गंगा एक्सप्रेस-वे प्रगति के द्वार खोलेगा : पीएम मोदी

12 जिलों की 76 विधानसभा सीटों से गुजरेगा हाईवे

4पीएम न्यूज नेटवर्क. लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शाहजहांपुर पहुंच चुके हैं। मंच पर आने से पहले पीएम गंगा एक्सप्रेस-वे का नक्शा देख रहे हैं। पीएम ने 594 किमी लंबे गंगा एक्सप्रेस-वे की नींव रखी। उन्होंने कहा यह एक्सप्रेसवे प्रगति के द्वार खोलेगा। पीएम को देखकर जनता में भारी उत्साह दिखा। पीएम के साथ सीएम योगी भी मौजूद हैं। मंच पर डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, मंत्री जितिन प्रसाद व कपिल मौजूद हैं।

36 हजार करोड़ की लागत से बनने वाला यह एक्सप्रेस-वे पश्चिमी यूपी को पूर्वांचल से जोड़ेंगा। मेरठ से 12 जिलों से होता हुआ प्रयागराज में खत्म होगा। इसके जरिए मेरठ से प्रयागराज तक की जो दूरी 8-9 घंटे में पूरी होती है वह साढ़े 6 घंटे में पूरी हो जाएगी। सभा मैदान में 60 हजार कुर्सियां रखी गई हैं। इसके अलावा, 40 हजार लोगों के खड़े होने की व्यवस्था की गई है। किसान आंदोलन के चलते पश्चिमी यूपी में भाजपा बैकफुट पर है। तीनों कृषि कानून वापस लेकर केंद्र सरकार ने सियासी समीकरण को साधने की कोशिश जरूर की है, लेकिन पश्चिमी यूपी की 136 सीटों में से 60 से ज्यादा सीटों पर असर पड़ेगा।

गंगा एक्सप्रेस-वे के सियासी मायने

यह एक्सप्रेस-वे 12 जिलों की 76 विधानसभा सीटों पर असर डालेगा। इन 76 सीटों में से 55 पर भाजपा का कब्जा है। जबकि 9 पर सपा और 4 सीटें बसपा के पास हैं। 3 कांग्रेस और 5 अन्य के पास हैं।

१८ साल ही रहनी चाहिए लड़कियों की शादी की उम्र : हसन

लखनऊ। लड़कियों की विवाह की उम्र २१ वर्ष किए जाने के फैसले को सपा सांसद एवं पेशे से चिकित्सक डॉ. एसटी हसन ने गलत करार दिया है। उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान के इंसान की औसल उम्र ६० साल है। महिलाओं की प्रजनन उम्र १७-१८ से तीस साल तक की उम्र बेहतर होती है। इस उम्र के निकल जाने पर कई महिलाओं की प्रजनन क्षमता पर इसका असर पड़ता है। उन्होंने कहा इधर मेल पार्टनर की उम्र शादी के समय लड़की की उम्र से कई बार काफी अधिक होती है।

उन्होंने कहा हर मनुष्य चाहता है कि उसकी औलाद बुढ़ापे में उसका सहारा बने। यह प्राकृतिक चेन है। अगर देर से शादी होगी तो बुढ़ापे के समय उसकी औलाद पढ़ती होगी। वह अपने बुजुर्ग की देखभाल नहीं कर पाएगी। ऐसा कर हम प्राकृतिक चेन को तोड़ने का काम कर रहे हैं। जब भी नेचुरल साइकिल को हम तोड़ते हैं तो उसका नुकसान इंसान को भुगतना पड़ता है। सांसद ने तर्क दिया कि जब बालिकाएं १८ साल की उम्र में मतदान कर सकती हैं। एमपी, एमएलए चुन सकती हैं। बालिग हैं तो शादी क्यो नहीं कर सकती।

उन्होंने कहा कि इंग्लैंड में मॉ-बाप की परमीशन से १६ साल में ही शादी की जा सकती है। यही नहीं, अमेरिका के एक शहर में तो १४ साल की उम्र में भी मां-बाप की परमीशन से लड़कियों की शादी की जाती है। इस लिहाज से भारत में लड़कियों की शादी की उम्र १८ साल ही रहनी चाहिए।

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