ट्रंप के टैरिफ अटैक से दुनिया भर के स्टॉक मार्केट क्रैश

नई दिल्ली। डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ बम का असर दूसरे दिन भी देखने को मिल रहा है. बीते दिन अमेरिकी शेयर बाजार में हाहाकार के बाद भारतीय शेयर बाजार भी शुक्रवार को क्रैश हो गया. लगातार दूसरे दिन और कारोबारी हफ्ते के आखिरी दिन शुरुआती कारोबार में ही सेंसेक्स करीब 800 अंक से ज्यादा नीचे फिसल गया. जबकि निफ्टी में भी करीब 300 प्वाइंट्स की गिरावट आई है.
इसी तरह से शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये में गिरावट दिखी. रुपये अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 84.99 पर पहुंच गया. इसे एक दिन पहले भी सेंसेक्स और निफ्टी में भारी गिरावट दिखी थी.
अमेरिकी शेयर बाजार में गुरुवार को मार्च 2020 के बाद सबसे बड़ी गिरावट देखने को मिली है. बाजार की इस गिरावट में निवेशकों को 2.4 ट्रिलियन डॉलर की चपत लगी है. वहीं, 11.06 बजे बीएसई सेंसेक्स 674 अंक की गिरावट के साथ 75,614 अंक पर गिर गया जबकि निफ्टी50 इंडेक्स भी 304 अंक यानी 1.31त्न गिरावट के साथ 22,946 अंक पर कारोबार कर रहा था.
बाजार में आई इस गिरावट के बीच टाटा मोटर्स, टाटा स्टील, इन्फोसिस, लार्सन एंड टुब्रो, मारुति और टेक महिंद्रा के शेयरों को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है जबकि एचडीएफसी बैंक, भारती एयरटेल, बजाज फाइनेंस और महिंद्रा एंड महिंद्रा के शेयरों में तेजी देखने को मिल रही है. टाटा स्टील में 4.5 फीसदी की गिरावट, ओएनजीसी 6 फीसदी से अधिक गिरावट के साथ 228.25 रुपये तक गिर गया.
एशियाई बाजारों में हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन गिरावट दिख रही है. अमेरिका से लेकर जापान तक चारों तरफ शेयर बाजारों में हाहाकार मचा हुआ है. जापान के निक्केई में 3.14त्न और कोरिया के कॉस्पी में 0.8त्न गिरावट आई है. चीन के बाजार में आज छुट्टी है इससे पहले हृड्डह्यस्रड्डह्न ष्टशद्वश्चशह्यद्बह्लद्ग ढ्ढठ्ठस्रद्ग& में 5.97त्न गिरावट आई जो कोरोना के बाद एक दिन में आई सबसे बड़ी गिरावट में से है. वहीं, इस दौरान विदेशी निवेशक भी लगातार शेयर बेच रहे हैं. गुरुवार को उन्होंने 2,806 करोड़ के शेयर भारतीय शेयर बाजार से निकाले हैं जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों ने केवल 221 करोड़ की खरीदारी की है.

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