देवभूमि पर कांग्रेस के धुरंधरों में द्वंद, ठंड में गर्माया पहाड़ का सियासी वातावरण

कांग्रेस में उठापटक पर भाजपा की पैनी नजर, दोनों दलों में जारी है मंथन

मुख्यमंत्री की दौड़ में कई नाम सामने आने से दिलचस्प हो गई हिमाचल में सरकार गठन की जद्दोजहद

प्रतिभा और सुख्खू के बीच खेमों में बंटी प्रदेश कांग्रेस नाम तय करने में पार्टी हाईकमान की बढ़ गईं हैं मुश्किलें

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस हाईकमान की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। मुख्यमंत्री की रेस में कई नामों के सामने आने और उनके समर्थकों के शक्ति प्रदर्शन से पार्टी में उठापटक की स्थिति बन गई है। वहीं, हिमाचल के हालात पर विपक्ष भी मुस्तैदी से नजर रखे हुए है। भाजपा शीर्ष नेतृत्व पल-पल बदल रहे घटनाक्रम पर मंथन कर रहा है। राजनीति के जानकार कयास लगा रहे हैं कि कांग्रेस की जरा सी चूक का फायदा उठाने से भाजपा यहां भी नहीं चूकेगी।
गौतरलब है कि, हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस को चुनाव में बहुमत मिला है। कुल 68 सीटों में से कांग्रेस ने यहां 40 सीटें जीतीं हैं। जबकि भाजपा को 25 और चार सीटें अन्य की झोली में गई हैं। लेकिन जीत के साथ ही कांग्रेस पार्टी के नामवर चेहरों ने यहां मुख्यमंत्री बनने के लिए उठापटक शुरू कर दी। एक के बाद एक कई नाम सीएम की रेस में उभरकर सामने आ गए। पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा सिंह और सुखविंदर सिंह सुख्खू के समर्थकों ने तीन सदस्य पर्यवेक्षक दल के सामने बकायदा शक्ति प्रदर्शन तक कर दिया। इनके अलावा कुछ अन्य चेहरे भी मुखर और कुछ गुपचुप तरीके से पार्टी हाईकमान से खुद के लिए दावेदारी जता रहे हैं।
सूत्रों के हवाले से खबर है कि कांग्रेस विधायक भी दो गुटों में बंट गए हैं। सुख्खू और प्रतिभा सिंह गुट तो खुलकर मैदान में डटा है जिससे कांग्रेस की मुश्किलों में और इजाफा होता दिख रहा है। ऐसे मुश्किल हालातों में पार्टी नेतृत्व के सामने सीएम का नाम तय करने के साथ ही पार्टी नेताओं में उभरे असंतोष को शांत करने की चुनौती भी खड़ी हो गई हैं। ऐसी स्थिति से पार पाने के लिए कांग्रेस को नाको चने चबाने पड़ रहे हैं। मौजूदा स्थिति में देवभूमि पर कांग्रेस के धुरंधरों में द्वंद छिड़ा है जिसने ठंड में पहाड़ के तापमान में गर्मी ला दी और सियासी वातावरण पूरी तरह गर्मा दिया। जबकि दूसरी ओर गुजरात में जीत के बाद भारतीय जनता पार्टी शांत माहौल के बीच सरकार गठन में जुटी हुई है। हालांकि शुक्रवार को कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डïा और राज्यसभा सांसद राजीव शुक्ला को पर्यवेक्षक के तौर पर शिमला भेजा था। उन्होंने राज्यपाल से मुलाकात कर सरकार बनाने का दावा पेश करने के साथ ही पार्टी नेताओं और विधायकों से बात कर हिमाचल के सियासी हालात का जायजा लिया। मुख्यमंत्री के लिए नेताओं के बीच तकरार के दृष्टिïगत पर्यवेक्षक कोई फैसला नहीं ले सके। पूरे घटनाक्रम पर अपनी रिपोर्ट हाईकमान को सौंपेगे। हिमाचल के पर्यवेक्षकों की रिपोर्ट का इंतजार पार्टी नेतृत्व को है। उस पर माथापच्ची के बाद ही सीएम चेहरे पर मुहर लगेगी।

केजरीवाल के बचाव में उतरे भगवंत मान

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। हाल ही में नई  राष्ट्रीय पार्टी बनी आम आदमी पार्टी की गुजरात में हुई हार की हर ओर चर्चा हो रही है। हालांकि, खुद आप अपने इस प्रदर्शन से निराश नहीं नजर आ रही है, क्योंकि उनका कहना है कि गुजरात की जनता ने हमे राष्टï्रीय पार्टी का दर्जा दिलाया है इसलिए हम उसका शुक्रिया अदा करते हैं।
अब गुजरात हार पर पंजाब मुख्यमंत्री भगवंत मान का कहना है कि हर दिन तो विराट कोहली भी नहीं सेंचुरी लगाता है। मान ने ये बात केजरीवाल के 92 सीटें जीतकर आने वाली, लिखकर किए वादे पर कही। मान ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि हम कांग्रेस की तरह मैदान नहीं छोड़ते बल्कि मेहनत करते हैं।

गुजरात में भाजपा का फिर से भूपेंद्र पर भरोसा

विधायक दल की बैठक में नेता चुने गए पटेल

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
अहमदाबाद। गुजरात विधानसभा में मिली प्रचंड जीत के बाद आज केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में हुई विधायक दल की बैठक में एक बार फिर भूपेंद्र पटेल को ही मुख्यमंत्री पद के लिए चुन लिया गया। भाजपा ने अपनी इस ऐतिहासिक जीत के बाद फिर से भूपेंद्र पटेल पर ही दांव लगाना उचित समझा। बैठक के बाद भूपेंद्र राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे।
बैठक में बीजेपी विधायक कनु देसाई ने भूपेंद्र पटेल के नाम का प्रस्ताव रखा था। इस बैठक में कर्नाटक के पूर्व सीएम येदियुरप्पा और केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा बतौर निरीक्षक शामिल हुए थे। जानकारी के मुताबिक, विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद आज शाम 4 बजे भूपेंद्र पटेल, सीआर पाटिल के साथ दिल्ली आएंगे। पीएम मोदी, अमित शाह, जेपी नड्डा और बीएल संतोष से मुलाक़ात कर शपथ ग्रहण समारोह का निमंत्रण देने के साथ-साथ गुजरात मंत्रिमंडल में किन-किन चेहरों को शामिल किया जाए, इस पर भी चर्चा की जाएगी। इसके बाद गुजरात मंत्रिमंडल पर फाइनल मुहर केंद्रीय नेतृत्व लगाएगा। भूपेंद्र पटेल का शपथग्रहण समारोह का 12 दिसंबर को होगा। इसमें पीएम मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह समेत संसदीय बोर्ड के सभी सदस्य मौजूद रहेंगे।

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