भारतीय वायुसेना की ताकत और बढ़ी, दुश्मनों को मार गिराएगा ‘प्रचंड’ : राजनाथ सिंह
लंबे समय से थी लड़ाकू हेलीकॉप्टर की जरूरत
- दुश्मन को चकमा देने में माहिर है प्रचंड
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। भारतीय वायुसेना को आज एक और नई ताकत मिल गई है। वायुसेना में युद्ध कौशल को बढ़ावा देने के लिए देश में विकसित हल्के लड़ाकू हेलीकॉप्टर प्रचंड के पहले जत्थे को शामिल कर लिया गया है। पहले जत्थे में भारतीय वायुसेना को 10 हेलीकॉप्टर मिले हैं। स्वदेशी रूप से निर्मित हल्के लड़ाकू हेलीकॉप्टरों को जोधपुर में भारतीय वायुसेना में शामिल किया गया।
इस दौरान रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने जोधपुर एयरबेस पर हल्के लड़ाकू हेलीकॉप्टर प्रचंड से उड़ान भी भरी। राजनाथ सिंह और सीडीएस जनरल अनिल चौहान और वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी की उपस्थिति में इन हल्के हेलीकॉप्टरों का नामकरण किया गया। इस अवसर पर रक्षामंत्री ने कहा कि एलसीएच दुश्मन को चकमा देने, कई तरह के गोला-बारूद ले जाने और उसे तुरंत घटना स्थल पर पहुंचने में सक्षम है। एलसीएच विभिन्न इलाकों में हमारे सशस्त्र बलों की जरूरतों को पूरी तरह से पूरा करते हैं। यह हमारी सेना और वायु सेना दोनों के लिए एक आदर्श प्लेटफॉर्म हैं। उन्होंने कहा कि लंबे समय से हमलावर हेलीकॉप्टरों की जरूरत थी। 1999 के कारगिल युद्ध के दौरान इसकी जरूरत को गंभीरता से महसूस किया गया था। एलसीएच दो दशकों के रिसर्च एवं विकास का परिणाम हैं। भारतीय वायुसेना में इनका शामिल होना रक्षा उत्पादन में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।
10 एलसीएच भारतीय वायुसेना और 5 थल सेना के लिए
इस साल मार्च में प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में सुरक्षा मामलों की मंत्रिमंडल समिति (सीसीएस) की बैठक में स्वदेश विकसित 15 एलसीएच को 3,887 करोड़ रुपये में खरीदने की मंजूरी दी गई थी। इन 15 हेलीकॉप्टरों में से 10 भारतीय वायुसेना के लिए और पांच थल सेना के लिए हैं। अधिकारियों ने कहा कि यह हथियारों और ईंधन के साथ 5,000 मीटर की ऊंचाई पर उड़ान भर सकते हैं।
भारत से गुजर रहे ईरानी प्लेन में बम की सूचना, हडक़ंप
नई दिल्ली। भारत के एयरस्पेस से गुजर रहे ईरानी विमान में बम की सूचना से हडक़ंप मच गया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पहले इस ईरानी विमान ने दिल्ली और जयपुर में लैंडिंग की परमिशन मांगी थी, लेकिन भारत सरकार ने अनुमति नहीं दी। यह विमान ईरान से चीन जा रहा था। बम की जानकारी मिलने के बाद इसकी निगरानी के लिए एयरफोर्स के सुखोई फाइटर जेट लगाए गए। इन फाइटर जेट्स ने पंजाब और जोधपुर एयरबेस से उड़ान भरी थी। जेट्स ने इसे एस्कॉर्ट करते हुए भारतीय सीमा से बाहर छोड़ दिया। ईरानी विमान भारतीय एयरस्पेस से होता हुआ म्यांमार और फिर चीन की तरफ बढ़ गया।
मुलायम सिंह की हालत स्थिर, शीघ्र स्वस्थ होने की मांगी जा रही दुआएं
- अखिलेश सहित पूरा परिवार दिल्ली में मौजूद
- सैफई से लेकर वाराणसी तक सलामती के लिए हो रहा यज्ञ
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव मेदांता के आईसीयू में भर्ती हैं। उनकी हालत स्थिर है। पूरा देश और प्रदेश उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना कर रहा है। सपा संस्थापक के गांव सैफई में भी लोग अपने नेता जी के जल्द से जल्द स्वस्थ होने की प्रार्थना कर रहे हैं।
मुलायम सिंह के अस्वस्थ होने की खबर पाने के बाद सैफई में कार्यकर्ताओं और ग्रामीणों का हनुमान चालीसा का पाठ और संकट मोचन का जाप हो रहा है। दूसरी तरफ उनके आवास पर फिलहाल सन्नाटा छाया है। परिवार के लोग मेदांता पहुंच रहे हैं तो वहीं सैफई के लोग महाष्टमी के दिन अपने घरों में देवी से उनकी स्वास्थ्य की प्रार्थना कर रहे हैं। अखिलेश यादव, डिंपल यादव, प्रतीक यादव, धर्मेंद्र यादव, तेज प्रताप, शिवपाल सिंह यादव समेत सभी परिवार के लोग फिलहाल दिल्ली में मौजूद है। मुलायम सिंह की सलामती के लिए वाराणसी में भी महामृत्युंजय और चामुंडा यज्ञ कराया जा रहा है। बता दें कि मुलायम सिंह करीब एक महीने से मेदांता अस्पताल में भर्ती हैं। रविवार को तबीयत ज्यादा खराब होने पर उनकी डायलिसिस भी की गई।
सीएम योगी ने अखिलेश को किया फोन
मुलायम सिंह यादव की तबीयत स्थिर बताई जा रही है। वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की भी नजर उनकी तबीयत पर है। उन्होंने अखिलेश को फोन कर मुलायम सिंह की सेहत का हाल जाना। मेदांता के डॉक्टरों से भी बात की और अच्छे से अच्छा इलाज मुहैया कराने के लिए कहा।
6 राज्यों की सात विधानसभा सीटों पर तीन नवंबर को होंगे मतदान
- गोला गोकर्णनाथ सीट पर भी होगा उपचुनाव, छह नवंबर को आएंगे नतीजे
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। छह राज्यों में सात विधानसभा सीटों पर उपचुनाव की तारीख की घोषणा कर दी गई है। चुनाव आयोग के मुताबिक मतदान तीन नवंबर को होंगे। जबकि नतीजे छह नवंबर को आएंगे। बता दें कि महाराष्टï्र, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, तेलंगाना, ओडिशा के एक-एक विधानसभा सीट पर मतदान होंगे। जबकि बिहार के दो विधानसभा सीटों पर मतदान कराए जाएंगे।
वहीं प्रदेश में लखीमपुर खीरी जिले की गोला गोकर्णनाथ सीट पर विधानसभा उपचुनाव को लेकर सभी ने तैयारियां शुरू कर दी है। यह सीट बीजेपी विधायक अरविंद गिरि के देहांत के बाद खाली हुई है। पांच बार के विधायक गिरि का देहांत पिछले महीने हो गया था। समाजवादी पार्टी के टिकट पर 3 बार विधानसभा पहुंचने के बाद उन्होंने बीजेपी का दामन थाम लिया था और दो बार भगवा पार्टी से विधायक चुने गए। बीजेपी के लिए लोकसभा चुनाव से पहले अरविंद गिरि का निधन बड़ा झटका माना जा रहा है। अरविंद गिरि 65 साल के थे। वे गोला विधानसभा सीट से लगातार पांचवीं बार जीत दर्ज कर विधानसभा पहुंचे थे।