शरद पवार का बड़ा सियासी दांव, बेटी सुप्रिया सुले को बनाया पार्टी का कार्यकारी अध्यक्ष
- प्रफुल्ल पटेल को भी मिली कार्यकारी अध्यक्ष की जिम्मेदारी
- अजित पवार को बड़ा झटका, भूमिका को लेकर सवाल
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
मुंबई। पिछले कुछ महीनों से महाराष्ट्र की राजनीति में लगातार सियासी उठापटक देखने को मिल रही है। अब आज प्रदेश में एक और बड़ा सियासी बदलाव देखने को मिला है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी यानी एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने पार्टी के अंदर एक बड़ा सियासी दांव चला है। पवार ने पार्टी में फेरबदल करते हुए अपनी बेटी सुप्रिया सुले को पार्टी का कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त कर दिया है। हालांकि, सुप्रिया के अलावा पार्टी के सीनियर नेता प्रफुल्ल पटेल को भी कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया है। एनसीपी में हुए इस बदलाव को 2024 के लोकसभा और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले जहां शरद पवार का एक बड़ा कदम माना जा रहा है, तो वहीं अजित पवार के लिए ये बदलाव एक बड़ा झटका है। क्योंकि माना जा रहा था कि अजित पवार पार्टी का अध्यक्ष बनना चाहते थे। लेकिन फिलहाल अब शरद पवान ने अपने इस कदम से भतीजे अजित को तगड़ा झटका दिया है।
सुप्रिया को हरियाणा और पंजाब की भी जिम्मेदारी
आज एनसीपी का 25 वां स्थापना दिवस भी है। इसी मौके पर पार्टी प्रमुख शरद पवार ने कहा कि एनसीपी को मजबूत करने के लिए हम सब लोगों को काम करना पड़ेगा। प्रफुल्ल पटेल और सुप्रिया सुले को वर्किंग कमेटी का प्रेसिडेंट बनाने का निर्णय लिया जा रहा है। सुप्रिया सुले को हरियाणा और पंजाब की जिम्मेदारी भी दी गई है। इससे पहले माना जा रहा था कि एनसीपी के अंदर दो खेमे हैं। एक खेमा का मानना था कि बीजेपी के साथ सरकार बनानी चाहिए। दूसरी खेमा इस बात से सहमत नहीं था। अब पार्टी ने दो कार्यकारी अध्यक्ष बनाकर सभी वर्गों को साधने की एक कोशिश की है।
महाराष्ट्र संभालेंगे अजित पवार
इस फैसले के बाद से अजित पवार की भूमिका को लेकर सवाल उठने लगे हैं। हालांकि, महाराष्ट्र में वो पार्टी की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। यही वजह है कि नए पदाधिकारियों को महाराष्ट्र में कोई भूमिका नहीं दी गई है। आने वाले दिनों में अगर राज्य में एनसीपी सत्ता में आती है तो अजित को बड़ी जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है। जानकारी के मुताबिक, पार्टी के इस निर्णय से अजित पवार नाराज नहीं हैं।
किसे मिली क्या जिम्मेदारी
द्य सुप्रिया सुले- कार्यकारी अध्यक्ष, महाराष्ट्र, हरियाणा, पंजाब, महिला युवा, केंद्रीय चुनाव समिति की प्रमुख, लोकसभा समन्वय की जिम्मेदारी।
द्य प्रफुल्ल पटेल- कार्यकारी अध्यक्ष, मध्य प्रदेश, राजस्थान, गोवा की जिम्मेदारी।
द्य सुनील तटकरे- राष्ट्रीय महासचिव, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, किसान, अल्पसंख्यक विभाग के प्रभारी।
द्य नंदा शास्त्री- दिल्ली का प्रदेश अध्यक्ष, फैसल- तमिलनाडु, तेलंगाना, केरल की जिम्मेदारी।
महापंचायत में फैसला, सरकार को 15 जून तक का अल्टीमेटम
- गिरफ्तारी नहीं तो 15 जून के बाद फिर करेंगे आंदोलन
- पहलवानों ने कहा- सरकार बृजभूषण की गिरफ्तारी पर तैयार नहीं
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
सोनीपत। भाजपा सांसद बृजभूषण सिंह की गिरफ्तारी की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे पहलवानों के समर्थन में आज हरियाणा के सोनीपत में एक महापंचायत हुई। जिसमें खाप के सदस्य व किसान संगठन उपस्थित रहे। पंचायत में पहलवानों की तरफ से साक्षी मलिक और बजरंग पुनिया ने भाग लिया।
महापंचायत में ये फैसला लिया गया कि अगर 15 जून तक सरकार बृजभूषण पर कोई फैसला नहीं लेती है तो आगे की रणनीति तय की जाएगी। अगर गिरफ्तारी नहीं हुई तो 15 जून के बाद फिर आंदोलन करेंगे
हम सच्चाई की लड़ाई लड़ रहे हैं : साक्षी
पंचायत में पहलवानों की ओर से पहुंची साक्षी मलिक ने कहा कि बृजभूषण सिंह बाहर रहेगा तो डर का माहौल बना रहेगा। हमें लोगों का समर्थन मिल रहा है। हम सच्चाई की लड़ाई लड़ रहे हैं। वहीं बजरंग पुनिया ने महापंचायत में कहा कि ये बहन बेटियों के मान सम्मान की बात है। इस आंदोलन में दिल से लगे हुए हैं। कोई राजनीति नहीं कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुद्दे पर बात हो। पुनिया ने कहा कि 15 जून तक समाधान नहीं निकला, तो वो फिर से जंतर मंतर पर धरना देंगे।
खाप प्रतिनिधियों को दी गृहमंत्री और खेलमंत्री से हुई बैठक की जानकारी
इससे पहले महापंचायत में भाग लेने पहुंचे बजरंग पुनिया और साक्षी मलिक ने खाप प्रतिनिधियों को गृह मंत्री अमित शाह और खेल मंत्री अनुराग ठाकुर से मीटिंग के बारे में बताया। पहलवानों ने साफ कहा कि सरकार बृजभूषण की गिरफ्तारी के लिए तैयार नहीं है। इस दौरान बजरंग पूनिया ने बैठक में अपने समर्थकों के बीच सरकार के साथ हुई बातचीत का पूरा लेखा-जोखा रखा।
गीता फोगाट के पर्सनल फिजियोथैरेपिस्ट ने बृजभूषण पर लगाए आरोप
इस मामले में अब दंगल गर्ल गीता फोगाट के पर्सनल फिजियोथैरेपिस्ट परमजीत ने बृजभूषण पर नए खुलासे किए हैं। जिसमें दावा किया कि लड़कियों को रात में बृजभूषण की सिक्योरिटी वाली गाडिय़ों में बाहर ले जाया जाता था। परमजीत ने कहा कि मैंने चीफ कोच कुलदीप मलिक और कमल सेन को कहा कि रात में बच्चे कहीं बाहर जाते हैं, इनको देखा जाना चाहिए। ये सब लिखित में चीफ कोच कुलदीप मलिक और दूसरे सीनियर अफसरों को दिया। कई बार मीडिया से भी साझा करने की कोशिश की, लेकिन मेरी बात को दबा दिया गया। फिजियोथैरेपिस्ट ने बताया कि मैंने इस बारे में रात को बाहर जाने वाली लड़कियों से भी बात की। लड़कियों ने कहा कि इसके अलावा उनके पास कोई दूसरा चारा नहीं है।