ठीक नहीं नीतीश का दिमाग: तेजस्वी
- नेता प्रतिपक्ष बोले- थक चुके हैं सीएम रिटायर्ड अफसर चला रहे बिहार में सरकार
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
पटना। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की आलोचना करते हुए उन्हें एक ऐसा नेता बताया जो थका हुआ है और उनका दिमाग ठीक नहीं है। तेजस्वी यादव ने कहा कि नीतीश कुमार थक चुके हैं और रिटायर्ड अफसरों के सहारे सरकार चला रहे हैं। कोई भी निर्णय लेने लायक नीतीश कुमार अब नहीं रहे हैं। पूरी तरीके से हाईजैक हो रखे हैं। उन्होंने कहा कि बिहार में पुलिस ने अपराधियों के आगे घुटने टेक दिए हैं।
आज भी 156 अपराधों की सूची मैंने जारी की है। तेजस्वी ने साफ तौर पर कहा कि अब नीतीश कुमार की साख नहीं रही है। यादव के अनुसार, कुमार के नेतृत्व में चल रही प्रगति यात्रा एक विकासात्मक पहल से अधिक वित्तीय बोझ है। उन्होंने जोर देकर कहा कि 272 करोड़ रुपये की लागत वाली यह यात्रा अनिवार्य रूप से राज्य के संसाधनों को खत्म कर रही है। उन्होंने टिप्पणी की, यह कुमार की प्रगति यात्रा नहीं बल्कि अधिकारियों की लूट यात्रा है। यादव शनिवार की रात मोतिहारी पहुंचे और सर्किट हाउस में आराम करने के बाद मीडिया को संबोधित किया। इसके बाद, पार्टी के सदस्यों ने बापू सभागार में दर्शन सह संवाद यात्रा में भाग लिया, जहां लगभग 5,000 लोग एकत्र हुए। प्रशांत किशोर को लेकर तेजस्वी यादव ने कहा कि एक कहानी लिखी गई है जिसमें एक निर्देशक, निर्माता, फाइनेंसर, अभिनेता, वैनिटी वैन है, कौन ये करा रहे हैं किस वजह से करा रहे हैं ये हम जानते हैं। किसी को छात्रों से लेना-देना नहीं है। उन्होंने कहा कि पूरी तरीके से एक फिल्म दिखाई जा रही है, एक नैरेटिव सेट करने की कोशिश की जा रही है। जिससे हम अवगत हैं। ये भाजपा की बी टीम है।
प्रशांत किशोर इस बार खुद के लिए मैनजमेंट कर रहे हैं : शाहनवाज
बिहार के आरा में सोमवार को बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता सह पूर्व केंद्रीय मंत्री सैयद शाहनवाज ने पटना में बीपीएससी अभ्यर्थियों की मांग को लेकर हो रहे राजनीति पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए जनसुराज के सुत्रधार प्रशांत किशोर पर जमकर हमला बोला। इस दौरान शाहनावाज हुसैन ने कहा कि बीपीएससी की जो परीक्षा थी, उसमें एक केंद्र को लेकर विवाद था। जो विवाद अब समाप्त हो गया है, फिर से री-एग्जाम हो गया है और कोई इल्जाम किसी ने नहीं लगाया था। लेकिन प्रशांत किशोर एक नई गाथा अपनी एक लिख रहे थे और कह रहे थे कि डेढ़ करोड़ रेट है, जिसका कोई साक्ष्य नहीं और प्रमाण नहीं है। सिर्फ पब्लिक स्टैंट के लिए यह काम किया। शाहनवाज बोले, वह इवेंट मैनेजर रहे हैं और कई पार्टियों के लिए इवेंट करते रहे। अब वो इवेंट अपने लिए कर रहे हैं। उनको लगा कि जब उपचुनाव हुआ तो चारो जगह उपचुनाव में एक जगह उनको वोट कुछ मिल गया। मुसलमान के नाम पर, एक जगह मिल गया। पासवान के नाम कंडिडेट को और असली चीज तब हुई, जब उनको 5-5 हजार वोट मिला। चर्चा से गायब हो गए थे, यूट्यूब भी पूछना बंद कर दिया था तो पब्लिसिटी के लिए इवेंट प्लान किया कि छात्रों के आंदोलन में घुसपैठ करते हैं तो छात्रों के आंदोलन में घुस गए। कोई भी छात्रों के साथ नहीं है। प्रशासन ने 42 लोगों को उठाया है, उसमें एक भी बीपीएससी का छात्र नहीं है। यह जो नेता हैं, जो ख्वाब देख रहे हैं कि बिहार की सत्ता में आने का, वह सपने देखने वाले लोग वहां इक_े थे और रात में भी सपना देख रहे थे। सुबह में भी सपना देख रहे थे। लेकिन उपचुनाव में उनके सपने अधूरे रह गए, ख्वाब अधूरा रह गया और अब वह छात्रों के आंदोलन के नाम पर सिर्फ राजनीति में एंट्री का पॉइंट बना रहे हैं।