यूक्रेन के लोग कभी नहीं भूल पाएंगे ये मंजर

इस भयावह भयानक हादसे को कभी नहीं भूलते हैं यूक्रेन के लोग, जिसके बाद कैंसर से मरने लगे हजारों लोग

4PM न्यूज़ नेटवर्क : सोचिए एक रात आप सोएं और सुबह उठें तो आपको पता चले कि आपके देश का एक पूरा शहर एक चुटकी तबाह हो गया. 26 अप्रैल 1986 को यूक्रेन के लोगों के साथ कुछ ऐसा ही हुआ था. दरअसल, इस तारीख को यू्क्रेन के एक शहर प्रिप्यात में स्थित चेर्नोबिल परमाणु संयंत्र में विस्फोट हो गया. ये विस्फोट इतना भयानक था कि इसने पूरे शहर को एक चुटकी में मुर्दा कर दिया. चलिए आज आपको इसके बारे में विस्तार से बताते हैं.

चेर्नोबिल परमाणु ऊर्जा संयंत्र में 25 अप्रैल 1986 को रात के करीब 1 बज कर 23 मिनट पर एक नियमित सुरक्षा परीक्षण के दौरान चौथे रिएक्टर में अचानक विस्फोट हो गया. यह विस्फोट इतना बड़ा था कि उसने रिएक्टर की इमारत की छत को उड़ा दिया और भारी मात्रा में रेडियोएक्टिव पदार्थ वायुमंडल में फैल गए.

इस हादसे की वजह से रिएक्टर का कोर पूरी तरह से बर्बाद हो गया और आसपास के क्षेत्रों में रेडियोएक्टिव तत्व फैल गए. हादसे की वजह से पहले दो कर्मचारियों की मौत हुई, फिर परमाणु संयंत्र में मौजूद और कर्मचारियों की मौत हो गई.

ये सभी लोग रेडिएशन का शिकार हो गए थे. धीरे-धीरे ये बढ़ता गया और कई लोग मारे गए.

एक रिपोर्ट के मुताबिक, चेर्नोबिल परमाणु ऊर्जा संयंत्र हादसे की वजह से जो रेडियोएक्टिव पदार्थ हवा में फैले उसकी वजह से 1991 से 2015 तक इस शहर में थाइरॉयड और कैंसर के लगभग 20 हजार मामले दर्ज किए गए.

सबसे बड़ी बात की इनमे से ज्यादातर मरीजों की उम्र 18 साल से कम थी.

 

 

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