भ्रष्टाचार के आरोपों पर केडीए उपाध्यक्ष घिरे, शासन के साथ लोकायुक्त भी करेंगे जांच!
- 4पीएम की खबर के बाद जागी सरकार, प्रमुख सचिव आवास ने की जांच की पुष्टि
- भाजपा नेता व केडीए बोर्ड से बर्खास्त सदस्य राम लखन रावत की शिकायत पर लोकायुक्त ने आईएएस अरविंद सिंह को किया तलब
लखनऊ। 4पीएम में कानपुर विकास प्राधिकरण (केडीए) के उपाध्यक्ष अरविंद सिंह के भ्रष्टïाचार के आरोपों की खबर छपने के बाद अब सरकार जागी है। तीन महीने पहले की गई भ्रष्टïाचार की शिकायत पर हीलाहवाली करने वाला शासन अब मौखिक रूप से इसकी जांच चलने की पुष्टिï कर रहा है जबकि शिकायतकर्ता तक को इसकी जानकारी नहीं दी गई है। वहीं लोकायुक्त ने भ्रष्टïाचार की शिकायत पर अरविंद सिंह को तलब किया है और 27 सितंबर तक जवाब मांगा है। केडीए बोर्ड से बर्खास्त सदस्य व भाजपा नेता राम लखन रावत ने लोकायुक्त कार्यालय में उनके भ्रष्टाचार की शिकायत की है, जिस पर 27 सितंबर तक उपाध्यक्ष से जवाब मांगा गया है। 49 पन्नों में दर्ज कराई गई शिकायत के माध्यम से राम लखन ने केडीए उपाध्यक्ष पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए हैं। साथ ही उनकी कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं। इससे पहले राम लखन मुख्यमंत्री को शिकायती पत्र भेजकर जांच की मांग कर चुके हैं। शासन स्तर से जांच के आदेश हो गए थे लेकिन उसको सार्वजनिक नहीं किया गया था।
4पीएम ने पिछले दिनों 14 सितंबर को उपाध्यक्ष पर भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर पूरी खबर विस्तार से प्रकाशित की थी, जिसके बाद शासन हरकत में आया और प्रमुख सचिव आवास नितिन रमेश गोकर्ण ने उपाध्यक्ष के खिलाफ जांच लंबित होने की पुष्टि की और कहा कि जो भी भ्रष्टाचार के आरोप है उसमें किसी को बख्शा नहीं जाएगा। बता दें कि 21 जून को भाजपा नेता व तत्कालीन केडीए बोर्ड मेंबर रामलखन रावत ने उपाध्यक्ष अरविंद सिंह पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत शासन स्तर पर शिकायत की थी। लेकिन आज तक इतने गंभीर आरोप होने के बावजूद भी इस प्रकरण में शासन स्तर पर जांच के कोई संकेत नहीं मिले। यहां तक कि शिकायतकर्ता को नहीं मालूम कि इस प्रकरण में कोई जांच चल रही है या नहीं। 4पीएम ने इस भ्रष्टïाचार के पूरे मामले को उजागर करते हुए प्रमुख सचिव आवास नितिन रमेश गोकर्ण से दूसरी बार जब जवाब मांगा तो जानकारी में आया कि इस मामले में जांच पहले से ही चल रही है। लेकिन जांच कमेटी में कौन-कौन शामिल है, जांच कहां तक पहुंची, इसके क्या निष्कर्ष निकले, इस बारे में उन्होंने कोई जानकारी नहीं दी। लेकिन यह बात तय हो गई कि इस प्रकरण में वीसी के खिलाफ जांच चल रही है।
विवादों में रही केडीए उपाध्यक्ष अरविंद सिंह की कार्यशैली
आईएएस अरविंद सिंह का विवादों से पुराना नाता रहा है। ये जहां भी रहते वहां चर्चाओं में जरूर रहते हैं। खुद को सीएम का करीबी बताकर रौब गांठते हैं। अगस्त 2021 में केडीए के उपाध्यक्ष बने अरविंद सिंह के राज में हो रहे भ्रष्टाचार की शिकायत बोर्ड सदस्य राम लखन रावत को इस कदर भारी पड़ गई कि उन्हें अपना पद गंवाना पड़ गया। बताया जाता है कि कानपुर मंडलायुक्त राजशेखर बतौर केडीए अध्यक्ष वीसी के फैसलों में बहुत ज्यादा हस्ताक्षेप नहीं करते। वीसी के कामकाज के तरीकों से उनके वरिष्ठ अफसर भी खुश नहीं माने जाते है। लेकिन पॉलिटिकल कनेक्शन के बूते वीसी साहब कुर्सी पर अब तक जमे है। भ्रष्टïाचार की शिकायत पर वीसी मीडिया पर भी बिफरे रहते हैं। यहां तक कि कमिश्नर के निरीक्षण के दौरान मीडियाकर्मियों को दलाल कह संबोधित कहने का वीडियो वायरल भी हुआ। शिकायत करने पर कमिश्नर ने कहा कि औचक निरीक्षण के दौरान वीडियोग्राफी गलत है। इससे पत्रकार संगठनों में रोष है।
सपा विधायक ने पूछा- आखिर किसके दबाव में नहीं हो रही कार्रवाई
समाजवादी पार्टी के विधायक अमिताभ बाजपेई से उपाध्यक्ष की तनातनी जगजाहिर है। जिसको लेकर विधायक ने विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना को पत्र लिखकर केडीए अफसरों की मीडिया कर्मियों के प्रति बदसलूकी का मामला उठाया था। हाल फिलहाल उन्होंने एक बार फिर केडीए उपाध्यक्ष अरविंद सिंह पर निशाना साधा है। राम लखन रावत के पत्र को ही ढाल बनाकर उन्होंने सीधे तौर पर भाजपा सरकार पर निशाना साधा और पूछा है कि आखिरकार किस दबाव में उपाध्यक्ष अरविंद सिंह पर कार्रवाई नहीं हो रही है। अब जब मामले ने तूल पकड़ लिया है तो निश्चित तौर पर अरविंद सिंह की मुश्किलें बढ़ गई हैं क्योंकि केडीए के अंदर भी उनको लेकर असंतोष की स्थिति है। विधानसभा में भी विधायक ने केडीए उपाध्यक्ष पर निशाना साधते हुए कई सवाल पूछे हुए हैं, लेकिन अब तक कोई जवाब नहीं मिला है।
दुष्कर्म के बाद जलाई गई युवती की इलाज के दौरान मौत, गांव में पुलिस फोर्स तैनात
लखनऊ। पीलीभीत जिले में दुष्कर्म के बाद जलाई गई किशोरी की इलाज के दौरान लखनऊ में मौत हो गई है। किशोरी की मौत के बाद उसके गांव में भारी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात कर दिया गया। पीलीभीत के माधोटांडा इलाके के एक गांव में सात सितंबर को किशोरी से दुष्कर्म किया गया, एक आरोपी ने किशोरी पर डीजल छिड़ककर आग लगा दी थी। जिला अस्पताल से 10 सितंबर को पीड़िता को लखनऊ के केजीएमयू अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इलाज के दौरान किशोरी की रविवार रात तीन बजे मौत हो गई। बता दें कि सात सितंबर को किशोरी घर पर अकेली थी। पिता खेत पर गए थे, जबकि मां पहले से मायके गई हुई थीं। दोपहर करीब 12 बजे गांव के दो युवक घर में घुस आए। आरोप है कि एक युवक ने किशोरी से दुष्कर्म किया। इसके बाद विरोध करने पर युवक ने अपने साथी की मदद से किशोरी पर डीजल छिड़क कर आग लगा दी और भाग गए।
संविधान की रक्षा के लिए भगवा पार्टी को सत्ता से रखें बाहर : येचुरी
हैदराबाद। माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने भाजपा पर निशाना साधा। उन्होंने कहा संविधान की रक्षा और लोगों के अधिकारों की गारंटी के लिए भाजपा को सत्ता से बाहर रखा जाना चाहिए। पीटीआई के अनुसार येचुरी ने कहा कि हैदराबाद लिबरेशन में भगवा पार्टी की कोई भूमिका नहीं और वह इतिहास को विकृत करने की कोशिश कर रही है। उन्होंने आगे कहा, यदि आप भारत को एक धर्मनिरपेक्ष, लोकतांत्रिक गणराज्य के रूप में बचाना चाहते हैं, यदि आप भारतीय संविधान की रक्षा करना चाहते हैं और लोगों को गारंटीकृत अधिकार प्रदान किए जाते हैं, यदि मैं यह सुनिश्चित करना चाहता हूं कि सत्ताधारी दल के राजनीतिक दोस्त होने के लिए आधिकारिक एजेंसियों का दुरुपयोग नहीं किया जाता है। आपको भाजपा को राजनीतिक सत्ता और सरकारी नियंत्रण से दूर रखना होगा। माकपा महासचिव ने कहा कि 25 सितंबर को इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) की रैली और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की विभिन्न नेताओं के साथ बैठकें धर्मनिरपेक्ष दलों को एक साझा एजेंडे में लाने की पहल हैं। येचुरी ने बताया कि भाजपा तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर हैदराबाद राज्य के अनुबंध पर भ्रम पैदा करने की कोशिश कर रही है। वहीं उन्होंने आगे कहा कि भाजपा तेलंगाना में सत्ता में आना चाहती है। इसलिए वे इतिहास को विकृत कर रहे हैं और सांप्रदायिकता को बढ़ावा दे रहे हैं।