द केरला स्टोरी के निर्माता को सरेआम फांसी दे देनी चाहिए: एनसीपी नेता जितेंद्र आव्हाड
नई दिल्ली। फिल्म ‘द केरल स्टोरी’ 5 मई को रिलीज हो गई है. मूवी को देखने के लिए बड़ी संख्या में दर्शक सिनेमाघर पहुंच रहे हैं, लेकिन दूसरी तरफ फिल्म को लेकर विवाद खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. जहां देश में दो राज्य मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में फिल्म को टैक्स फ्री कर दिया गया तो वहीं बंगाल और तमिलनाडु में फिल्म थिएटर तक पहुंच ही नहीं पाई है. वहीं महाराष्ट्र में भी अब फिल्म को लेकर राजनीति तेज होती नजर आ रही है. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (हृष्टक्क) नेता जितेन्द्र आव्हाड ने कहा है कि फिल्म में सब झूठ दिखाया गया है, फिल्म निर्माता को सरेआम फांसी दे देनी चाहिए.
उन्होंने कहा है कि 3 महिलाओं की कहानी को 32 हजार की कहानी बताया गया है. उन्होंने कहा कि 32 हजार महिलाएं गायब हुई बताया गया है लेकिन आधिकारिक आंकड़ा 3 का आया है. 32 हजार और 3 में अंतर ही नहीं है, ये जो कोई भी प्रोड्यूसर है जिसने काल्पनिक कहानी बनाई उसे खुले चौक पर फांसी देना चाहिए.
उन्होंने आगे कहा कि केरला फाइल के नाम पर राज्य को तो बदनाम किया ही साथ ही महिलाओं को भी बदनाम किया गया और जो लोग इसका प्रोपोगंडा कर रहे है उनको शर्म नहीं आती ,सत्य डॉयर आंकड़े पुस्तक में है थोड़ा तो पुस्तक पढ़े सब हाथ में आएगा.
वहीं इसे पहले जितेंद्र आव्हाड ने ट्विटर पर एक मुस्लिम दंपत्ति की तस्वीर शेयर कर लिखा था कि ‘ राज्य के कासरगोड में मुस्लिम दंपत्ति अब्दुल्ला और खाजिदा ने अपनी गोद ली हुई हिंदू बेटी की शादी पूरे हिंदू रीति रिवाज के साथ एक हिंदू लडक़े के साथ करवाई है. क्या कोई इस विषय पर फिल्म बना सकता है?’