राहुल की सजा से कहीं हो न जाए भाजपा को नुकसान
- सजा पर रोक की मांग वाली याचिका खारिज
- कांग्रेस बोली- आदेश दुर्भाग्यपूर्ण, जायेंगे सुप्रीम कोर्ट
- बीजेपी ने कहा- कोर्ट के फैसले को मानें
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। राहुल गंाधी की सजा कम करने वाली याचिका को खारिज करने के गुजरात हाईकोर्ट के फैसले का असर 2024 के चुनाव पर पडऩा तय है। इस फैसले से भाजपा खुश है और वह राहुल गंाधी को घेरने में लगी है। पर कांग्रेस के लिए यह फैसला फायदेमंद हो सकता है। इससे पहले भी जब निचली अदालत का फैसला आया था कांग्रेस ने इसको बड़ा मुद्दा बनाया था, इसका लाभ उसे मिला था। जिसका परिणाम कर्नाटक चुनाव की जीत से दिखा था। उस फैसले के बाद पूरे भारत मेें राहुल गांधी के साथ आमलोग भी जुड़ गए थे और मोदी सरकार को खरी-खोटी सुना रह थे। इसके बाद से राहुल गांधी की लोकप्रियता में भी बड़ा फर्क आया है। जाहिर सी बात है इस अदालती निणर्य का कांग्रेस को लाभ मिलेगा। अब आगे देखना होगा कि कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व इसको कैसे अपने पक्ष में लेता है। हालांकि कांग्रेस ने इस फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाने का निणर्य लिया है।
गौरतलब है कि सूरत में एक मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट की अदालत ने 23 मार्च को भाजपा गुजरात विधायक पूर्णेश मोदी द्वारा दायर 2019 मामले में गांधी को आईपीसी की धारा 499 और 500 (आपराधिक मानहानि) के तहत दोषी ठहराते हुए दो साल जेल की सजा सुनाई थी। विधायक ने गांधी के खिलाफ आपराधिक मानहानि का मामला दायर किया था कि सभी चोरों का उपनाम मोदी कैसे है? राहुल ने 13 अप्रैल 2019 को कर्नाटक में रैली में यह टिप्पणी की थी।
लोकसभा चुनाव नहीं लड़ पाएंगे
हाईकोर्ट के इस फैसले के बाद राहुल गांधी अब 2024 लोकसभा चुनाव नहीं लड़ पाएंगे और न ही संसद सदस्य (सांसद) के रूप में अपनी स्थिति के निलंबन को रद्द करने की मांग नहीं कर पाएंगे। वह हाईकोर्ट के आदेश के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में अपील कर सकते हैं। राहुल की लोकसभा सदस्यता पहले ही जा चुकी है।
अदालत के फैसले से राजनीतिक भाग्य तय नहीं होते : बंसल
कांग्रेस के नेता पवन कुमार बंसल ने कहा कि हमने हमेशा न्यायपालिका का सम्मान किया है और इसे उच्च सम्मान में रखा है, लेकिन हमारा मानना है कि यह निर्णय गलत है। ये तथ्यों के साथ-साथ कानूनी रूप से गलत है। अदालत के फैसले से राजनीतिक भाग्य (राहुल गांधी का) तय नहीं हुआ है। यह देश की जनता ने तय किया है और देश की जनता मजबूती से राहुल गांधी के साथ है।
आप पर अभी 10 आपराधिक केस लंबित हैं : न्यायमूर्ति हेमंत प्रच्छक
कांग्रेस नेता राहुल गांधी की याचिका को खारिज करते हुए न्यायमूर्ति हेमंत प्रच्छक ने कहा कि गांधी पहले से ही भारत भर में 10 आपराधिक मामलों का सामना कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता को दोषी ठहराने के लिए निचली अदालत का आदेश उचित और कानूनी था इसलिए उसमें कुछ बदलने लायक नहीं है। हाई कोर्ट ने कहा कि सजा पर रोक लगाने का कोई उचित आधार नहीं है।
ये लोकतंत्र की हत्या है : शिवकुमार
गुजरात हाईकोर्ट के फैसले पर कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार ने कहा कि यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि न्याय नहीं मिला। ये लोकतंत्र की हत्या है। मगर फिर भी पूरा देश और विपक्ष राहुल जी के साथ खड़ा है।
हमारे संकल्प को दोगुना किया : जयराम रमेश
वहीं, कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि राहुल की संसद से अयोग्यता पर गुजरात हाईकोर्ट की एकल पीठ का फैसला हमारे संज्ञान में आया है। माननीय न्यायाधीश के तर्कों का अध्ययन किया जा रहा है, जैसा कि होना चाहिए। डॉ. अभिषेक मनु सिंघवी दोपहर 3 बजे मीडिया से इस पर विस्तार से चर्चा करेंगे। हाईकोर्ट के फैसले ने इस मामले को आगे ले जाने के हमारे संकल्प को दोगुना किया है।
राहुल को नहीं बनाने चाहिए ऐसे इतिहास : पूर्णेश
भाजपा विधायक पूर्णेश मोदी ने हाईकोर्ट के फैसले का स्वागत किया। उन्होंने अदालत की टिप्पणी, जिसमें राहुल पर और केस दर्ज होने की बात कही है, पर कहा कि राहुल को इसके बारे में सोचना चाहिए और ऐसे इतिहास नहीं बनाने चाहिए…।
विधायक या सांसद होने का फायदा नहीं मिल सकता : वकील
कांग्रेस नेता राहुल गांधी के खिलाफ मोदी सरनेम मामले में वकील हर्षित एस. टोलिया ने कहा कि कोर्ट ने फैसला सुनाते हुए जो कहा उससे हमें समझ आता है कि निचली अदालत का फैसला सही है। विधायक या सांसद होने के कारण किसी को विशेष फायदा नहीं मिल सकता। भयुक्त के खिलाफ बहुत से ऐसे मामले हैं। कोर्ट ने आज फैसला सुनाते हुए याचिका खारिज कर दी है।
सूरत कोर्ट का कोई क्षेत्राधिकार नही: गोहिल
कांग्रेस नेता शक्तिसिंह गोहिल ने कहा कि राहुल गांधी ने देश को लूटकर भाग गए ललित मोदी-नीरव मोदी के खिलाफ बयान दिया था। ये बात उन्होंने कर्नाटक में कही थी। सूरत कोर्ट का कोई क्षेत्राधिकार नहीं था। प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया। राहुल गांधी के मामले में कुछ भी ठोस नहीं है। उन्होंने कहा कि हमें पूरा यकीन है कि हमें न्याय मिलेगा।
फैसले के विरोध में कांग्रेस का प्रदर्शन
गुजरात हाई कोर्ट के फैसले को लेकर आज कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जगह जगह प्रदर्शन किए हैं। इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में भी कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया। लखनऊ स्थित कांग्रेस दफ़्तर के बाहर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भारी प्रदर्शन किया। सभी कार्यकर्ता कांग्रेस दफ़्तर से विधानसभा जाना चाहते थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें कांग्रेस कार्यालय के बाहर ही वैरिकेट लगाकर रोक लिया। इसके बाद पुलिस ने सभी कार्यकर्ताओं को गिरफ़्तार कर के ईको गार्डन भेज दिया। गुजरात हाईकोर्ट के इस फैसले को लेकर लखनऊ के अलावा देश के अन्य हिस्सों में भी कांग्रेस कार्यकर्ताओं का जबरदस्त प्रदर्शन जारी है।
वरिष्ठï नेता राहुल को ठीक से बोलने का प्रशिक्षण दें: रविशंकर
राहुल गांधी को अदालत से लगे झटके के बाद बीजेपी नेता कांग्रेस पर हमलावर हो गए हैं। बीजेपी नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने शुक्रवार को राहुल गांधी को आड़े हाथ लिया। रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस नेताओं से पूछा कि वह राहुल गांधी को नियंत्रित क्यों नहीं कर सकते? आप उन्हें ठीक से बोलने के लिए प्रशिक्षित क्यों नहीं कर सकते? वह आपके नेता हैं। अगर उन्होंने इस मामले में माफी मांग ली होती तो ये मामला खत्म हो गया होता। रविशंकर ने आगे कहा कि प्रसिद्ध नेताओं और संगठनों को गाली देना, बदनाम करना और लगभग सबसे खराब तरह की गालियां देना राहुल गांधी की पुरानी आदत बन गई है।