भारत-पाक मैच पर मचा रहा घमासान

केजरीवल बोले- पाकिस्तान के साथ मैच खेलना देश के साथ गद्दारी

  • विपक्ष ने सरकार पर किया प्रहार
  • प संयोजक ने पीएम मोदी पर बोला हमला कांग्रेस ने भी घेरा
  • भारत के हाथ न मिलाने को लेकर एसीसी के सामने रोया पाक
  • क्रिकेट पिच पर किरकिरी से तिलमिलाया पाकिस्तान

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। आप ने भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव के बावजूद क्रिकेट मैच की अनुमति देने के लिए केंद्र सरकार के फैसले पर सवाल खड़ा किया है। राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने पूछा कि प्रधानमंत्री को पाकिस्तान के साथ मैच करवाने की आखिर क्या जरूरत है। सारा देश कह रहा है कि यह मैच नहीं होना चाहिए। क्या यह भी ट्रंप के दबाव में किया जा रहा है। आखिर प्रधानमंत्री ट्रंप के आगे कितना झुकेंगे।
वहीं, आज केजरीवाल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर सौरभ भारद्वाज के पोस्ट को शेयर करते हुए लिखा, पाकिस्तान के साथ मैच खेलना देश के साथ गद्दारी है। हर भारतीय इस बात से बेहद गुस्से में है। वहीं, सौरभ भारद्वाज ने लिखा, खून और खेल एक साथ नही चल सकते। वहीं पीसीसी चीफ ने कहा कि प्रधानमंत्री ने कहा था कि टेरर और टॉक एक साथ नहीं हो सकते। उन्होंने कहा कि देश के 26 भाई-बहनों की शहादत के बाद पाकिस्तान के साथ मैच पर बहस होना स्वाभाविक है। उन्होंने कहा कि जो लोग पहले अलग बात करते थे, अब अलग बात कर रहे हैं, उन्हें पहचानना जरूरी है। एशिया कप 2025 में भारत से करारी हार के बाद पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड का रोना धोना चालू हो गया है। भारत से मैदान पर एक बार फिर किरकिरी करवाने के बाद पीसीबी ने एशियन क्रिकेट काउंसिल (एसीसी) में शिकायत दर्ज कराई है। पीसीबी का कहना है कि भारतीय खिलाडिय़ों ने हाथ न मिलाकर खेल भावना के खिलाफ काम किया। दरअसल, भारत ने न तो टॉस के दौरान और न ही मैच जीतने के बाद पाकिस्तान खिलाडियों से हाथ मिलाया। भारतीय खिलाडिय़ों ने न ही पाकिस्तानी खिलाडिय़ों से बातचीत की और मैच जीतने के बाद सीधे ड्रेसिंग रूम में लौट गए। इसे सांकेतिक बहिष्कार कहा जा रहा है।

चीन, अमेरिका और यूरोप की तुलना में हम काफी पीछे: पटवारी

चीफ जीतू पटवारी ने वीडियो जारी कर कहा कि एक समय बीजेपी और उससे जुड़े संगठन पाकिस्तान के साथ होने वाले मैच पर पिच जांचते थे और देश में नफरत फैलाते थे। उस समय वे मैच को लेकर उत्तेजना फैला देते थे। आज वे चुप क्यों हैं, यह सोचने की बात है। कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा कि भारत में खेलों को उतना महत्व नहीं मिलता। चीन, अमेरिका और यूरोप की तुलना में हम काफी पीछे हैं। इसका कारण यह है कि खेलों में मेहनत करने वाले खिलाडिय़ों को सरकार और समाज से पर्याप्त सहयोग नहीं मिलता, इसलिए बच्चे खेलों में आने से डरते हैं। उन्होंने माता-पिता से आग्रह किया कि वे अपने बच्चों को खेलों में शामिल करें। पटवारी ने कहा कि प्रधानमंत्री ने कहा था कि टेरर और टॉक एक साथ नहीं हो सकते। उन्होंने याद दिलाया कि देश के 26 भाई-बहनों की शहादत के बाद पाकिस्तान के साथ मैच पर बहस होना स्वाभाविक है। उन्होंने कहा कि जो लोग पहले अलग बात करते थे, अब अलग बात कर रहे हैं, उन्हें पहचानना जरूरी है।

खेल से पहले देश: सूर्य कुमार

भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव ने पोस्ट-मैच प्रेस कॉन्फ्रेंस में साफ कहा कि यह फैसला टीम का सामूहिक निर्णय था और इसका उद्देश्य पहलगाम आतंकी हमले के पीडि़तों और उनके परिवारों के प्रति समर्थन दिखाना था। उन्होंने कहा, हम यहां सिर्फ खेलने आए थे। हमने पाकिस्तान को सही जवाब दिया। कुछ चीजें खेल भावना से भी ऊपर होती हैं। यह जीत हम अपने वीर जवानों और ऑपरेशन सिंदूर को समर्पित करते हैं।

भाजपा का दोहरा मापदंड उजागर : सिंघार

नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा कि भाजपा देशभक्ति और पाकिस्तान विरोध की बातें करती है, लेकिन दुबई में पाकिस्तान के साथ मैच पर उनके दोहरे मापदंड सामने आ रहे हैं। उन्होंने सवाल किया कि क्या अब वे पाकिस्तान प्रेमी बन गए हैं और खेल के लिए ब्रांडिंग और पैसा कमाने की नीति देशभक्ति से ऊपर है।

शहीदों के लहू से बड़ा है क्रिकेट : सिसोदिया

मनीष सिसोदिया ने कहा कि शहीदों के लहू से बड़ा क्रिकेट का जुनून कब से हो गया। जब हमारी बहनों की मांग का सिंदूर मिटा है तो पाकिस्तान से मैच करवाने की आखिर क्या जरूरत है। बुराड़ी से विधायक संजीव झा ने कहा कि आप मैच का पुरजोर विरोध करती है। पाकिस्तानी खिलाड़ी अपनी इंस्टाग्राम आईडी पर घिनौनी तस्वीरें डालते थे। हमारी बहनों की मांग उजड़ गई और उनका मजाक उड़ाया गया। तस्वीरों में पाकिस्तान का आर्मी चीफ सिंदूर भर रहा है। क्या हमें ऐसे लोगों के साथ क्रिकेट खेलना चाहिए।

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