पाकिस्तान जितने आतंकवादी पूरी दुनिया में नहीं होंगे- आजाद

डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी के प्रमुख गुलाम नबी आजाद ने दावा करते हुए कहा कि आतंकी हमले में कश्मीर में पिछले 30 सालों में हजारों की संख्या में सिविलियन मारे गए हैं.

4पीएम न्यूज नेटवर्कः ऑल पार्टी डेलिगेशन का हिस्सा गुलाम नबी आजाद ने बहरीन में कहा कि दो दिनों में आज तक हमारी इतनी एक के बाद एक मीटिंग्स नहीं हुईं.मीडिया  से बातचीत के दौरान उन्होंने बहरीन को ‘मिनी इंडिया’ बताया और पाकिस्तान को निशाने पर लिया.

गुलाम नबी आजाद ने कहा, “हम अपने देश में अलग-अलग पार्टियों से संबंध रखते हों लेकिन यहां एक भारतीय के तौर पर आए थे. यही हमारे लिए गौरव की बात है कि हमारे भारत में सब धर्म के लोग प्यार से रहते हैं. ये पूरी दुनिया के लिए सबसे बड़ा मैसेज है. पाकिस्तान तो धर्म के आधार पर बना था लेकिन वहां पर ईस्टर्न और वेस्टर्न पाकिस्तान के मुसलमान इकट्ठे नहीं रह पाए. कुछ ही सालों में दो देश बन गए.”

उन्होंने आगे कहा, ”1947 से पाकिस्तान कुछ न कुछ हिस्से पर नजर रखता है. 1947 में उन्होंने आक्रमण किया, हमने नहीं किया. उसके बाद 1965 में तीन जगह आक्रमण किया. एक ही समय पर कच्छ, श्रीनगर, अखनूर पर आक्रमण किया लेकिन उसे मुंह की खानी पड़ी है. 1971 में तो उसका बंटवारा ही हो गया. फिर 1999 में आक्रमण हुआ और उसके बाद अभी पहलगाम हुआ. जितना आतंकवाद पाकिस्तान ने फैलाया है, हम देखेंगे कि जितने आतंकवादी पाकिस्तान में रहते हैं, शायद पूरी दुनिया में नहीं होंगे.”

गुलाम नबी आजाद ने ये भी कहा, ”हमारा देश इतना बड़ा है, मुसलमानों की यहां इतनी संख्या है लेकिन अलकायदा में एक नौजवान भी नहीं गया तो पाकिस्तान क्यों इनलोगों को शरण देता है. एक ऑर्गनाइजेशन नहीं बल्कि ऐसे दर्जनों संगठन हैं, जिसे वो शरण देता है. हर दफा हमला करता है और हमारे हजारों लोग मारे गए हैं. आतंकवादियों द्वारा कश्मीर में पिछले 30 सालों में हजारों की संख्या में सिविलियन मारे गए हैं.”

पूर्व केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा, ”अभी तक हम यही कहते रहे कि चलो एक दफा बात करेंगे लेकिन पाकिस्तान एक ऐसी चीज है, वहां की फौज विशेष रूप से, वो जिंदा रहने के लिए ये सबकुछ करती है, अन्यथा पाकिस्तान को फौज की जरूरत ही नहीं है. चीन दूसरी तरफ से उनका दोस्त है. पाकिस्तान के जो जनरल हैं, उन्हें बजट का हिस्सा खासा अच्छा मिले, शान से रहें. उनके पास दौलत हो, वो दुनिया में घूमें. उसके लिए वो कहते हैं कि हिंदुस्तान बहुत बड़ा है, इनको कमजोर करो.”

‘खुद भी शांति से रहें और हमें भी शांति से रहने दें’

डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी के प्रमुख ने कहा, ”पाकिस्तान हकीकत में नहीं बना है. ये तो मुसलमानों के जज्बात से खिलवाड़ किए तो बना है, वरना हमारे यहां जैसे 22-23 करोड़ मुसलमान रह सकते हैं तो वो भी 17-18 करोड़ रह सकते थे लेकिन वहां जाकर उनका नुकसान ही हुआ है, फायदा नहीं हुआ. चाहे उनका नुकसान हो या फायदा हो, आप खुद भी शांति से रहें और हमें भी शांति से रहने दें. अभी सरकार और हिंदुस्तान के लोगों ने ये फैसला किया कि 75 साल से ये हमले करते हैं, आतंकवाद हमारे देश में फैलाते हैं, लोगों को मारते हैं और हम कुछ नहीं करते थे लेकिन इस बार हिंदू-मुस्लिम, सिख और ईसाई, कश्मीर से कन्याकुमारी तक पूरा देश चाहता था कि अब बहुत हो गया, अब बर्दाश्त नहीं करना चाहिए.

उन्होंने ये भी कहा, ”इसके बावजूद भी हमारी सरकार ने बहुत संयम बरता कि पाकिस्तान की आर्मी पर हम अटैक नहीं करेंगे. जहां आतंकवादी रहते हैं, जहां उनको ट्रेनिंग दी जाती है, जहां से उनको भेजा जाता है उन जगहों पर अटैक करेंगे. हमलोगों ने 9 जगहों पर अटैक किया, जिसमें बहुत सारे आतंकवादी मारे गए. जो बड़े बड़े आतंकवादी वहां मौजूद हैं, उनके रिश्तेदार भी मारे गए. लेकिन दूसरे तीसरे दिन बाद ही पाकिस्तान ने पूरी तरह से हमला किया और हमने जवाब दिया. जिसके बाद सीजफायर हुआ.”

‘आतंकवाद पाकिस्तान को खुद खत्म करेगी’

गुलाम नबी आजाद ने आगे कहा, ”हम जानते हैं कि आतंकवाद पाकिस्तान को खुद खत्म करेगी क्योंकि आतंकवादी कैंप बनाने और आतंकियों को जम्मू कश्मीर और देश के दूसरे हिस्सों में भेजने में ही उनका पैसा लग जाता है तो उनका शिक्षा की तरफ कोई ध्यान नहीं है. मॉडर्न तरीके से खेती कैसे हो, अस्पताल कैसे बनाएं, उसके लिए उनका कोई ध्यान नहीं है. जबतक हमारी नदियों का 80 फीसदी पानी वहां नहीं जाएगा तो उनकी कोई खेती नहीं होगी. तो वो जिस थाली में खाते हैं, उसी थाली में छेद करते हैं. ये उनकी समझ में नहीं आता है. पाकिस्तान एक दिन आश्वासन देता है लेकिन दूसरे ही दिन वो आतंकवादी हमले करता है, ऐसे में उस पर यकीन करना नामुमकिन है.”

Related Articles

Back to top button