तो कांग्रेस को सपा ने दिया बड़ा झटका!

पूर्व कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल को राज्य सभा चुनाव में समर्थन दे चला बड़ा दांव

 

4पीएम की परिचर्चा में प्रबुद्धजनों ने रखे अपने विचार
१११ 4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। कांग्रेस को एक और झटका तब लगा जब वरिष्ठ नेता और पेशे से वकील कपिल सिब्बल ने सपा के समर्थन से राज्य सभा चुनाव के लिए नामांकन भरा और कहा मैं अब कांग्रेसी नहीं, निर्दलीय हूं। इस मुद्ïदे पर वरिष्ठï पत्रकार विनोद अग्निहोत्री, सतीश के सिंह, ऋषि मिश्रा, राजेश बादल, उमाकांत लखेड़ा, डॉ. लक्ष्मण यादव व प्रो. जितेंद्र मीना और 4पीएम के संपादक संजय शर्मा ने एक लंबी परिचर्चा की।
विनोद अग्निहोत्री ने कहा सिब्बल का सभी दलों से गहरा संबंध है। आरजेडी के समर्थन से भी सिब्बल राज्य सभा जा चुके हैं। जी23 के अगुवा भी रहे हैं। वे कांग्रेस के चिंतन शिविर में भी नहीं गए थे। कांग्रेस से मोहभंग हो गया तो उन्होंने नया रास्ता खोजा।
उमाकांत लखेड़ा ने कहा, सिब्बल एक राजनीतिक हस्ती है। सपा को सिब्बल की जरूरत थी और उनको भी कहीं न कहीं जरूरत थी। मगर पर्चा निर्दलीय भरा। इसके पीछे एक समझौता जरूर हुआ होगा। इस पूरे गेम में आजम खां की बड़ी भूमिका है। उनकी पैरवी से ही आजम छूटे हैं। अखिलेश ने सिब्बल को अपने साथ लाकर एक तीर से कई निशान साध लिए है। सतीश के सिंह ने कहा, वकील आज सब पार्टियों की जरूरत है खासकर विपक्ष की पार्टियों के लिए। वकील राजनीतिज्ञ से ज्यादा भारी हो गया है अब। एक वकील के रूप में सपा को गेन हुआ है राजनीतिज्ञ के रूप में बहुत गेन हुआ है ऐसा मेरा मानना नहीं है। हो सकता है कि वकीलों की वजह से कांग्रेस की दुर्गति हो गई हो। ऋषि मिश्रा ने कहा, सिब्बल एक अच्छे वकील हो सकते है लेकिन एक अच्छे नेता कभी नहीं रहे। चुनावी सफलता और पार्टी में योगदान कोई खास नहीं रहा।
राजेश बादल ने कहा, कपिल सिब्बल के पास कहने को कुछ है नहीं क्योंकि जी23 में वे एक केंद्र बिंदु बन गए थे। एक अच्छा वकील अच्छा जनाधार वाला नेता कभी नहीं होता।
प्रो. जितेंद्र मीना व डॉ. लक्ष्मण यादव भी परिचर्चा में शामिल हुए।

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