उत्तरी भारत के कई इलाकों में बारिश, मौसम हुआ सर्द

 4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। दिल्ली-एनसीआर में आज तडक़े देश के उत्तरी हिस्से के कई क्षेत्रों में तेज बारिश हुई। बारिश के बाद कई इलाकों में जलभराव हो गया। बारिश की वजह लोगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा। हालांकि, दूसरी तरफ आने वाले महीनों में हिंद महासागर में द्विध्रुवीय (आईओडी) स्थिति बनेगी। आईओडी भी अल नीनो व ला नीनो जैसी स्थिति है। इसमें हिंद महासागर के पश्चिमी व पूर्वी भाग के सतही तापमान में अंतर की वजह से भारत में मानसून को मजबूती मिलती है।
देश में वार्षिक वर्षाजल का 70 फीसदी मानसून के दौरान गिरता है। इससे देश की 60 फीसदी कृषि भूमि की सिंचाई होती है। देश की आधी आबादी सीधे तौर पर मानसूनी बारिश से जुड़ी खेती पर आश्रित है। मौसम विभाग के मुताबिक, भारत में मानसून को मजबूती देने वाली ला नीना की स्थिति अब कमजोर पड़ रही है। अप्रैल से जून तक सामान्य स्थिति बनी रहेगी, इसके बाद अल नीनो की स्थिति बनना शुरू हो जाएगी, जिससे भारत में मानसून कमजोर होगा।

12 साल में अप्रैल में अधिकतम तापमान इतना कम

बीते 12 साल में एक अप्रैल को अधिकतम तापमान इतना कम नहीं रहा। वहीं न्यूनतम तापमान भी सामान्य से तीन डिग्री कम 15.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। इस कारण ठंड का अहसास हुआ। अब बारिश का दौर थमने पर अधिकतम व न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी होने लगेगी। इससे पहले मौसम विभाग ने अप्रैल महीने की शुरुआत सुहावने मौसम के साथ होने की संभावना जताई थी। बारिश के असर के चलते ऐसा हुआ भी। साथ ही कहा था कि चार अप्रैल तक अधिकतम तापमान 28 से 31 डिग्री और न्यूनतम तापमान 15-16 डिग्री के बीच बना रहेगा। अमूमन एक अप्रैल से पांच अप्रैल तक अधिकतम तापमान 33.5 और न्यूनतम तापमान 18.5 डिग्री सेल्सियस तक दर्ज होता है।

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