अब मुलायम के साढ़ू प्रमोद और कांग्रेस की पोस्टर गर्ल प्रियंका भाजपा में शामिल

लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने दिलाई सदस्यता, कांग्रेस विधायक अदिति सिंह का इस्तीफा

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। विधान सभा चुनाव में पहले चरण का मतदान शुरू होने से पहले समाजवादी पार्टी को परिवार से ही दूसरा झटका मिला है। अपर्णा यादव के बाद अब सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के साढ़ू और पूर्व विधायक प्रमोद गुप्ता आज भाजपा में शामिल हो गए। कांग्रेस की पोस्टर गर्ल प्रियंका मौर्या ने भी भाजपा की सदस्यता ली। वहीं रायबरेली सदर की कांग्रेस विधायक अदिति सिंह ने विधान सभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। वह लम्बे समय से पार्टी के खिलाफ बगावती तेवर में थीं।
समाजवादी पार्टी के औरैया के बिधूना से 2012 में विधायक रहे प्रमोद कुमार गुप्ता के साथ कांग्रेस की पोस्टर गर्ल प्रियंका मौर्या, अयोध्या की लोक गायिका वंदना मिश्रा तथा कानपुर की गोविन्द नगर सीट से बसपा के प्रत्याशी रहे सुनील शुक्ला ने भी भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ली। भाजपा ज्वाइनिंग कमेटी के प्रमुख पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डा. लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने इन सभी को पार्टी सदस्यता दिलाई। भाजपा में शामिल होने के बाद औैरैया के बिधूना से विधायक रहे प्रमोद कुमार गुप्ता ने अखिलेश यादव पर बेहद गंभीर आरोप लगाए। साथ ही दावा किया कि सपा के कई विधायक उनके साथ आने के लिए तैयार हैं। इससे पहले मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव ने बुधवार को नई दिल्ली में भाजपा की सदस्यता ली थी।
प्रमोद कुमार गुप्ता समाजवादी पार्टी के संस्थापक पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के साढ़ू और अपर्णा यादव के मौसा भी हैं। प्रमोद कुमार गुप्ता सपा संरक्षक मुलायम सिंह की पत्नी साधना गुप्ता के बहनोई हैं।

16 महिलाओं को टिकट कांग्रेस ने जारी की उम्मीदवारों की दूसरी सूची

सहारनपुर नगर से सुखबिंदर कौर और ठाकुरद्वारा से सलमा आगा को बनाया प्रत्याशी
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। कांग्रेस ने यूपी चुनाव के लिए 41 उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट जारी कर दी है। इस लिस्ट में 16 महिलाओं को प्रत्याशी बनाया गया है। दूसरी सूची में अलीगढ़ जिले की इगलास, खैर व छर्रा सीट पर प्रत्याशी घोषित किए गए हैं। छर्रा से अखिलेश शर्मा, खैर से मोनिका सूर्यवंशी, इगलास से प्रीति धनगर को प्रत्याशी बनाया गया है। इस तरह अलीगढ़ जिले से दो महिलाओं को उतारा गया है।
कांग्रेस ने विधान सभा सीट सहारनपुर नगर से सुखविंदर कौर, कैराना से हाजी अखलाक, थाना भवन से सत्य श्याम सैनी, शामली से मो. अयूब जंग, बुढ़ाना से देवेंद्र कश्यप, चरथावल से डॉ. यस्मीन राना, पुरकाजी से दीपक कुमार, मुजफ्फरनगर से सुबोध शर्मा, खतौली से गौरव भाटी, मीरपुर से मौलाना जमीन कासमी, ठाकुरद्वारा से सलमा आगा अंसारी, बिलारी से कल्पना सिंह, चंदौसी से मिथलेस, सिवालखास से जगदीश शर्मा, सरधना से सैयद रियानुद्दीन, मेरठ कैंट से अवनीश कजाला, मेरठ से रंजना शर्मा, मेरठ दक्षिण से नफीस सैफी, बरूत से राहुल कश्यप, बागपत से अनिल देव त्यागी, साहिबाबाद से संगीता त्यागी, मोदी नगर से नीरज कुमार प्रजापति, धौलाना से अरविंद शर्मा, हापुड़ से भावना वाल्मीकि, सिकंदराबाद से सलीम अख्तर, बुलंदशहर से सुशील चौधरी, स्याना से पूनम पंडित, अनूप शहर से चौधरी गजेंद्र, डिवाई से सुनीता शर्मा, शिकारपुर से जियाउर रहमान, खुर्जा से तुक्की मल खटिक, खैर से मोनिका सूर्यवंशी, छर्रा से अखिलेश शर्मा, इगलास से प्रीति धंवार, छाठा से पूनम देवी, मांट से सुमन चौधरी, आगरा कैंट से सिकंदर वाल्मीकि, फतेहपुर सीकरी से हेमंत चहर, नवाबगंज से ऊषा गंगवार, कटरा से मुन्ना सिंह और अकबरपुर से प्रियंका जायसवाल को चुनाव मैदान में उतारा है।

सीएम योगी के खिलाफ गोरखपुर सदर से चुनाव लड़ेंगे चंद्रशेखर

आजाद समाज पार्टी प्रमुख ने किया ऐलान                                                                                                                                                                                        4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के विधान सभा चुनाव में समाजवादी पार्टी तथा कांग्रेस से गठबंधन की बात तय न होने पर अपनी पार्टी आजाद समाज पार्टी के 403 प्रत्याशी उतारने की घोषणा करने वाले चंद्रशेखर ने सीएम योगी आदित्यनाथ के खिलाफ चुनाव लडऩे का ऐलान किया है। भीम आर्मी के संस्थापक को पार्टी ने गोरखपुर सदर में सीएम योगी आदित्यनाथ के खिलाफ मैदान में उतारा है।
आजाद समाज पार्टी के गोरखपुर, बस्ती, आजमगढ़, वाराणसी तथा मिर्जापुर मंडल के मुख्य चुनाव प्रभारी डा. मोहम्मद आकिब ने चंद्रशेखर को भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर को गोरखपुर सदर सीट से प्रत्याशी घोषित किया है। अब सीएम योगी आदित्यनाथ के खिलाफ चंद्रशेखर आजाद चुनाव के मैदान में होंगे। सपा, बसपा और कांग्रेस ने अभी इस सीट से अपने प्रत्याशी की घोषणा नहीं की है। सीएम योगी आदित्यनाथ के खिलाफ किसी भी पार्टी ने अभी तक अपना पहला प्रत्याशी घोषित नहीं किया है। चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि पांच साल तक गरीबों व मजदूरों की आवाज को दबाया गया। अब समय आ गया है कि वे इसका जवाब देंगे। उन्होंने कहा कि चुनाव मंडल से लड़ा जाएगा न की कमंडल से। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार बनने पर पूरे प्रदेश के टोल फ्री कर दिए जाएंगे। यूपी में बहुसंख्यक सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। प्रदेश के छोटे संगठन हमारे साथ आकर चुनाव लडऩा चाहते हैं उनका स्वागत है।

उभरते भारत की सोच और अप्रोच नई: मोदी

आजादी के अमृत महोत्सव में बोले प्रधानमंत्री                                                                                                                                                                            लोकतंत्र में बढ़ रही महिलाओं की भागीदारी
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। देश में आज से आजादी के अमृत महोत्सव से स्वर्णिम भारत की ओर कार्यक्रम की शुरुआत हो गई है। पीएम नरेंद्र मोदी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया। मोदी ने बटन दबाकर कार्यक्रम का उद्घाटन किया।
मोदी ने कहा कि ब्रह्मïकुमारी संस्था के द्वारा ‘आजादी के अमृत महोत्सव से स्वर्णिम भारत की ओरÓ कार्यक्रम की शुरुआत हो रही है। इस कार्यक्रम में स्वर्णिम भारत के लिए भावना भी है, साधना भी है। इसमें देश के लिए प्रेरणा भी है। आज हम एक ऐसी व्यवस्था बना रहे हैं जिसमें भेदभाव की कोई जगह नहीं हो, एक ऐसा समाज बना रहे हैं, जो समानता और सामाजिक न्याय की बुनियाद पर मजबूती से खड़ा हो। हम एक ऐसे भारत को उभरते देख रहे हैं, जिसकी सोच और अप्रोच नई है और जिसके निर्णय प्रगतिशील हैं। मोदी ने कहा कि अमृत काल का ये समय हमारे ज्ञान, शोध और इनोवेशन का समय है। हमें एक ऐसा भारत बनाना है जिसकी जड़ें प्रचीन परंपराओं और विरासत से जुड़ी होगी और जिसका विस्तार आधुनिकता के आकाश में अनंत तक होगा। मोदी ने कहा कि देश के लोकतंत्र में भी महिलाओं की भागीदारी बढ़ रही है। 2019 के चुनाव में पुरुषों से ज्यादा महिलाओं ने मतदान किया। आज देश की सरकार में बड़ी-बड़ी जिम्मेदारियां महिला मंत्री संभाल रही हैं।

मेडिकल पाठ्यक्रमों में ओबीसी-ईडब्ल्यूएस आरक्षण को सुप्रीम कोर्ट की हरी झंडी

याचिका पर सुनवाई के दौरान कहा आरक्षण योग्यता के विपरीत नहीं                                   

 4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने आज कहा कि आरक्षण योग्यता के विपरीत नहीं है बल्कि इसके वितरण प्रभाव को आगे बढ़ाता है। शीर्ष अदालत ने केंद्र को मेडिकल पाठ्यक्रमों में अखिल भारतीय कोटा (एआईक्यू) सीटों पर ओबीसी को 27 फीसदी और ईडब्ल्यूएस को 10 फीसदी आरक्षण प्रदान करने की अनुमति देते हुए यह बात कही है।
जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली पीठ ने कहा कि न्यायिक औचित्य हमें कोटा पर रोक लगाने की अनुमति नहीं देगा, जब काउंसिलिंग लंबित हो, खासकर उस मामले में जहां संवैधानिक व्याख्या शामिल हो। पीठ ने कहा कि न्यायिक हस्तक्षेप से इस साल प्रवेश प्रक्रिया में देरी होती, पात्रता योग्यता में किसी भी बदलाव से प्रवेश प्रक्रिया में देरी होती और क्रॉस मुकदमेबाजी भी होती। हम अभी भी महामारी के बीच में हैं और इस तरह देश को डॉक्टरों की जरूरत है।
शीर्ष अदालत ने कहा कि प्रतियोगी परीक्षाएं आर्थिक-सामाजिक लाभ को नहीं दर्शाती हैं, जो कुछ वर्गों को मिला है इसलिए योग्यता को सामाजिक रूप से प्रासंगिक बनाया जाना चाहिए। शीर्ष अदालत ने यह भी कहा कि प्रदीप जैन के फैसले को इस तरह से नहीं पढ़ा जा सकता कि अखिल भारतीय कोटा सीटों में कोई आरक्षण नहीं हो सकता। शीर्ष अदालत ने यह भी कहा कि यह तर्क नहीं दिया जा सकता है कि परीक्षाओं की तारीखें तय होने के बाद नियमों में बदलाव किया गया। एआईक्यू सीटों में आरक्षण देने से पहले केंद्र को इस अदालत की अनुमति लेने की आवश्यकता नहीं थी और इस तरह उनका फैसला सही था।
गौरतलब है कि नील ऑरेलियो नून्स के नेतृत्व में याचिकाकर्ताओं के एक समूह ने पीजी पाठ्यक्रमों में मौजूदा शैक्षणिक सत्र से नीट-अखिल भारतीय कोटा में ओबीसी और ईडब्ल्यूएस आरक्षण को लागू करने के लिए केंद्र की 29 जुलाई की अधिसूचना को चुनौती दी थी।

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