धर्म का राजनीतिकरण करना सही नहीं : वृंदा
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। वरिष्ठ नेता वृंदा करात ने कहा कि भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माक्र्सवादी) उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन समारोह में भाग नहीं लेगी। उन्होंने बताया कि उनकी पार्टी धार्मिक मान्यताओं का सम्मान करती है, और उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधते हुए सुझाव दिया कि धर्म का राजनीतिकरण करना सही नहीं है।
उन्होंने अपने बयान में कहा कि हमारी पार्टी अयोध्या में राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल नहीं होगी। हम धार्मिक मान्यताओं का सम्मान करते हैं लेकिन वे एक धार्मिक कार्यक्रम को राजनीति से जोड़ रहे हैं। यह एक धार्मिक कार्यक्रम का राजनीतिकरण है। ये बात ठीक नहीं है।
वही आएंगे जिन्हें राम नेे बुलाया है : लेखी
केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने बृंदा करात पर पलटवार करते हुए कहा, निमंत्रण सभी के लिए भेजे गए हैं, लेकिन केवल वे ही आएंगे जिन्हें भगवान राम ने बुलाया है। वामपंथी नेता अकेले विपक्षी राजनेता नहीं हैं, जिन्होंने राम मंदिर के निमंत्रण को अस्वीकार कर दिया है, पूर्व कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने कहा कि भगवान राम मेरे दिल में हैं और इसलिए, उन्हें समारोह में शामिल होने की आवश्यकता महसूस नहीं हुई, जो संभवत: चुनाव से पहले भाजपा द्वारा शक्ति प्रदर्शन होगा। आपसे जो कहता हूं वह मेरे दिल से है, क्योंकि मुझे इन चीजों की परवाह नहीं है। अगर राम मेरे दिल में हैं, और राम ने मेरी यात्रा में मेरा मार्गदर्शन किया है, तो इसका मतलब है कि मैंने कुछ सही किया है।