एक मंच पर दिखे शरद पवार और भुजबल
सियासी बहस बढ़ी
- सावित्रीबाई फुले की जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में थे एक साथ
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
मुंबई। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) के प्रमुख शरद पवार और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के असंतुष्ट नेता छगन भुजबल महान शिक्षाविद् और समाज सुधारक सावित्रीबाई फुले की जयंती के अवसर पर पुणे में आयोजित एक कार्यक्रम में एक मंच पर देखे गए। इसको लेकर महाराष्ट सियासी चर्चा भी जोरो पर होने लगी है। भुजबल ने इस अवसर पर कहा कि कई लोग उन्हें और शरद पवार को एक मंच पर देखकर आश्चर्यचकित हैं। उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन हम महात्मा फुले, शाहू महाराज और बाबासाहेब आंबेडकर जैसी महान हस्तियों के लिए हमेशा एक साथ आते रहेंगे।’
जुलाई 2023 में अजित पवार, भुजबल और कई अन्य नेताओं के महाराष्ट्र के तत्कालीन मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की सरकार में शामिल होने के बाद राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी दो हिस्सों में बंट गई थी। भुजबल मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किए जाने की वजह से उपमुख्यमंत्री अजित पवार की पार्टी से नाराज हैं। पंद्रह दिसंबर को शपथ ग्रहण समारोह के बाद भुजबल ने मंत्रिमंडल में शामिल न किए जाने पर अजित पवार पर निशाना साधा था।
विधायकों ने की अजित और शरद को एक साथ आने की मांग
एनसीपी के दोनों गुटों अजित पवार और शरद पवार के कुछ विधायक और नेता दोनों एनसीपी के विलय की भी मांग कर रहे हैं। एनसीपी नेता और मंत्री नरहरि झिरवाल ने कहा कि अजित पवार की मां ने भगवान से प्रार्थना की कि शरद पवार और अजित पवार एक साथ आएं. हम भी यही प्रार्थना करेंगे। मैं दो-तीन दिन में शरद पवार से मिलूंगा और उन्हें बताऊंगा कि आप और अजित दादा को एकजुट होना चाहिए और पार्टी का विलय होना चाहिए। वहीं, एनसीपी के वरिष्ठ नेता प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि वे शरद पवार को अपना भगवान मानते हैं। अगर मैं हनुमान की तरह अपनी छाती चीर दूं, तो आप मेरे सीने में शरद पवार को देखेंगे। शरद पवार हमारी बात सुनेंगे और दोनों एक साथ आएंगे। भले ही हमारे राजनीतिक रास्ते अलग-अलग हैं, लेकिन हमारे मन में उनके लिए सम्मान है और रहेगा।