रोजा न रखने पर ट्रोल हुए मोहम्मद शमी, समर्थन में उतरा असोसिएशन

4PM न्यूज़ नेटवर्क: रमजान का पवित्र महीना चल रहा है। टीम इंडिया टूर्नामेंट में बिजी है। वहीं इस बीच टीम इंडिया के धाकड़ तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी को लेकर एक नया विवाद खड़ा हो गया है। इस सब के बीच मोहम्मद शमी को काफी ट्रोल किया जा रहा है। वजह है उनका रोजा न रखना, मोहम्मद शमी को मुस्लिम धर्म गुरू कह रहे हैं कि वह रोजे का पालन करें। लेकिन, अब महाराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लोग गेंदबाज शमी के समर्थन में उतर गए हैं।
रमजान में रोजे न रखने पर ट्रोल हो रहे मोहम्मद शमी को मौलानाओं से समर्थन भी मिल रहा है। दिल्ली की मोती मस्जिद के इमाम मौलाना अरशद ने कहा है कि मोहम्मद शमी को ट्रोल करने वाले लोग न तो इस्लाम को जानते हैं और न ही कुरान को। उन्होंन कहा कि इस्लाम में मुसाफिर पर रोजा न रखने की छूट है। इसके साथ ही मौलाना ने कहा कि ‘मोहम्मद शमी इस समय सफर पर भारत से बाहर हैं, तो उन पर भी ये बात लागू होती हैं। रोजे के मामले में सिर्फ कुरान का हुक्म माना जाए, बरेली के किसी मौलाना या दूसरे लोगों का नहीं। शमी देश के लिए खेल रहे हैं, सबको ये बात याद रखनी चाहिए।’
इस मामले में महाराष्ट्र क्रिकेट असोसिएशन के चीफ रोहित पवार ने कहा है कि मोहम्मद शमी ने देश को प्राथमिकता दी है उनका सम्मान करना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि हर किसी का बॉडी टाइप अलग होता है, अगर शमी ने मैच के दौरान एनर्जी ड्रींक पी रहें है ताकि अच्छा परफॉर्म कर पाए तो इसमें कुछ गलत नहीं है। शमी इस्लाम का सम्मान करतें है लेकिन देश पहले होता है। हम मोहम्मद शमी के साथ खड़े हैं।
महत्वपूर्ण बिंदु
- एसोसिएशन के अध्यक्ष रोहित पवार ने शमी का बचाव करते हुए कहा है कि पूरा असोसिएशन शमी के साथ खड़ा है।
- उन्होंने कहा कि शमी इस्लाम का सम्मान करते हैं लेकिन उनके लिए धर्म से पहले देश है।
- चैपियंस ट्रॉफी काफी अहम है, अगर शमी पूरी तरह से फिट नहीं रहे तो देश को महंगा पड़ सकता है।