स्मारक समिति के कर्मचारियों ने वित्त प्रबंधक के खिलाफ की शिकायत
लगाया दोहन और शोषण का आरोप, प्रमुख सचिव सेे लगाई न्याय की गुहार
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। स्मारक समिति के कर्मचारियों ने वित्त प्रबंधक देवेंद्र मणी उपाध्याय पर शोषण का आरोप लगाकर प्रमुख सचिव व लखनऊ विकास प्राधिकरण के सचिव को पत्र लिखकर कर न्याय की गुहार लगाई है। उधर कर्मचारियों के शिकायत पर स्मारक सदस्य सचिव ने प्रबंधक वित्त को निर्देश दिया कि वह उनकी समस्याओं का निराकरण करने को कहा।
उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि समस्याओं का तुरंत निराकरण नहीं किया गया तो उन पर कार्रवाई की जाएगी।गौरतलब हो कि कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि नियुक्त वित्त प्रबंधक देवेंद्र मणी उपाध्याय द्वारा स्मारक कर्मचारियों का शोषण किया जा रहा है बिना स्मारक कर्मचारियों के सलाह किए हुए समय-समय पर सैलरी अकाउंट को भिन्न-भिन्न बैंकों में खोलने का कार्य करते हैं । उन्होंने आरोप लगाया कि पत्राक संख्या चार 2024 का पत्रक संख्या 15 /12 4.2024 का संज्ञानित करने के संदर्भ में कर्मचारियों ने आपसे आग्रह किया हैं कि अभी तक नियुक्ति तिथि से काटे गए सीपीएफ के पैसे का कोई खता नहीं खोला गया। कर्मचारियों ने कहा कि कुछ लोगों के द्वारा एक्सिस बैंक में भी खाता वित्त प्रबंधक द्वारा खुलवाया गया था तमाम कर्मचारियों ने बैंकों से लोन ले रखा है जो समय से सैलरी ना मिलने के कारण उसका ब्याज अतिरिक्त भरते है अल्प वेतन भोगी कर्मचारी का यह एक तरह से शोषण है।
राष्ट्रीयकृत बैंक में खोला जाए खाता
कर्मियों ने यूनियन बैंक में खाता खोलने से पहले पूर्व में लिए गए कर्मचारियों के लोन को माफ करा दिया जाए और सीपीएफ का खाता खोलने के बाद ही किसी राष्ट्रीयकृत बैंक या समिति के नियमावली में उल्लेखित एसटीएससी बैंक में खाता खोला जाए। उन्होंने कहा कि यदि उनकी मांगों को नहीं माना गया तो हम यह समझते हैं कि कर्मचारियों इस नियमावली नियम का उल्लंघन हैै। कर्मियों ने कहा कि भविष्यनिधी को सुरक्षित रखते हुए तत्काल इस पर एक्शन ले और इस कार्यवाही को तब तक के लिए रोक दें जब तक पीछे का एनपीएस से लेकर लोन और सीपीएफ तक के पैसों के हिसाब क्लीयर ना हो जाएं।