आरपीएन सिंह ने थामा भाजपा का हाथ कहा- जिस पार्टी में 32 साल रहा अब वो पार्टी नहीं रह गई कांग्रेस
RPN Singh took the hand of BJP and said – the party which had been in 32 years, now that party is no longer Congress
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
दिल्ली। आरपीएन सिंह ने कांग्रेस से इस्तीफा देकर आज बीजेपी ज्वाइन कर ली, केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य इस मौके पर मौजूद रहे। सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी आरपीएन सिंह को स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ कुशीनगर की पडरौना विधानसभा सीट से उतारने की तैयारी में है। आरपीएन सिंह के अलावा कांग्रेस नेता शशि वालिया और राजेंद्र अवाना ने भी बीजेपी का दामन थामा।
मनमोहन सिंह सरकार में केंद्रीय मंत्री रहे आरपीएन सिंह भाजपा में शामिल हो गए हैं। उन्होंने आज सुबह ही कांग्रेस से इस्तीफा दिया था। राहुल गांधी के करीबी रहे आरपीएन सिंह उत्तर प्रदेश के पडरौना जिले से आते हैं। भाजपा उन्हें यहां से अपना उम्मीदवार बना सकती है। 2017 में यहां से भाजपा के स्वामी प्रसाद मौर्य जीते थे। मौर्य हाल ही में भाजपा छोड़कर सपा में शामिल हुए हैं।
प्रधानमंत्री की तारीफ़ की
भाजपा में शामिल होने के बाद आरपीएन सिंह ने कहा कि अगर देश में राष्ट्र निर्माण करना है और देश को आगे बढ़ाना है तो मैं एक छोटे कार्यकर्ता की हैसियत से हमारे प्रधानमंत्री मोदी के सपनों को पूरा करने के लिए जो भी प्रयास होगा अवश्य करूंगा। उन्होंने कहा कि 32 सालों तक मैं एक पार्टी में रहा ईमानदारी से, लगन से मेहनत की। परन्तु जिस पार्टी में इतने साल रहा अब वो पार्टी रह नहीं गई ना वो सोच रह गई जहां मैंने शुरुआत की थी। उन्होंने कहा कई लोग मुझे कहते थे कि आपको भाजपा में होना चाहिए। उन सभी से मैं यही कहूंगा कि देर आए दुरुस्त आए।
जिस पार्टी में 32 साल रहा अब वो पार्टी नहीं रह गई कांग्रेस
आरपीएन सिंह भाजपा में शामिल हो गए। भाजपा के उत्तर प्रदेश प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, अनुराग ठाकुर, उत्तर प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, उप मुख्यमंत्री केशव मौर्य और दिनेश शर्मा ने उन्हें भाजपा में शामिल किया। पार्टी में शामिल होने के बाद आरपीएन सिंह ने कहा कि 32 साल जिस पार्टी में रहा वो पार्टी अब वो पार्टी नहीं रह गई है।
आपको बता दें उत्तर प्रदेश में 10 फरवरी को पहले चरण का मतदान होना है। इसके लिए सभी पार्टियों ने प्रत्याशियों का भी एलान कर दिया है। राजनीतिक उठापठक के बीच चुनाव जीतने के लिए राजनीतिक दलों ने पूरी ताकत झोंक दी है। नेताओं के दल बदलने का सिलसिला भी जारी है।