संजय राउत के दावे से आया भूंचाल, अपनी खामियों को छिपाने के लिए शिंदे ने भेजा नोटिस

लोकसभा चुनाव को लेकर सियासत जोरों पर है... इस बीच महाराष्ट्र में चुनाव से पहले संजय राउत के बेबाक अंदाज ने सियासी पारा बढ़ा दिया है...

4पीएम न्यूज नेटवर्कः लोकसभा चुनाव को लेकर सभी दल एक्टिव मोड में नजर आ रहे हैं… लोकसभा चुनाव के छः चरणों का मतदान समाप्त हो चुका है… और सातवें चरण के मतदान के लिए सभी दलों चुनावी प्रचार करने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दी है… वहीं अगर महाराष्ट्र की बात करें तो वहां पांच चरणों में लोकसभा चुनाव खत्म हो चुका है… और सभी नेता दूसरे राज्यों में चुनाव प्रचार करने में जुटे हैं… इस बीच हमेशा अपने तीखे और बेबाक बयानों के लिए सुर्खियों में रहने वाले संजय राउत ने बीजेपी और महाराष्ट्र सीएम एकनाथ शिंदे की सच्चाई को जनता के सामने उजागर करने का काम किया… और उन्होंने दावा करते हुए कहा कि महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव जीतने के लिए सीएम एक नाथ शिंदे अपने हेलीकाप्टर में नोटों से भरी बोरियों को लेकर जाते हैं… और प्रत्येक लोकसभा क्षेंत्र में करीब पच्चीस से तीस करोड़ रूपये बांट रहें है… इस काम में सीएम शिंदे समेत कई नेता शामिल हैं… जो उन रूपयों को जनता में बांटते है… और संजय राउत ने दावा करते हुए कहा था कि इसके सारे सबूत मौजूद है…

वहीं इन सभी दावों को शिवसेना यूबीटी नेता संजय राउत ने सामना मे लिखा था… जिसकी चर्चा जोरों पर हो रही है… जिसको लेकर एकनाथ शिंदे की महाराष्ट्र में फजीहत शुरू हो गई है… वहीं इस दावे का महाराष्ट्र समेत पूरे देश में चर्चा हो रही थी… जिसके बाद अपनी फजीहत को बढ़ता देख मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने शिवसेना उद्धव बालासाहेब ठाकरे पार्टी के सांसद संजय राउत को कानूनी नोटिस भेजा है…. और एकनाथ शिंदे ने संजय राउत को मानहानि का नोटिस भेजा है….. इस नोटिस के जरिए कहा गया है कि तीन दिन के अंदर मीडिया के सामने बिना शर्त माफी मांगी जाए…. और नोटिस में कहा गया है कि अन्यथा, संजय राउत और दैनिक को आपराधिक और नागरिक कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा…. वहीं संजय राउत ने खुद ट्वीट कर इस नोटिस की जानकारी दी है…

आपको बता दें कि संजय राऊत ने ठाकरे समूह के मुखपत्र सामना अखबार में रोखठोक में सीधे तौर पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर आरोप लगाया था…. इसके बाद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने संजय राउत को मानहानि का नोटिस भेजा है…. संजय राउत ने जानकारी दी है कि नोटिस खुद मुख्यमंत्री ने एक्स के सोशल मीडिया अकाउंट के जरिए भेजा है….. और संजय राउत ने अपने पोस्ट में कहा कि 50 डिब्बे बिल्कुल ठीक है… इसे कहते है…. उल्टा चोर कोतवाल को डाटे…. असंवैधानिक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने हमें एक बेहद दिलचस्प और मजेदार राजनीतिक दस्तावेज भेजा है… अब मजा आएगा!! जय महाराष्ट्र!…

आपको बता दें कि संजय राउत ने जानकारी दी है कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कानूनी नोटिस भेजा है…. नोटिस में मानहानि का भी दावा किया गया है… कुछ दिन पहले संजय राउत ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर गंभीर आरोप लगाए थे…. संजय राउत ने आरोप लगाया था कि मुख्यमंत्री शिंदे ने लोकसभा चुनाव के लिए प्रत्येक निर्वाचन क्षेत्र में 25 से 30 करोड़ रुपये बांटे थे…. संजय राउत को ये नोटिस पैसे बांटने के आरोप में भेजा गया है…. चूंकि संजय राउत फिलहाल मुंबई से बाहर हैं…. इसलिए खबर है कि इसका जवाब उनका कोई करीबी ही देगा…

वहीं 26 मई के सदर में एकनाथ शिंदे ने इस बेबुनियाद और स्पष्ट रूप से झूठे आरोप पर नाराजगी व्यक्त की है…. कि प्रत्येक निर्वाचन क्षेत्र में 25 से 30 करोड़ रुपये वितरित किए गए थे…. यह भी आरोप लगाया गया था कि अजीत पवार के उम्मीदवार को निर्वाचित होने से बचाने के लिए धांधली की गई थी…. यह आरोप है यह भी अपमानजनक और भ्रामक है कि… मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने चुनाव में कोई पैसा नहीं बांटा है…. अगर पैसे बांटने का आरोप लगाना है तो उसका साक्ष्य दें…. नोटिस में आरोप लगाया गया है कि इस तरह का प्रचार केवल मुख्यमंत्री की छवि खराब करने… और अपने राजनीतिक हितों को हासिल करने के लिए लोगों का ध्यान भटकाने के लिए किया जा रहा है….

आपको बता दे कि संजय राउत ने सीएम एकनाथ शिंदे समेत मोदी-शाह को भी निषाने पर लिया था और अपने लेख में लिखा था… कि भाजपा और उसके सहयोगी दल मिलकर बहुमत के आस-पास भी नहीं पहुंच रहे हैं… और इंडिया गठबंधन को तीन सौ के करीब सीटें मिल रही हैं…. मोदी की सरकार जा रही है…. इसके चलते विदेशी उद्योगपतियों ने करीब सवा लाख करोड़ का निवेश वापस ले लिया…. इन सभी का कहना है कि वे नई सरकार के साथ नया समझौता करेंगे…. मोदी के कार्यकाल में देश में कोई नया निवेश नहीं आया… और देश का धन लेकर यहां के अमीर बाहर चले गए… भारत से सबसे अधिक धन दुबई गया…. दुबई की रियल एस्टेट इंडस्ट्री में सबसे ज्यादा निवेश भारतीयों ने किया है…. मोदी काल में उन्नीस हजार सात सौ भारतीयों ने दुबई में संपत्ति खरीदी है… और दुबई की पैंतीस हजार महत्वपूर्ण प्रॉपर्टी का स्वामित्व भारतीयों के पास है…. जिनमें गुजराती और मारवाड़ी बहुसंख्यक हैं…. जिनकी अनुमानित कीमत सत्रह अरब डॉलर है…. वहीं यह सब काला धन है और मोदी काल में यह काला धन दुबई चला गया…. दुबई के शेख राजा मोदी के मित्र हैं…. इनकी मदद से मोदी इन सबका काला धन भारत ला सकते थे…. क्योंकि वे विश्वगुरु हैं, विष्णु के तेरहवें अवतार हैं…. इसी तरह बहुत कुछ हैं…. लेकिन मोदी और उनके लोगों ने खुलेआम देश की लूट होने दी… और खुद देशभक्त होने का तमगा पहनकर घूमते रहे…. मोदी और शाह ही देश में काले धन के मुख्य चौकीदार हैं…. ऐसा जताते रहे… और उन्होंने सारा काला धन भारत वापस लाने का जो वचन दिया था….वह झूठा निकला…. वहीं मोदी ने अपने दोस्तों की संपत्ति बढ़ाई है… और उसी संपत्ति पर राजनीति की…. गरीबों को धर्म के नाम पर गुमराह करते रहें… और गुलामों को नशे में रखकर स्वयं मौज करते रहे…. वे चिल्लाते रहे और विपक्ष पर झूठे आरोप लगाते रहे… ये सारे खेल चार जून के बाद बंद हो जाएंगे….

आपको बता दें कि चार जून के बाद भाजपा में मोदी-शाह के लिए कोई समर्थन नहीं रहेगा…. और नागपुर में गडकरी की हार हो… इसके लिए मोदी-शाह-फडणवीस ने इकट्ठा प्रयास किया…. लेकिन गडकरी की हार नहीं होगी…. यह जान लेने के बाद फडणवीस बिना मन के नागपुर के चुनाव प्रचार में उतर पड़े…. और गडकरी की हार के लिए हर तरह के साजो-सामान फडणवीस ने ही मुहैया कराए…, यह संघ के ही लोग नागपुर में खुलेआम बोलते नजर आते हैं… जो हाल गडकरी का है…. वही योगी का है…. अगर अमित शाह दोबारा सत्ता में आए तो वह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को घर भेज देंगे…. इसलिए ‘योगी को बचाना है…, तो मोदी को जाना है…. यह संदेश योगी समर्थकों ने प्रसारित किया है…. इस वजह से उत्तर प्रदेश में भाजपा को तीस सीटों को झटका लगेगा…. पहले मोदी-शाह को हटाओ, ऐसा उत्तर में योगी और उनके लोगों ने फैसला किया है…. जिसका परिणाम भी चार जून को ही देखने को मिलेगा….

दरअसल, महाराष्ट्र ने मोदी-शाह के अत्याचार से लड़ाई लड़ी… इसलिए चार जून के दिल्ली के सत्ता परिवर्तन में महाराष्ट्र का नेतृत्व अहम भूमिका निभाएगा…. दिल्ली ने महाराष्ट्र के कुछ लोगों को तोड़कर नेता बना दिया…. ये सभी नेता राजनीतिक पटल से खत्म हो जाएंगे… औऱ इस चुनाव में एकनाथ शिंदे ने खूब पैसा खर्च किया… और उन्होंने हर विधानसभा क्षेत्र में कम से कम पच्चीस से तीस करोड़ रुपए बांटे…. इसके अलावा कई उम्मीदवारों को बाहर करने के लिए अलग बजट आवंटिक किया… वही लोकसभा चुनाव में अजीत पवार का एक भी उम्मीदवार चुनकर न आए…. इसके लिए शिंदे और उनके तंत्र ने विशेष प्रयास किए…. महाराष्ट्र की राजनीति में आई इस समृद्धि से कई लोगों की आंखें चौंधियां गईं है….वहीं -विचारों पर चलने वाला महाराष्ट्र इस चुनाव में पैसों की खनक पर चला… और लोगों ने पैसे लिए…. आखिर कार भ्रष्टाचार से बनी सरकार ने जनता को भी भ्रष्ट कर दिया…

आपको बता दें कि मुख्यमंत्री शिंदे के नोटिस पर संजय राउत ने नोटिस पर कड़ी प्रचिक्रिया व्यक्त की है… और सीएम शिंदे पर तगड़ा पलटवार किया है… और कहा कि अब मजा आएगा…. जानकारी के मुताबिक संजय राउत अभी किसी काम स् विदेश में हैं… वहीं जब राउत विदेश से वापस आते हैं… तो इस नोटिस का जवाब देतें है… या फिर अभी हाल ही में उनका कोई करीबी इस नोटिस का जवाब देगा… बता दें कि संजय राउत के दावे ने उस समय तूल पकड़ा हैं… जब वोच की गिनती में महज छ दिन बचे हैं… और अपनी नाकामी को छुपाने के लिए सीएम शिंदे नई चाल चल रहें हैं… वहीं महाराष्ट्र की जनता सीएम शिंदे के कारनामों से वाकिफ हो गई है… और जनता को पता हैं कि सीएम शिंदें ने अपने कार्यकाल के दैरान कोई भी काम नहीं किया है… जनता को सिर्फ बरगलाने का काम किया है… वहीं डबल इंजन सरकार के सभी दावे फेल हो गए है… और जनता ने इस लोकसभा चुनाव में बीजेपी को सत्ता से बाहर कर दिया है… वहीं अब देखना यह होगा कि विदेश से लौटने के बाद संजय राउत इस संबंध में क्या फैसला लेते हैं…. यह देखना अहम होगा…

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