सरकार अनाप-शनाप काम कर रही: कमलनाथ
मोदी सरकार पर साधा निशाना, बोले- सांसदों को निलंबित करना इनकी मजबूरी
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
छिंदवाड़ा। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ छिंदवाड़ा प्रवास से दिल्ली के लिए रवाना हुए। कमलनाथ ने इमली खेड़ा हवाई पट्टी पर पत्रकारों से चर्चा करते हुए केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा। सांसदों के निलंबन, प्रदेश में लाउडस्पीकर हटाने के आदेश सहित कई मुद्दों पर बात रखी।
कमलनाथ ने लोकसभा में 13 सांसदों के निलंबित किए जाने को लेकर कहा कि केंद्र सरकार के पास कोई उपाय नहीं बचा। वे निराश होकर ये सब कर रहे हैं। दरअसल सदन में हुए भारी हंगामा के बाद लोकसभा स्पीकर ने 13 सांसदों को निलंबित कर दिया था जिसको लेकर कमलनाथ का यह बयान सामने आया है। कमलनाथ ने यह भी कहा कि यह ऐसा करके दिन काट रहे हैं। एक दिन पहले भोपाल में हुई कांग्रेस विधायक दल की बैठक से छिंदवाड़ा के कांग्रेस विधायकों की अनुपस्थिति को लेकर कमलनाथ ने बयान दिया उन्होंने कहा कि जो विधायक अनुपस्थित थे। उन्होंने ऊपर फोन से बात कर ली है। इस दौरान कमलनाथ ने विधानसभा में उपस्थिति को लेकर कहा कि वह तय करेंगे कि कब शपथ लेंगे।
सीएम सामाजिक एकता को ध्यान में रखकर लें फैसले
कमलनाथ में लाउडस्पीकर हटाने को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में कहा कि वह जो कुछ भी कर रहे हैं इस बात का ख्याल रखकर करें कि इससे सामाजिक एकता को कोई नुकसान ना पहुंचे। हमारी संस्कृति भाईचारे की है।
नेता प्रतिपक्ष के नाम को लेकर मप्र में बना संशय
भोपाल। मध्यप्रदेश में नेताप्रतिपक्ष के नाम को लेकर सस्पेंस अभी भी बना हुआ है। नेताप्रतिपक्ष कोन होगा इसका इंतजार दिन प्रति दिन लंबा होता जा रहा है। दरअसल, मध्यप्रदेश कांग्रेस विधायक दल ने नेताप्रतिपक्ष को लेकर गेंद पार्टी हाईकमान के पाले में डाल दी है। अब पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिका अर्जुन खडग़े और अन्य वरिष्ठ नेताओं को मिल कर मध्यप्रदेश कांग्रेस विधायक दल के नेता के नाम पर फैसला लेना है। इसीलिए इसमें इतनी देरी हो रही है। जबकि इधर सत्ता पक्ष भाजपा ने 11 दिसंबर को ही अपने विधायक दल का नेता चुन लिया था जिसने मुख्यमंत्री के पद की शपथ भी ले ली है। लेकिन कांग्रेस अभी भी किसी निर्णय पर नहीं पहुंच पा रही है। इसके पीछे एक कारण कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ और एआईसीसी के बीच सहमति नहीं बन पाने को भी बताया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक कमलनाथ अब विदेश यात्रा पर निकल गए हैं। अब देखना यह होगा कि आखिर कब तक कांग्रेस नेताप्रतिपक्ष का चुनाव कर पाती है। भोपाल कांग्रेस मुख्यालय में विधायक दल की बैठक आयोजित की गई थी। इसमें चुनाव प्रभारी रणदीप सुरजेवाला और स्क्रीनिंग कमेटी के चेयरमैन भंवर जितेंद्र सिंह की मोजुदगी में 60 विधायकों ने ये एक लाइन का प्रस्ताव पारित किया था कि नेताप्रतिपक्ष के नाम का चयन पार्टी आलाकमान ही करे। रामनिवास रावत ने ये प्रस्ताव रखा था और हीरा अलावा ने इसका समर्थन किया था। बैठक की खास बात यह थी कि कमलनाथ और छिंदवाड़ा के सभी विधायक इस बैठक में अनुपस्थित थे।