आरक्षण की चिंगारी…भगवा खेमे पर भारी! निकाय चुनाव बना भाजपा के लिए गले की फांस, पिछड़ों की नाराजगी से छूटे पसीने

  • डैमेज कंट्रोल में जुटी भाजपा को विपक्ष के हमले कर रहे परेशान
  • उत्तर प्रदेश में सपा की ‘संविधान बचाओ, आरक्षण बचाओ’ यात्रा योगी सरकार के लिए बनेगी सिरदर्द
  • भारत जोड़ो यात्रा से राहुल गांधी ने देश में बढ़ती साम्प्रदायिकता पर मोदी सरकार को है घेरा

परवेज त्यागी
लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी के लिए यूपी नगर निकाय चुनाव गले की फंास बन गया है। एक दिन पूर्व आए इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ खंडपीठ के फैसले ने प्रदेश की योगी सरकार को बड़ा झटका तो दिया ही, सूबे की सियासत को भी गरमा दिया। अदालत के इस फैसले के बाद जिस अंदाज में विपक्षी दलों ने भाजपा को घेरा है उससे भाजपा के सामने भविष्य के लिए मुश्किलें खड़ी होती दिखने लगी हैं। हालांकि बचाव के लिए भाजपा हर संभव जतन में जुटी है, मगर वह इस फैसले के बाद होने वाले डैमेज को कितना कंट्रोल कर पाती है यह देखने वाली बात होगी।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में नगर निकाय चुनाव के लिए सीटों के आरक्षण की घोषणा होते ही ओबीसी (पिछड़ा वर्ग) के आरक्षण को लेकर अदालत में याचिकाएं डलनी शुरू हो गई थी। जिसके बाद हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच ने निकाय चुनाव की अधिसूचना जारी करने पर रोक लगा दी थी। लगातार अदालत में ओबीसी आरक्षण के मामले पर सुनवाई हुई। अंतत: मंगलवार को बड़ा फैसला अदालत ने सुना दिया। अदालत ने अपने फैसले में यूपी नगर निकाय चुनाव में ओबीसी आरक्षण के बगैर चुनाव कराने के आदेश दिये है। अपने आदेश में अदालत ने योगी सरकार को ओबीसी के लिए निर्धारित सभी सीटों को सामान्य श्रेणी में रख कर चुनाव तत्काल कराने का फरमान भी सुनाया। इस फैसले के बाद एकाएक लखनऊ से लेकर दिल्ली तक की सियासत गरमा गई और अदालती फरमान ने ओबीसी के बीच नाराजगी के मद्देनजर भाजपा के कड़ाके की सर्दी में पसीने छुड़ा दिये। हालांकि हाई कोर्ट का फैसला आने के बाद से भारतीय जनता पार्टी डैमेज को कंट्रोल करने में जुट गई। बाकायदा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बयान जारी कर पहले पिछड़ों को आरक्षण और उसके बाद ही इलेक्शन कराने की बात कही है। मगर विपक्ष पूरी तरह भाजपा पर हमलावर है। जिस प्रकार तमाम सियासी दल ओबीसी आरक्षण के मामले में भाजपा पर निशाना साधते हुए योगी सरकार को कटघरे में खड़ा कर रहे है उससे बीजेपी की बेचैनी बढ़ती जा रही है। जहां देश में एक ओर कांग्रेस के कद्दावर नेता राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा के मंच से मोदी सरकार को लगातार देश में बढ़ती साम्प्रदायिकता के मुद्दे  पर घेर रहे है। वहीं दूसरी ओर सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने आरक्षण के मुद्दे पर योगी सरकार को घेरा है। ओबीसी आरक्षण के तूल पकडऩे के बाद सपा ने संविधान बचाओ, आरक्षण बचाओ यात्रा का एलान कर दिया है। इस यात्रा के जरिए सपाई प्रदेश में घर-घर जा कर भाजपा की आरक्षण के मामले में पोल खोलेंगे। ऐसे में भाजपा के सितम ढहाती सर्दी में पसीने छूटना स्वाभाविक है।

नहीं कहूंगी लोधियों बीजेपी को वोट करो: उमा भारती

लखनऊ। बीजेपी की फायर ब्रांड नेता उमा भारती अक्सर अपने बयानों को लेकर चर्चा में रहती हैं। उनका ताजा बयान इस समय सुर्खियां बटोर रहा है। उनके इस बयान पर विपक्ष जमकर चुटकी ले रहा है। दरअसल, लोधी समाज के एक कार्यक्रम में पहुंचीं उमा भारती ने कहा कि, मैं लोधी समाज को राजनीतिक बंधन से मुक्त करती हूं। मैं चुनाव में आऊंगी, मंच से संबोधित करूंगी, लेकिन यह नहीं कहूंगी कि लोधियों तुम बीजेपी को वोट करो। मैं तो सभी से कहती हूं कि आप बीजेपी को वोट करें, क्योंकि मैं तो पार्टी की निष्ठावान सिपाही हूं। उनके इस बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। उमा के इस बयान पर कांग्रेस पार्टी ने ट्वीट कर लिखा, लोधी समाज के लिए बड़ा संदेश। बीजेपी की वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने लोधी समाज को संकेत दिया है कि अब बीजेपी को वोट देने की जरूरत नहीं है। मध्य प्रदेश बचाने के महा अभियान में उमा भारती जी का स्वागत है। मध्य प्रदेश मांगे कमलनाथ।

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