सदन से सड़क तक विपक्ष का हंगामा, ईडी ऑफिस के लिये मार्च
- विपक्ष का मोदी सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। केंद्र सरकार को घेरने के लिए कांग्रेस समेत 18 विपक्षी दलों ने संसद भवन से लेकर ईडी कार्यालय तक मार्च किया। ज्ञात हो विपक्ष संसद में लगातार हिंडनबर्ग से जुड़े मुद्दों को उठा रहा है। इसी के मद्देनज़र कई विपक्षी दलों के नेताओं ने विरोध मार्च निकाला। इस मार्च के जरिये विपक्ष मोदी सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन कर रही है।
इससे पहले नेताओं ने इस मुद्दे पर अपनी संयुक्त रणनीति के तहत संसद भवन परिसर में राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खडग़े के कार्यालय में मुलाकात की। विरोध मार्च दोपहर 12:30 बजे संसद भवन से शुरू हुआ। इसमें कई विपक्षी दलों के सांसदों ने हिस्सा लिया। एनसीपी और टीएमसी के नेता इससे दूर रहे। हालांकि यह मार्च 20 मिनट बाद ही खत्म हो गया। क्योंकि पुलिस ने उन्हे विजय चौक पर रोक दिया जहां से वे वापस चले गए।
पीएम ने विदेश में देश की जनता का अपमान किया : खरगे
- ‘‘राहुल के माफी मांगने का सवाल ही नहीं उठता’’
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि मैं माफी (राहुल गांधी से) की मांग कर रहे लोगों से एक सवाल पूछना चाहूंगा कि जब मोदीजी पांच-छह देशों में गए और हमारे देश की जनता को अपमानित किया और उन्होंने हमें बताया कि भारत में जन्म लेना पाप है तो उसका क्या? कांग्रेस ने बुधवार को कहा कि पार्टी नेता राहुल गांधी के ब्रिटेन के बयान पर माफी मांगने का कोई सवाल ही नहीं है और ऐसी मांग कर रहे लोगों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा देश की जनता को अपमानित करने वाले विदेश में दिए गए बयानों पर जवाब देना चाहिए। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, यहां लोकतंत्र कमजोर हो रहा है, बोलने और अभिव्यक्ति की आजादी कमजोर हो रही है। टीवी चैनलों पर दबाव बनाया जा रहा है और सच बोलने वालों को जेल में डाला जा रहा है। अगर यह लोकतंत्र को खत्म करने की प्रक्रिया नहीं है तो क्या है उन्होंने कहा कि इसलिए माफी मांगने का सवाल ही नहीं उठता।
विजय चौक पर पुलिस ने रोका, धारा 144 लागू
वहीं दिल्ली पुलिस ने विजय चौक पर मार्च कर रहे विपक्षी सांसदों को सूचित किया कि वे आगे मार्च न करें क्योंकि धारा 144 सीआरपीसी लागू है और यहां किसी भी आंदोलन की अनुमति नहीं है।
संसद में हंगामा कार्यवाही स्थगित
बजट सत्र के दूसरे चरण के दूसरे दिन भी संसद के दोनों सदनों में सत्ता पक्ष ने हंगामा किया। विपक्ष ने भी सरकार को घेरा। हंगामा बढऩे पर लोक व राज्य सभा की कार्यवाही कल तक स्थगित कर दी गई। गौरतलब हो कि राहुल गांधी के लंदन के बयान को लेकर लोकसभा और राज्यसभा में दो दिन से हंगामा जारी है। बजट सत्र के दूसरे चरण की सोमवार को शुरूआत हुई, लेकिन अभी तक संसद में कोई विधायी कामकाज नहीं हो सका है।
लालू परिवार को कोर्ट से राहत
- लालू, राबड़ी और मीसा को मिली जमानत
- सीबीआई ने नहीं किया विरोध
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। जमीन के बदले नौकरी घोटाला मामले में लालू यादव के परिवार को कोर्ट से राहत मिल गई है। अदालत ने लालू यादव, राबड़ी देवी और मीसा भारती को जमानत दे दी है। वहीं सीबीआई ने इसका विरोध भी नहीं किया।
गौरतलब हो कि 2004 से 2009 के बीच लालू प्रसाद यादव यूपीए सरकार में रेल मंत्री थे। उन पर आरोप है कि रेल मंत्री रहते हुए रेलवे भर्ती में घोटाला हुआ। कहा जा रहा है कि नौकरी लगवाने के बदले आवेदकों से जमीन और प्लॉट लिए गए। अब इसी घोटाले में सीबीआई जांच कर रही है और आज मामले की सुनवाई अदालत में होनी है, जिसके लिए लालू यादव परिवार समेत कोर्ट पहुंचे हैं।
50 हजार के मुचलके पर मिली जमानत
अदालत ने लालू, राबड़ी और मीसा तीनों को 50-50 हजार के मुचलके पर जमानत दी है। इससे पहले आज दिल्ली के राउज एवेन्यू अदालत में 14 आरोपी पेश हुए। लालू यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी और बेटी मीसा भारती कोर्ट पहुंचे।
बीआरएस नेता कविता को सुप्रीम कोर्ट का झटका
- कल ईडी के सामने फिर होंगी पेश
- 24 मार्च को फिर सुनवाई
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। दिल्ली आबकारी नीति घोटाले में भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) नेता और तेलंगाना के सीएम के चंद्रशेखर राव की एमएलसी बेटी के. कविता को सुप्रीम कोर्ट से राहत मिली नहीं है। अदालत ने कविता को अंतरिम जमानत देने से इनकार कर दिया है। हालांकि, कोर्ट उनकी याचिका को सूचीबद्ध करने पर सहमत हो गया है। 24 मार्च को उनकी याचिका पर सुनवाई होगी।
कविता से ईडी ने बीते शनिवार को पूछताछ की थी। उस दिन वह जवाब देने से कतराती रहीं।
केंद्र सरकार पर निशाना
इसी बीच, कविता ने मोदी सरकार के खिलाफ हमला बोला है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के खिलाफ जो बोलता है, उसे बुलाया जाता है और सवाल किया जाता है। ये ठीक नहीं है। सभी को सवाल करने का अधिकार है। एजेंसियों ने पहले बिजनेस हाउस पर छापे मारे और उन्हें नियंत्रित करने की कोशिश की, फिर उन्होंने राजनीतिक दलों को नियंत्रित करने की कोशिश की। हम लड़ेंगे, हमने कुछ गलत नहीं किया है। एजेंसी जब भी हमें बुलाएगी हम जाएंगे और जवाब देंगे।