राजस्थान SI भर्ती परीक्षा-2021 पर मचा सियासी घमासान, SOG कर रही जांच
सरकार का कहना है कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा और ईमानदार अभ्यर्थियों के साथ कोई अन्याय नहीं होगा।

4पीएम न्यूज नेटवर्कः राजस्थान SI भर्ती परीक्षा-2021 को लेकर राज्य की राजनीति एक बार फिर गरमा गई है। मौजूदा भजनलाल सरकार ने इस मामले में निष्पक्ष जांच का भरोसा दिलाया है, वहीं विपक्ष इस परीक्षा को रद्द करने की मांग को लेकर सड़कों पर उतर आया है।
राज्य सरकार ने इस परीक्षा में हुई कथित गड़बड़ियों की जांच के लिए स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG) को जिम्मेदारी सौंपी है। SOG का कार्रवाई में अब तक कई फर्जी अभ्यर्थियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। जांच एजेंसी द्वारा परीक्षा से जुड़े नेटवर्क और साजिशों को उजागर करने की कोशिश जारी है। वहीं दूसरी और, विपक्षी दलों ने सरकार पर नौजवानों के भविष्य से खिलवाड़ का आरोप लगाया है। कई विपक्षी नेता धरना प्रदर्शन कर रहे हैं और उनकी मांग है कि इस भर्ती प्रक्रिया को पूरी तरह से निरस्त किया जाए और नई परीक्षा कराई जाए।
सरकार का कहना है कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा और ईमानदार अभ्यर्थियों के साथ कोई अन्याय नहीं होगा। लेकिन विपक्ष का आरोप है कि सरकार केवल दिखावे की कार्रवाई कर रही है और असली गुनहगारों के बचाया जा रहा है।इस मुद्दे पर आने वाले दिनों में विधानसभा से लेकर सड़कों तक राजनीतिक टकराव और तेज हो सकता है।
नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल SI भर्ती परीक्षा-21 को निरस्त करने की मांग को लेकर जयपुर में धरने पर है. वही इस भर्ती को निरस्त नहीं किया जाए. इसको लेकर सर्व समाज की और से महिलाओं व पुरुषो ने राजपूत मारवाड़ समाज के अध्यक्ष हनुमान सिंह खांगठा के नेतृत्व में सड़को पर उतर कर जोधपुर में रैली निकाल प्रदर्शन कर जिला कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया.
‘दोषी है उन पर कार्रवाई की जाए’
जोधपुर में SI भर्ती यथावत रखने की मांग को लेकर सर्व समाज ने कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन कर जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौपा. इस दौरान सर्व समाज के लोगों का कहना था कि जो दोषी है उन पर कार्रवाई की जाए जो साथ ही सर्व समाज ने चेतावनी दी कि यदि सरकार सी भर्ती निरस्त करती है तो सर्व समाज सड़कों पर उतरेगा और प्रदर्शन करेगा.
प्रदर्शन में शामिल हो होने पहुंची पूनम राठौर ने फबकते हुए कहा कि मेरे पति धर्मेद्र सिंह शेखावत का चयन हुआ, उन्होंने बहुत मेहनत की इस भर्ती को यथावत रखें जो दोषी है उन्हें ही सजा मिले, निर्दोषों को सजा ना दें, मेरी मम्मी रोज सुबह शाम उनसे पूछती है और यह कहते हुए पूनम राठौर फबक पड़ी. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री से निवेदन है कि भर्ती को किसी भी हालत में रद्द नहीं करें और यथावत रखें.



