आजमगढ़ में खिलने वाला है कमल : केशव मौर्य

  • बीजेपी ने सपा प्रमुख अखिलेश को घेरा

लखनऊ। डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि अखिलेश यादव को मालूम हो गया है कि आजमगढ़ में कमल खिलने वाला है। इसलिए वे वहां प्रचार करने नहीं गए। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव में आजमगढ़ से बीजेपी को भले ही एक भी सीट न मिली हो, लेकिन सबका साथ सबका विकास के तर्ज पर ही योगी सरकार आजमगढ़ में भी विकास कार्य करा रही है। वहीं, इससे पहले सीएम योगी आदित्यनाथ ने निरहुआ के समर्थन में रैली करके आजमगढ़ को आर्यमगढ़ बनाने के संकेत दिए थे तो साथ ही कहा था कि आजमगढ़ को आतंकगढ़ बनने का अवसर मत दीजिएगा। गौरतलब है कि आजमगढ़ और रामपुर का उपचुनाव बीजेपी से ज्यादा सपा के लिए अहम माना जा रहा है, क्योंकि दोनों ही सीटें सपा की रही हैं। आजमगढ़ का इलाका सपा का गढ़ माना जाता है और अखिलेश यादव के के इस्तीफे देने के बाद लोकसभा चुनाव हो रहे हैं। इस तरह से आजमगढ़ में अखिलेश और रामपुर में आजम खान की परीक्षा होनी है। इतना ही नहीं, सपा के यादव नेताओं को बीजेपी अपने साथ मिलाकर आजमगढ़ में धर्मेंद्र यादव के खिलाफ जबरदस्त चक्रव्यूह रचा. इसके बावजूद अखिलेश यादव न ही आजमगढ़ और न ही रामपुर में चुनाव प्रचार के लिए उतरे हैं, जिसे लेकर बीजेपी भी सवाल खड़े करने लगी है।

उत्तराखंड में पहली बार महिला हो सकती है मुख्य सचिव!

देहरादून। उत्तराखंड में पहली बार विधानसभा स्पीकर के तौर पर एक महिला की ताजपोशी के बाद अब महिला को मुख्य सचिव पद भी मिल सकता है। सूत्रों के हवाले से बड़ी खबर यह है कि राज्य में अपर मुख्य सचिव के पद पर सेवारत राधा रतूड़ी को उत्तराखंड के आला नौकरशाह का पद मिल सकता है। इसकी वजह यह है कि मौजूदा चीफ सेके्रटी एसएस संधू को केंद्र में अहम जिम्मेदारी मिलने का रास्ता साफ हो चुका है। इसके बाद सीएस के पद के लिए राधा रतूड़ी का नाम आगे चल रहा है। मुख्य सचिव के पद के लिए सचिव वित्त सौजन्य ने भी डेप्यूटेशन के लिए अप्लाई किया है, लेकिन इस रेस में रतूड़ी का नाम आगे माना जा रहा है। चूंकि आईएएस कैडर में रतूड़ी सबसे वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी हैं, लेकिन मध्य प्रदेश कैडर की होने के चलते कैडर में बदलाव होने से वह अपने 1988 बैच के अधिकारियों से पिछड़ गई थीं। वर्तमान में रतूड़ी सीएमओ के साथ ही गृह और सचिवालय प्रशासन के लिए अपर मुख्य सचिव के तौर पर सेवाएं दे रही हैं। उत्तराखंड में पहले भी आईएएस अफसर महिलाएं बड़े पदों पर रह चुकी हैं, लेकिन मुख्य सचिव कभी नहीं बन सकीं। मार्च 24 में रिटायर होने जा रही रतूड़ी को यह इतिहास रचने का मौका मिलने की संभावना सबसे ज्यादा है। इस संभावना के पीछे सूत्रों के हवाले से खबरें ये भी हैं कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी रतूड़ी के नाम पर सहमति जता चुके हैं। बता दें कि रतूड़ी के पति अनिल रतूड़ी पहले डीजीपी के पद से रिटायर हुए थे।

संजय गांधी की पुण्यतिथि पर मेनका और वरुण ने दी श्रद्धांजलि

लखनऊ। पूर्व कांग्रेसी नेता संजय गांधी की पुण्यतिथि पर भाजपा सांसद मेनका गांधी और वरुण गांधी ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। सुल्तानपुर से लोकसभा सांसद मेनका गांधी संजय गांधी की पत्नी तो पीलीभीत से लोकसभा सांसद वरुण गांधी उनके बेटे हैं। दोनों लोगों ने गुरुवार सुबह दिल्ली स्थित समाधि स्थल पर जाकर पूर्व कांग्रेस नेता को श्रद्धांजलि अर्पित की। वरुण गांधी ने ट्वीट किया कि आज मैंने अपने दिवंगत पिताजी संजय गांधी की 42वीं पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। वे अपने समय से बहुत आगे का सोचते थे और मजबूत व आत्मनिर्भर भारत के लिए उन्होंने काम किया। उनमें आगे के लिए योजना बनाने की दूरदृष्टि थी व उस पर काम करने की शक्ति भी। पूर्व प्रधानमंत्री और कांग्रेस नेता इंदिरा गांधी के छोटे बेटे संजय गांधी का जन्म 14 दिसंबर 1946 को हुआ था। उनका निधन 23 जून 1980 को एक विमान हादसे में हुआ था।

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