टीम इंडिया की शर्मनाक हार के बाद छलका जसप्रीत बुमराह का दर्द, फाइनल में जाने का सपना चकनाचूर

4PM न्यूज नेटवर्क: बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में ऑस्ट्रेलिया ने टीम इंडिया को 3-1 के अंतर से हराया है। टीम इंडिया का ऑस्ट्रेलिया दौरा करारी शिकस्त के साथ समाप्त हो गया। इस सीरीज की शुरुआत 22 नवंबर से पर्थ में हुई थी और अब सिडनी में इसका समापन हो गया है। लगभग 2 महीने तक खेली गई बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024-25 सीरीज में भारत को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा। जसप्रीत बुमराह को सीरीज में सबसे अधिक विकेट यानी कुल 32 बल्लेबाजों को आउट करने के लिए प्लेयर ऑफ द सीरीज चुना गया। पूरी सीरीज के दौरान यशस्वी जायसवाल, ट्रेविस हेड और विराट कोहली ने भी शतक लगाया। वहीं अगर पर्थ टेस्ट को छोड़ दें, तो इस पूरी सीरीज में भारतीय बल्लेबाजी बुरी तरह फेल नजर आई।

ऑस्ट्रेलिया ने बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी पर जमाया कब्जा

हालांकि बुमराह अकेले अपने दम पर टीम इंडिया को जीत नहीं दिला सके लेकिन फिर भी उन्होंने 5 मैचों की इस सीरीज में सबसे ज्यादा विकेट लेने का बड़ा कारनामा किया। इसके साथ ही वह ऑस्ट्रेलियाई सरजमीं पर एक टेस्ट सीरीज में सबसे ज्यादा 32 विकेट लेने वाले भारतीय गेंदबाज बने। इसके अलावा उन्हें इस शानदार प्रदर्शन के लिए प्लेयर ऑफ द सीरीज अवॉर्ड से नवाजा गया। बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी 2024-25 टीम इंडिया के स्टार तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह के लिए याद किया जाएगा।

आपको बता दें कि सिडनी में खेले गए 5वें टेस्ट को जीतकर ऑस्ट्रेलिया ने बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी पर कब्जा जमाया। पांच मैचों की सीरीज में 32 विकेट चटकाने वाले जसप्रीत बुमराह को ‘प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट’ चुना गया। जब उन्हें ये अवॉर्ड लेने के लिए बुलाया गया तो उनके आंखों में इस अहम मैच में बॉलिंग ना करने का दर्द साफ तौर से दिखाई दे रहा था।

जसप्रीत बुमराह ने भावुक बयान दिया

‘प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट’ अवॉर्ड जीतने के बाद जब जसप्रीत बुमराह से ब्रॉडकास्टर ने चोट पर अपडेट देने को कहा तो उन्होंने भावुक बयान दिया। उन्होंने कहा कि  ”थोड़ी निराशा होती है लेकिन कभी-कभी आपको अपने शरीर का सम्मान करना पड़ता है। आप अपने शरीर से नहीं लड़ सकते। ऐसे में मुझे अफसोस है कि इस सीरीज में जिस विकेट पर तेज गेंदबाजों के लिए सबसे ज्यादा मदद थी, मैं वहां गेंदबाजी नहीं कर सका। वहीं इसका खामियाजा टीम इंडिया को हार के रुप में भुगतना पड़ा। इस हार से कप्तान बुमराह काफी निराश हैं।

आपको बता दें कि बुमराह ने आगे कहा कि जब मैं पहली पारी में मैदान से बाहर गया तो बाकी गेंदबाजों ने अपने कंधों पर जिम्मेदारी ली और उन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया। इस सीरीज में दोनों टीमों ने कड़ी मेहनत की है। हम आज भी मैच में बने हुए थे। क्रिकेट इसी तरह चलता है। लंबे समय तक खेल में बने रहना, दबाव बनाना, दबाव झेलना और स्थिति के अनुसार खेलना सभी महत्वपूर्ण हैं। आपको परिस्थितियों के अनुरूप ढलना होगा और ये सीख भविष्य में हमारी मदद करेगी।

इसके अलावा जसप्रीत बुमराह ने ऑस्ट्रेलियाई टीम को बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी जीतने की बधाई भी दी और कहा कि यह एक शानदार श्रृंखला थी, ऑस्ट्रेलिया को बधाई, उन्होंने वास्तव में अच्छा संघर्ष किया और वो इस मैच में जीत के हकदार थे।

महत्वपूर्ण बिंदु

  • भारत को 3-1 से हराकर उन्होंने इस ट्रॉफी पर भी कब्जा जमा लिया।
  • 2014-15 के बाद ऑस्ट्रेलिया ने पहली बार इस ट्रॉफी पर कब्जा किया है।
  • इस हार के साथ ही टीम इंडिया का वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल में जाने का सपना चकनाचूर हो गया।

 

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