पुतिन और जेलेंस्की के बिना होगी इस्तांबुल में रूस-यूक्रेन शांति वार्ता

 4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
अंकारा/इस्तांबुल। यूक्रेन और रूस के बीच लंबे समय से चल रही जंग को खत्म करने के लिए इस्तांबुल में दोनों देशों के बीच शांति बैठक होगी। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की इस बैठक में भाग नहीं लेंगे। यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की एक दिन पहले तुर्किये की राजधानी अंकारा पहुंचे थे, जहां उन्होंने राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन के साथ वार्ता की। वार्ता के बाद अंकारा स्थित यूक्रेनी दूतावास में उन्होंने कहा, रूस के साथ शांति वार्ता को लेकर हम गंभीर हैं। वार्ता में यूक्रेन का प्रतिनिधिमंडल भाग लेगा।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, यूक्रेनी राष्ट्रपति ने कहा कि शांति वार्ता के लिए रूस के प्रतिनिधिमंडल में ऐसा कोई नहीं दिखा जो निर्णय लेने वाला हो इसलिए मॉस्को पर संदेह है। शांति वार्ता में यूक्रेन का प्रतिनिधित्व रक्षा मंत्री रुस्तम उमरोव करेंगे, जिसमें सैन्य और खुफिया अधिकारियों सहित कुछ और लोग शामिल होंगे। जेलेंस्की ने कहा कि, अगर नेताओं के स्तर पर बिना शर्त युद्ध विराम पर चर्चा की जाएगी तो वे चर्चा के लिए तैयार हैं।

 

हम तैयार हैं : रूस

वार्ता में रूसी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे राष्टपति व्लादिमीर पुतिन के वरिष्ठ सहयोगी व्लादिमीर मेडिंस्की ने कहा कि उनकी टीम के पास बातचीत करने के लिए आवश्यक योग्यताएं हैं और वे रचनात्मक दृष्टिकोण के माध्यम से संभावित समाधान खोजने और कॉमन ग्राउंड पर ध्यान केंद्रित करेंगे। इस्तांबुल में रूसी वाणिज्य दूतावास के बाहर राजनयिक ने कहा कि रूस इस्तांबुल में यूक्रेन के साथ वार्ता को 2022 में बाधित शांति प्रक्रिया की निरंतरता के रूप में देखता है। हमारी टीम का मुख्य उद्देश्य संघर्ष के कारणों को चिह्नित कर स्थायी शांति सुनिश्चित करना है।

दोनों देश सैद्धांतिक रूप से तैयार

अंताल्या में हुई नाटो देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक के बाद तुर्किये के विदेश मंत्री हकान फिदान ने कहा है कि रूस और यूक्रेन दोनों ने सैद्धांतिक रूप से युद्ध विराम के लिए अपनी इच्छा व्यक्त की है। हालांकि, दोनों के अपने-अपने विचार हैं। यूक्रेन तत्काल प्रभाव से युद्ध विराम चाहता है जबकि रूस शांति वार्ता की सफलता के बाद युद्ध विराम का पक्षधर है। फिदान ने आगे कहा कि दोनों देशों के बीच वार्ता एक निश्चित चरण में पहुंच गई है। अब इन्हें शांति के लिए हर संभव प्रयास करने और एक दूसरे को रियायत देनी चाहिए।

अमेरिका रखे हुए है नजर

अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने कहा वाशिंगटन रूस और यूक्रेन के बीच कूटनीति और बातचीत के जरिए विवाद के समाधान का समर्थन करता है। हम अगले कुछ दिनों में इसमें प्रगति देखना चाहते हैं। रविवार को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन के साथ बातचीत शुरू करने की पहल की थी। इस्तांबुल में शुक्रवार को वार्ता हो सकती है। इसमें रूस और यूक्रेन के राष्ट्रपति शामिल नहीं होंगे।

इजरायल में लाइलाज होता खसरा

इजरायली बच्चे तेजी से आ रहे हैं खसरे की चपेट में
संक्रमण का कोई ज्ञात स्रोत नहीं आ रहा सामने

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
यरूशलम। इजरायल के स्वास्थ्य मंत्रालय ने खसरे के 16 नए मामलों की सूचना दी है, 20 अप्रैल को पहली बार संक्रमण का पता चला था। तब से अब तक संक्रमितों की कुल संख्या 48 हो गई है। इसका सबसे ज्यादा प्रभाव उन बच्चों पर पड़ा है जो वैक्सीनेट नहीं हुए हैं।
बिना टीकाकरण वाले बच्चों को प्रभावित कर रहे हैं। सिन्हुआ समाचार एजेंसी ने मंत्रालय के हवाले से बताया है कि चालीस संक्रमितों की उम्र 18 साल से कम है, और उनमें से किसी को भी वायरस के खिलाफ पूरी तरह से वैक्सीनेट नहीं किया गया है।
ग्यारह नाबालिग और दो वयस्क वर्तमान में अस्पताल में भर्ती हैं, जिनमें गहन देखभाल में तीन बच्चे शामिल हैं। मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ये अप्रत्याशित रूप से बड़ी संख्याएं हैं, जो दर्शाती हैं कि यह बीमारी आधिकारिक तौर पर निदान और रिपोर्ट की गई तुलना में अधिक व्यापक है। अधिकांश नए मामलों में संक्रमण का कोई ज्ञात स्रोत नहीं है, जिससे स्वास्थ्य अधिकारियों को पिछले सप्ताह आपातकालीन बैठकें आयोजित करनी पड़ीं।

 

दो खुराकें दी जाती है

इसके जवाब में, मंत्रालय ने कम टीकाकरण दर वाले समुदायों को लक्षित करते हुए बड़े पैमाने पर टीकाकरण अभियान शुरू किया है। टीकाकरण संबंधी दिशा-निर्देशों को भी अपडेट किया गया है। इजरायल के नियमित टीकाकरण कार्यक्रम के तहत, बच्चों को आम तौर पर खसरे के टीके की दो खुराक दी जाती हैं, पहली 12 महीने की उम्र में और दूसरी छह साल की उम्र में। हालांकि, उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों में, मंत्रालय पहली खुराक के तुरंत बाद दूसरी खुराक देने की सलाह देता है।

विशिष्ट दाने का कारण बनता है खसरा

अधिकारियों ने संक्रमितों के संपर्क में आने वाले लोगों को भी जांच कराने की सलाह दी है। कहा है कि उचित टीकाकरण करवाएं और संक्रमण के जोखिम को कम करने के लिए सार्वजनिक स्थानों पर जाने से बचें। मंत्रालय ने लोगों को विदेश यात्रा करने से पहले अपने टीकाकरण की स्थिति की पुष्टि करने की सलाह दी। खसरा एक अत्यधिक संक्रामक वायरल बीमारी है जो आम तौर पर बुखार, थकान, नाक बहना और एक विशिष्ट दाने का कारण बनती है।

अपडेट रहने की सलाह

कुछ मामलों में, यह गंभीर या जानलेवा जटिलताओं का कारण बन सकता है। बढ़ते संकट के जवाब में, स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस सप्ताह मंत्री, महानिदेशक और सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवाओं के प्रमुख के नेतृत्व में कई आपातकालीन बैठकें कीं। मंत्रालय ने सभी नागरिकों से अपने टीकाकरण की स्थिति की पुष्टि करने और राष्ट्रीय दिशा-निर्देशों के अनुसार इसे अपडेट करने का आग्रह किया है।

 

वापस लौटेगा नीरव, लंदन में जमानत अर्जी निरस्त

भारत ने विशेष तौर पर लंदन भेजा था वकीलों का पैनल
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लंदन। ब्रिटेन की राजधानी लंदन में किंग्स बेंच डिवीजन के उच्च न्यायालय ने भगोड़े हीरा व्यापारी नीरव मोदी की जमानत याचिका खारिज कर दी है गौरतलब है कि नीरव इससे पहले भी कई बार अपनी जमानत के लिए असफल कोशिश कर चुका है।
नीरव की याचिका का सरकारी वकील ने कड़ा विरोध किया। भारत के केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की एक बेहद सक्षम टीम ने भी सरकारी पक्ष का समर्थन किया। सीबीआई ने अपने अधिकारियों को इस सुनवाई के लिए विशेष रूप से लंदन भेजा था।
सीबीआई ने सफलतापूर्वक अपना पक्ष रखा, जिसके कारण अदालत ने जमानत से इनकार कर दिया। नीरव मोदी एक भगोड़ा आर्थिक अपराधी है। वह पंजाब नेशनल बैंक से जुड़े एक बड़े बैंक धोखाधड़ी मामले में मुकदमे के लिए भारत में वांछित है जहां उसने कथित तौर पर 6,498.20 करोड़ रुपए की हेराफेरी की थी। वह 19 मार्च 2019 से ब्रिटेन में कैद है।

ब्रिटेन की कोर्ट ने दी है प्रत्यर्पण की मंजूरी

भारत सरकार के पक्ष में ब्रिटेन के हाई कोर्ट ने उसके प्रत्यर्पण को पहले ही मंजूरी दे दी है। यह 10वीं बार है जब नीरव मोदी ने अपनी गिरफ्तारी के बाद से जमानत हासिल करने का प्रयास किया है सीबीआई लगातार सरकारी वकीलों की टीम के माध्यम से उसकी रिहाई का विरोध कर रही है।
नीरव मोदी पर अपने चाचा मेहुल चोकसी के साथ मिलकर भारत के सबसे बड़े बैंकिंग धोखाधड़ी में से एक को अंजाम देने का आरोप है। दोनों ने कथित तौर पर भारतीय बैंकों से भारी रकम निकालने के लिए मुंबई में पंजाब नेशनल बैंक की शाखा से फर्जी लेटर ऑफ अंडरटेकिंग (एलओयू) का फायदा उठाया।

नीरव मोदी ने की लगभग 6,498 करोड़ रुपये की ठगी

जांचकर्ताओं का दावा है कि नीरव मोदी ने लगभग 6,498 करोड़ रुपये की ठगी की थी जबकि चोकसी ने कथित तौर पर 7,000 करोड़ रुपए से अधिक के ऋ णदाताओं को धोखा दिया। फरवरी 2018 में सीबीआई द्वारा अपना पहला मामला दर्ज करने से ठीक पहले दोनों भारत से भाग गए।

कर्नल सोफिया भारत की बेटी हैं, हम सबको उन पर गर्व है: उपेंद्र कुशवाहा

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
पटना। केंद्र की सत्ता में शामिल एनडीए गठबंधन का हिस्सा होने के बावजूद राष्ट्रीय लोक मोर्चा ने भाजपा के खिलाफ बड़ा बयान दिया है। पार्टी ने मांग की है कि मध्य प्रदेश सरकार के मंत्री कुंवर विजय शाह पर कार्रवाई हो, क्योंकि उन्होंने भारतीय सेना की ऑफिसर कर्नल सोफिया कुरैशी के खिलाफ गलत और अपमानजनक बात कही है। कर्नल सोफिया ने पाकिस्तान के आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर की अगुवाई की थी। कर्नल सोफिया भारत की बेटी हैं और हम सबको उन पर गर्व है।
उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि मध्य प्रदेश सरकार के मंत्री ने कर्नल सोफिया कुरैशी के बारे में जो बयान दिया है, वह बहुत ही आपत्तिजनक और गैर जिम्मेदाराना है। ऐसा बयान देने की किसी को भी इजाजत नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि कर्नल सोफिया भारत की बेटी हैं और हम सबको उन पर गर्व है। उनके खिलाफ कोई भी गलत बात कही जाती है तो उस पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। भाजपा को इस मामले में जरूर कदम उठाना चाहिए।

भूकंप के झटकों से दहला चीन, 4.5 रही तीव्रता

विश्व के दूसरे देशों की भी हिली धरती
जानमाल का विशेष नुकसान नहीं, लेकिन लोगों में डर व्यप्त
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
बीजिंग। चीन में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। भूकंप की तीव्रता 4.5 मापी गई है। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र ने इसकी जानकारी दी है। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के मुताबिक, शुक्रवार सुबह भारतीय समयानुसार 6.29 बजे चीन में भूकंप के झटके महसूस किए गए।
भूकंप की तीव्रता 4.5 मापी गई और इसकी गहराई करीब 10 किलोमीटर नीचे थी, जिसका अक्षांश 25.05 उत्तर तथा देशांतर 99.72 पूर्व था। यह भूकंप म्यांमार से सटे चीन के इलाके में आया है। हालांकि, इस भूकंप में जानमाल के नुकसान की खबर नहीं है।
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कई अन्य मुल्कों में भी आया जलजला

पिछले एक हफ्ते में दुनिया के कई देशों में भूकंप के झटके महसूस किए गए। अफगानिस्तान, चीन, तुर्की के अलावा कई देशों में धरती कांपी। अफगानिस्तान में शुक्रवार रात 1 बजे फिर से भूकंप आया। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 4 मापी गई। भूकंप के झटकों से किसी तरह के नुकसान की खबर नहीं है

पाकिस्तान में भी आया था भूकंप

चीन के पड़ोसी देश पाकिस्तान में 12 मई को भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। इसकी तीव्रता 4.6 मापी गई। हालांकि, इस भूकंप में भी जानमाल के नुकसान की खबर नहीं मिली थी। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के अनुसार, पाकिस्तान में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। यह भूकंप मध्यम तीव्रता का था और इसका केंद्र बलूचिस्तान में था। इस भूकंप की गहराई 10 किमी नीचे थी, जिसका अक्षांश 29.12 उत्तर तथा देशांतर 67.26 पूर्व था।

तुर्की भी रहा केन्द्र बिंदू

इससे पहले तुर्की में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए। बीते दिन गुरुवार को तुर्की में 5.2 तीव्रता का भूकंप आया था। तुर्की के आपदा और आपातकालीन प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार, भूकंप स्थानीय समयानुसार दोपहर के बाद महसूस किया गया था। रिक्टर पैमाने पर मध्यम श्रेणी के इस भूकंप का केंद्र कोन्या प्रांत में था, जो देश के सेंट्रल एनाटोलिया क्षेत्र में आता है।

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