरा मामला?

एनएमसीएच में इलाज के लिए अवधेश कुमार नाम के एक मरीज को भर्ती कराया गया है. अभी हाल ही में उनके पैर की उंगलियों को चूहे ने कुतर दिया था. एक पैर से वो दिव्यांग भी हैं. उंगलियों के कुतरे जाने के मामले को लेकर एनएमसीएच की अधीक्षक डॉ. रश्मि प्रसाद ने बीते सोमवार (19 मई, 2025) को इस मामले में मीटिंग भी की थी.

हड्डी रोग विभाग (एनएमसीएच) के डॉक्टर ओमप्रकाश का कहना है कि चूहा तो है, वार्ड में, सेमिनार हॉल में, चैंबर में, चूहा चलते-फिरते नजर आता है. अभी तक बहुत हानि नहीं हुई थी तो हम लोगों ने ध्यान नहीं दिया था. इधर मरीज को काट लिया है, हालांकि डैमेज कम है. हम लोगों ने सुप्रिटेंडेंट को लिखा है कि कैसे कंट्रोल होगा. यहां चूहा मारने वाली दवा तो दे नहीं सकते हैं.

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