इस कैंसर के लक्षणों का खास ध्यान रखना चाहिए, जानिए हेल्थ एक्सपर्ट की राय
लिवर में कैंसर फैलने के बाद इंसान को मिलते हैं ये संकेत....
4PM न्यूज़ नेटवर्क : कल्पना कीजिए कि आप पूरी तरह स्वस्थ हैं और अचानक आपको पता चलता है कि आपको लिवर कैंसर है? सुनने में यह भयानक लगता है न? या यूं कहे कि यह एक बुरे सपने की तरह लग सकता है. लिवर कैंसर की एक विशेषता यह है कि यह बहुत ही धीरे-धीरे बढ़ता है और बहुत देर हो जाने पर भी यानी यह अपने थर्ड स्टेज में भी पहुंच जाता है तो इसके कोई संकेत नहीं मिलते हैं. यह इस बात को दर्शाता है कि इस कैंसर के लक्षणों का खास ध्यान रखना चाहिए.
जानिए हेल्थ एक्सपर्ट की राय
‘ग्लोबल हॉस्पिटल्स’ में वरिष्ठ सलाहकार हेपेटोलॉजिस्ट और क्लिनिकल लीड लिवर और ट्रांसप्लांट आईसीयू डॉ. उदय सांगलोडकर के मुताबिक लिवर कैंसर में लिवर में एक ट्यूमर हो जाता है. इसमें एक खतरनाक ट्यूमर होता है जो लिवर में धीरे-धीरे बनता है. इसे आप टाइप्स में बांट सकते हैं. पहला हेपेटोसेलुलर कार्सिनोमा (HCC), जिसे हेपेटोमा के रूप में भी जाना जाता है. जो काफी ज्यादा मशहूर है. लिवर कैंसर की शुरुआत हेपेटोसाइट्स से शुरू होता है.
कैसे बदलाव होते हैं लिवर कैंसर के दौरान
लिवर कैंसर तब होता है जब लिवर सेल्स के डीएनए में कई तरह के बदलाव होते हैं. जिसके कारण सेल्स अनियंत्रित रूप से बढ़ने लगती हैं और कैंसर कोशिकाओं से बना एक ट्यूमर बन सकता है. कुछ मामलों में लिवर कैंसर के पीछे का कारण क्रोनिक हेपेटाइटिस संक्रमण की तरह पहचाना जा सकता है. हालांकि, ऐसे भी उदाहरण हैं जहां लिवर कैंसर उन व्यक्तियों में विकसित होता है जिनकी पहले से कोई बीमारी नहीं होती है और इसका कारण बिल्कुल भी पता नहीं होता.
लिवर कैंसर के लक्षण
लक्षण: डॉ. उदय सांगलोडकर ने बताया कि लिवर कैंसर के शुरुआती लक्षण कुछ व्यक्तियों में एकदम दिखाई नहीं देते हैं. अधिकांश व्यक्तियों में कोई भी स्पष्ट संकेत या लक्षण नहीं दिखते हैं. उन्होंने कहा, अगर किसी में यह लक्षण दिखाई दे तो उनमें वजन कम होना, भूख में कमी, पेट के ऊपरी हिस्से में दर्द, उल्टी के साथ मतली आना, कमजोरी और थकान, लिवर के साइड सूजन होना, आपकी त्वचा और आंखों के सफेद भाग में पीलापन आना जिसे पीलिया के रूप में जाना जाता है. मल के रंग में बदलाव.
लिवर कैंसर के रिस्क फैक्टर
डायबिटीज मरीज को अपनी लाइफस्टाइल और खानपान का खास ध्यान रखना चाहिए क्योंकि उन्हें लिवर कैंसर का खतरा काफी ज्यादा होता है. गैर-अल्कोहलिक फैटी लिवर की बीमारी, जो लिवर में फैट जमा करता है ये लिवर कैंसर के खतरे को बढ़ा सकता है. काफी ज्यादा शराब पीने से लिवर कैंसर का खतरा बढ़ता है.