सबालेंका फाइनल में, अमेरिकी ओपन में कोको से भिड़ेंगी

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
न्यूयार्क। कोको गॉफ और आर्यना सबालेंका ने कुछ विषम पलों से गुजरने के बाद पहली बार अमेरिकी ओपन टेनिस टूर्नामेंट के महिला एकल के फाइनल में प्रवेश किया। फ्लोरिडा की रहने वाली 19 वर्षीय गॉफ ने पर्यावरण कार्यकर्ताओं के विरोध प्रदर्शन के कारण पड़े व्यवधान और चेक गणराज्य की 27 वर्षीय करोलिना मुचोवा की चुनौती से पार पाकर 6-4, 7-5 से जीत दर्ज करके पहली बार फ्लशिंग मीडोज में खिताबी मुकाबले में जगह बनाई।
दूसरी वरीयता प्राप्त सबालेंका ने पहला सेट आसानी से गंवाने के बाद शानदार वापसी की और अमेरिका की मेडिसन कीज को0-6, 7-6 (1), 7-6 (10-5)से हराकर फाइनल में प्रवेश किया। बेलारूस की 25 वर्षीय खिलाड़ी और ऑस्ट्रेलियाई ओपन चैंपियन सबालेंका का ग्रैंड स्लैम सेमीफाइनल में रिकॉर्ड 1-5 था और एक समय ऐसा लग रहा था कि वह फ्लशिंग मीडोज पर फिर से सेमीफाइनल से आगे नहीं बढ़ पाएगी। कीज ने पहला सेट 30 मिनट में जीतने के बाद दूसरे सेट में भी 5-3 से बढ़त हासिल कर रखी थी लेकिन इसके बाद सबालेंका ने जबर्रदस्त वापसी की। सबालेंका ने मैच के बाद कहा,‘‘ आपको प्रयास जारी रखने होते हैं और मैंने भी ऐसे ही किया। आपको यह सोचना चाहिए कि हो सकता है कि आप मैच का पासा पलट दो। मेरा सौभाग्य कहो या चमत्कार मैं नहीं जानती लेकिन मैं इस मैच में पासा पलटने में सफल रही। सबालेंका अगर हार भी जाती तो तब भी उनका सोमवार को जारी होने वाली डब्ल्यूटीए रैंकिंग में नंबर एक पर पहुंचना तय था।

फाइनल में पहुंचने वाले सबसे उम्रदराज के खिलाड़ी बने बोपन्ना

45 साल की उम्र में टेनिस प्लेयर रोहन बोपन्ना ने यूएस ओपन 2023 के फाइनल में जगह बनाई है। दरअसल, भारतीय टेनिस स्टार ने हाल ही में एस्टोरियल में अलेक्जेंडर बुब्लिक से मैच हार गए थे। इस दौरान रोहन सीजन की शुरुआत में खेले गए सभी मैच हार गए थे। उन्होंने इस दौरान एक एक सेट जीता था। इस दौरान अप्रैल 2021 में उन्होंने सोचा कि वह अभी भी टेनिस क्यों खेल रहे हैं। वहीं बोपन्ना ने इस बारे में खुलासा भी किया। दरअसल, बोपन्ना ने खुलासा करते हुए कहा कि, मेरे दोनों घुटनों में कोई कार्टिलेज नहीं है और 2019 में मैं एक दिन में दो-तीन पेनकिलर्स लेता था। 2020 में मैने योग शुरू किया, और इससे वास्तव में बहुत अंतर आया। मैं दिन में दो, तीन दर्द वाली गोली लेने के बजाय आज कुछ नहीं ले रहा।

Related Articles

Back to top button