तो राम के नाम पर जारी है अयोध्या में जमीन की लूट
आस्था नहीं सियासी महत्वाकांक्षा के लिए मंदिर को बनाया गया था मुद्दा
जमीनों की धांधली पर 4पीएम की परिचर्चा में प्रबुद्धों ने उठाए कई सवाल
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। राम मंदिर निर्माण के नाम पर जमीनों की लूट मची है। भाजपा नेता-विधायक समेत अफसर और उनके रिश्तेदार जमीनों की लूट कर रहे हैं। द इंडियन एक्सप्रेस ने इसका खुलासा किया है। इस मुद्दे पर कई सवाल उठे वरिष्ठ पत्रकार एनके सिंह, विनीत नारायण, सतीश के सिंह, अशोक वानखेड़े, आप प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ और 4पीएम के संपादक संजय शर्मा के बीच चली लंबी परिचर्चा में।
विनीत नारायण ने कहा, मंदिर निर्माण को लेकर भाजपा, संघ और विश्व हिंदू परिषद की भावना आस्था नहीं बल्कि सियासी महत्वाकांक्षा की थी। आंदोलन से जुड़े तमाम लोगों को भुला दिया गया। जमीन खरीदने वालों से अधिक दोषी इसके जरिए सियासी सीढ़ी चढऩे वाले लोग हैं।
प्रियंका कक्कड़ ने कहा, मंदिर निर्माण के नाम पर जमकर धांधली की जा रही है। प्रदेश में भ्रष्टाचार बढ़ता जा रहा है लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हो रही है। आप इस मामले को लगातार उठाती रहेगी। सतीश के सिंह ने कहा, योगी सरकार के लिए यह सबसे खराब स्थिति है। चुनाव के समय जब मोदी भाजपा को जिताने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा रहे हैं, ऐसे समय भ्रष्टाचार चार का खुलासा भाजपा के लिए नुकसानदेह होगा। अशोक वानखेड़े ने कहा, जब भी कोई नया प्रोजेक्ट आता है अधिकारी और नेता जमीन ले लेते हैं। आर्थिक भ्रष्टाचार में ट्रस्ट का नाम भी है। मुख्यमंत्री को भ्रष्टाचार की चिंता नहीं है। एन के सिंह ने कहा, यहां राम भी बिकते हैं। दो बीघा जमीन वाला एक दलित 21 बीघा जमीन खरीदता है और बाद में वह उस ट्रस्ट को जमीन दान कर देता है जहां वह कर्मचारी होता है। इसको नेता और अफसर खरीदते हैं। दरअसल भ्रष्टïचार अब आम हो चुका है। लोग समझते हैं कि उनका कोई कुछ बिगाड़ नहीं सकता है।