तो भाजपा इस बेईमानी से जीतना चाहती है चुनाव
दिव्यांग से वोट डलवाने में धांधली पर हंगामा, सपा प्रमुख अखिलेश ने चुनाव आयोग को घेरा
- वीडियो वायरल, मतदाता ने पोलिंग पार्टी पर लगाया जबरन भाजपा के पक्ष में वोट डालने का आरोप
- चुनाव आयोग ने रविवार से दिव्यांगों और वृद्धों को डाक पत्र के जरिए वोट डालने की शुरू की है प्रक्रिया
- सपा प्रमुख ने निर्वाचन आयोग से कार्रवाई की मांग की, कार्यकर्ताओं से वोटिंग के दौरान निगरानी रखने को कहा
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। यूपी विधान सभा चुनाव को लेकर प्रदेश में जहां सियासी पारा चरम पर है वहीं एक दिव्यांग ने पोलिंग पार्टी पर वोट डलवाने में धांधली का आरोप लगाया है। दिव्यांग मतदाता का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। डाक पत्र द्वारा मतदान में धांधली करने पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने चुनाव आयोग को घेरा है और इस मामले पर कार्रवाई की मांग की है। साथ ही उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से मतदान के दौरान निगरानी रखने की अपील की है। ऐसे में सवाल यह है कि क्या भाजपा इस प्रकार की धांधली से चुनाव जीतना चाहती है। आगरा के फतेहाबाद में एक दिव्यांग मतदाता ने पोलिंग पार्टी पर गलत वोट डालने का आरोप लगाया गया। इस पर ग्रामीणों ने पोलिंग पार्टी को रोककर जमकर हंगामा किया। सूचना के बाद अधिकारी गांव पहुंचे। सोशल मीडिया में वायरल वीडियो में एक मतदाता आरोप लगाते हुए कह रहा है कि पोलिंग पार्टी ने उसका वोट अपने आप डाल दिया। दिव्यांग मतदाता अधिकारी पर आरोप लगाते हुए कहता सुना जा रहा कि मुझे साइकिल पर वोट डालना था लेकिन इन्होंने कमल के फूल पर वोट डाल दिया। वहीं वीडियो में एसडीएम को यह कहते सुना जा रहा है कि एक वोट से कुछ नहीं होता है। गौरतलब है कि प्रदेश में पहले चरण का मतदान दस फरवरी को होना है लेकिन इस बार होने वाले विधान सभा चुनाव में चुनाव आयोग ने 80 साल से अधिक आयु के बुजुर्गों और दिव्यांग मतदाताओं के लिए डाक मत पत्र की व्यवस्था की है। यह प्रक्रिया रविवार से प्ररंभ हो चुकी है। इसके तहत पोलिंग पार्टियां घर पहुंचकर डाक मतपत्र के जरिए वोट डलवा रही हैं। इस मामले में सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने ट्वीट किया कि वृद्धों और दिव्यांगों से वोट डलवाने में धांधली के मामले में फतेहाबाद विधान सभा में पोलिंग पार्टी पर मतदाता की इच्छा के विरूद्ध ख़ुद ही मनमाना वोट डालने का गंभीर आरोप लगा है। चुनाव आयोग तत्काल कार्रवाई करे। सपा-गठबंधन के सभी समर्थक व कार्यकर्ता वोटिंग के समय पूरी निगरानी रखें। वोट डलवाने में धांधली के मामले में एक प्रशासनिक अधिकारी का सरेआम ये कहना कि एक वोट से कुछ होता है क्या बेहद गंभीर मामला है।
सात चरण में होने हैं चुनाव
उत्तर प्रदेश की 403 सीटों के लिए 10 फरवरी से 7 मार्च तक सात चरणों में वोट पड़ेंगे। 10 मार्च को चुनाव के नतीजे आएंगे। यूपी में सात चरणों के तहत 10 फरवरी, 14 फरवरी, 20 फरवरी, 23 फरवरी, 27 फरवरी, 3 मार्च और 7 मार्च को मतदान होगा। 10 फरवरी को पहले चरण में पश्चिम यूपी के 11 जिलों की 58 सीटों पर, दूसरे चरण 14 फरवरी को 9 जिलों की 55 सीटों पर, 20 फरवरी को तीसरे चरण में 16 जिलों की 59 सीटों पर मतदान होगा। चौथे चरण में मतदान 23 फरवरी को लखनऊ सहित 9 जिलों की 60 सीटों पर होगा। पांचवे चरण में 27 फरवरी को 11 जिलों की 60 सीटों पर, छठे चरण में 3 मार्च को 10 जिलों की 57 सीटों पर और सातवें और अंतिम चरण का मतदान 7 मार्च को 9 जिलों की 54 सीटों पर किया जाएगा।
क्या है व्यवस्था
भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार अस्सी वर्ष से ऊपर के बुजुर्ग, दिव्यांग, कोरोना संक्रमित एवं आवश्यक सेवाओं से जुड़े मतदाता विधान सभा सामान्य निर्वाचन में डाक मतपत्र/पोस्टल बैलेट के माध्यम से अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे। इसके लिए वे विधान सभा के निर्वाचन अधिकारी को निर्धारित फार्म-12 डी पर डाक मत पत्र हेतु आवेदन करेंगे। विधान सभा क्षेत्र के निर्धारित कार्मिकों के द्वारा डाक मतपत्र उपलब्ध कराते हुए निर्धारित प्रक्रिया के अनुसार उनका मतदान कराया जाएगा।
विपक्ष की सरकारों ने बढ़ाए अपराध, हमने किया विकास: मोदी
- चौधरी चरण सिंह की विरासत की दुहाई देकर बहकाने की हो रही कोशिश
- भाजपा सरकार में जाति, पंथ देखकर नहीं दिया जाता है गरीबों को पीएम आवास
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। खराब मौसम के चलते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिजनौर में आयोजित रैली में नहीं पहुंच पाए लेकिन उन्होंने वर्चुअली जन चौपाल रैली को संबोधित किया और चुन-चुनकर विपक्ष पर हमला किया। उन्होंने कहा कि विपक्षी सरकारों ने प्रदेश को अंधेरे में रखा ताकि अपराध बढ़े। हमने बिजली दी ताकि विकास बढ़े। पहले की सरकारों ने यूपी का बहुत समय गंवा दिया है। पहले की सरकारों का मॉडल समस्या पैदा करो फिर सहानभुति के नाम पर सब समेट लो का था। उनके इस मॉडल से सब परेशान थे। महिलाओं से छेड़छाड़ आम बात थी। हालात इतने खराब थे कि चेन लूटे जाने पर इस बात का शुक्र मनाया जाता था कि चलो जान तो बच गई।
उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों में यूरिया आती थी किसानों के लिए लेकिन चली जाती थी कालाबाजारी करने वालों के पास। चौधरी चरण सिंह के आदर्शों को अपनाते हुए हर किसान का सम्मान हमारा ध्येय है। पहले की सरकारों में यूरिया और खाद के लिए यूपी के किसानों ने लाठियां तक खाई हैं। जिन्होंने सत्ता में रहते हुए किसानों को ये दिन दिखाए थे, वे किसानों का भला नहीं कर सकते हैं। ये लोग चौधरी चरण सिंह की विरासत की दुहाई देकर आपको बरगलाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब पीएम आवास योजना में घर मिलता है तो हर गरीब को घर मिलता है। उसकी जाति, उसका पंथ, उसका क्षेत्र नहीं देखा जाता। उन्होंने कहा कि विकास का पानी नकली समाजवादियों के परिवार में उनके करीबियों में ठहरा हुआ था। ये अपने करीबियों, अपनी तिजोरियों की प्यास बुझाते रहे हैं। यही प्यास विकास की नदी के बहाव को सोख लेती है।