कुंभ में मप्र के मरने वालों का सरकार करे खुलासा: पटवारी
- पीसीसी चीफ बोले- मध्य प्रदेश के अलग-अलग जिलों के लोग हादसे में शामिल
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
भोपाल। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा कि प्रयागराज में चल रहे कुंभ मेले में अव्यवस्थाओं और लचर कानून व्यवस्था के चलते सरकार की लापरवाही से मची भगदड़ से सैकड़ों लोगों की मौत और हजारों लोग घायल हुए हैं, लेकिन सरकार इस हादसे से पल्ला झाडऩे के लिए महज 30 लोगों की मौत बता रही है, सरकार सच्चाई पर पर्दा डालकर इस वीभत्स हादसे पर लीपापोती करने में लगी हुई है। पटवारी ने कुंभ मेले में मध्यप्रदेश के लोगों की हुई मौतों पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि सरकार मौतों का आंकड़ा क्यों छुपा रहीं है।
कुंभ मेले में कितने लोग मध्यप्रदेश के मरे हैं, सरकार को इसका खुलासा करना चाहिए। पटवारी ने कहा कि जानकारी के मुताबिक प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में मौनी अमावस्या पर हुई भगदड़ में सैकड़ों लोगों की मौत हो गई है। प्रशासन का कहना है कि अखाड़ा मार्ग में भी? बढऩे के कारण यह हादसा हुआ। इससे वहां आसपास नीचे सोए श्रद्धालुओं पर अन्य लोग चढ़ गए। उन्होंने कहा कि जब यह हादसा हुआ तक इतने बड़े आयोजन में व्यवस्थाओं के नाम पर 8 हजार करोड़ से अधिक की राशि खर्च की गई, जिसमें ढाई हजार कैमरे, एआई इंटेलीजेंस और पुलिस प्रशासन का खुफिया तंत्र कहां सोया हुआ था? मौत का आंकड़ा बताने में भी सरकार को एक दिन से ज्यादा का समय लग गया। पटवारी ने कहा कि मप्र के विदिशा, ग्वालियर, नर्मदापुरम, रायसेन सहित अलग-अलग जिलों के लोग इस हादसे में शामिल हैं। इतना ही नहीं नर्मदापुरम के एक परिजन को अपने भाई का शव लाने के लिए सरकार ने कोई मदद नहीं की और उसे 40 हजार रूपये लगाकर शव को अपने घर लाना पड़ा। पटवारी ने कहा कि मप्र सरकार खुलासा करे कि कुंभ मेले में मध्यप्रदेश के कितने लोग हादसे का शिकार हुये, कितने लोग मरे और कितने अभी भी लापता है।
विस में सरकार मुद्दे सुनती तो है, लेकिन कार्रवाई नहीं करती : सिंगार
मध्यप्रदेश विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने विधान सभा में उठे सवालों पर कर्रवाई नहीं होने का आरोप लगाया है। उन्हो ने कहा है कि विधानसभा एक ऐसा मंच है, जहां से आम जनता की आवाज सरकार तक पहुंचती है लेकिन अक्सर देखा जाता है कि विधानसभा में सरकार मुद्दों को सुनती तो है, लेकिन कार्रवाई कुछ नहीं करती। उन्होंने स्कूली छात्रों को मिलने वाले स्कूटी और लैपटॉप पर भी सवाल खडे किए हैं। उमंग सिंघार ने कहा कि बच्चों के भविष्य को देखते हुए सरकार को तत्काल इनका वितरण कराना चाहिए। नेता प्रतिपक्षने कहा की सरकार को जगाने के लिए मैंने 2 स्कूटी दी हैं, बाकी विधायक भी सांकेतिक तौर पर ऐसा करेंगे। सिंघार ने कहा कि लैपटॉप स्कूटी योजना पहले से चल रही थी। इन्होंने चुनाव में भी वादा किया था। फिर सरकार स्कूटी लैपटॉप मेधावी छात्रों को क्यों नहीं देना चाह रही। उन्होंने कहा कि बच्चों का सत्र भी अब खत्म होने को आया है, अगर सरकार के पास पैसा है तो क्यों नहीं देना चाहती ? सरकार कुम्भकर्ण की तरह सोती है, विपक्ष जब जगाता है, तब ही जागती है।