सचिन पायलट के दावे से मचा घमासान, किसकी गिरफ्तारी के लिए सरकार पर बना रहे दबाव? 

कांग्रेस के दिग्गज नेता सचिन पायलट के बयान के बाद से राजस्थान की सियासत में भूचाल आ गया है... और नीट मामले को लेकर तमाम करह की अटकले लगाई जा रही हैं.... कि सचिन पायलट किस बड़े मुर्गे की गिरफ्तारी की बात कर रहें हैं.... देखिए खास रिपोर्ट...

4पीएम न्यूज नेटवर्कः नीट पेपर लीक का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है… राजस्थान में एक बार फिर से पेपर लीक की गूंज सुनाई देने लगी है…. आपको बता दें कि किरोड़ीलाल मीणा के एसओजी दफ्तर जाने के एक दिन बाद ही सचिन पायलट ने भी पेपर लीक में कार्रवाई को लेकर बड़ा बयान दिया है…. बता दें कि राजधानी जयपुर में एनएसयूआई के एक कार्यक्रम के दौरान सचिन पायलट ने कहा कि पेपर लीक पर सरकार सिर्फ कागजी कार्रवाई कर रही है….. सरकार बड़े मुर्गों को पकड़ने से पीछे हट रही है…. वहीं पायलट ने आगे कहा कि किसी ने सही कहा है कि हर गलती कीमत मांगती है…. सचिन पायलट के इस बयान के बाद सियासी गलियारों में यह चर्चा तेज है कि आखिर वो बड़ा मुर्गा कौन है…. जिसकी गिरफ्तारी के लिए किरोड़ी लाल मीणा के बाद पायलट सरकार पर दबाव बना रहे हैं…. आपको बता दें कि कांग्रेस के दिग्गज नेता सचिन पायलट के बयान के बाद से राजस्थान की सियासत में भूचाल आ गया है… और नीट मामले को लेकर तमाम करह की अटकले लगाई जा रही हैं…. कि सचिन पायलट किस बड़े मुर्गे की बात कर रहें हैं….

आपको बता दें कि राजस्थान सरकार में मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने बुधवार को स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप को पेपर लीक से जुड़े 6 नाम सौंपे थे…. वहीं दफ्तर से निकलने के बाद किरोड़ी ने पत्रकारों से कहा कि मैंने 6 बड़े नाम एसओजी को सौंप दिए हैं…. अगर इन लोगों को नहीं पकड़ा गया तो मैं धरना दूंगा… वहीं किरोड़ी लाल मीणा ने आगे कहा कि नाम अभी नहीं बताऊंगा…. लेकिन राजस्थान परीक्षा बोर्ड के चेयरमैन ने ही पूरे सिस्टम को कबाड़ किया था…. वहीं राजस्थान में पेपर लीक मामले की जांच स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप ही कर रही है…. किरोड़ी लाल मीणा के नाम सौंपे जाने के एक दिन बाद पायलट ने बड़े मुर्गों को पकड़ने की मांग की है…. पायलट ने कहा है कि पेपर लीक हो कैसे जाता है और इसके पीछे के लोगों के बारे में पता क्यों नहीं चलता है…. अभी नीट का पेपर लीक हो गया…. इससे पहले कई और पेपर लीक हुआ है…. यह बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है…. हमें पेपर लीक के चेहरे को सामने लाने के लिए संघर्ष करना पड़ेगा….

जानकारी के अनुसार पायलट मई 2023 में अपने ही सरकार के खिलाफ इस मुद्दे को लेकर पदयात्रा निकाल चुके हैं….. उस वक्त अशोक गहलोत सरकार की काफी किरकिरी हुई थी…. बता दें कि गहलोत सरकार पर बीजेपी ने संगठित तरीके से पेपर लीक कराने के आरोप लगाए थे…. अशोक गहलोत के पूर्व ओएसडी लोकेश शर्मा ने हाल ही में खुलासा किया था कि… गहलोत ने सरकार में रहने के दौरान पेपर लीक के आरोपियों को बचाने का काम किया था…. शर्मा के मुताबिक राजस्थान में जब रीट का पेपर आउट हुआ तो उस वक्त माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष डीपी जरोली की भूमिका सामने आई थी…. लेकिन गहलोत उन्हें बचाने में जुट गए…. वहीं राजस्थान में पेपर लीक के मामले में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा भी रडार पर हैं…. प्रवर्तन निदेशालय इस मामले में उनके कई ठिकानों पर छापेमारी कर चुका है…. राजस्थान में जब पेपर लीक की घटनाएं हुई थी…. उस वक्त डोटासरा शिक्षा मंत्री थे…. वहीं विधानसभा में हाल ही में शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने डोटासरा के जेल जाने की भविष्यवाणी की थी…. इस पर डोटासरा विफर पड़े थे. डोटासरा ने दिलावर को चैलेज देते हुए कहा था कि अगर सबूत है… तो गिरफ्तार कर लेना….

आपको बता दें कि राजस्थान में शिक्षक भर्ती के पेपर लीक में अब तक 38 लोगों की गिरफ्तारी हुई है….. यह गिरफ्तारी और प्रवर्तन निदेशालय और एसओजी की अलग-अलग कार्रवाई में हुई है…. रीट पेपर लीक मामले में सबसे बड़ी गिरफ्तारी जयपुर के जिला समन्यवक प्रदीप पराशर की हुई है…. पराशर पर आरोप है कि उसने एग्जाम से कुछ घंटे पहले सीलबंद पेपर को लीक किया था…. यह पेपर लीक साल 2021 में हुआ था…. पेपर लीक मामले में सरकार ने शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष समेत 3 कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया था…. भारतीय जनता पार्टी के मुताबिक कांग्रेस की अशोक गहलोत सरकार में सब इंस्पेक्टर भर्ती, सीएचओ भर्ती, लाइब्रेरियन भर्ती… और वरिष्ठ अध्यापक भर्ती परीक्षा का पेपर लीक हुआ था….

बता दें कि नीट पेपर लीक मामले की जांच कर रही है CBI ने कई खुलासे किए हैं… केंद्रीय एजेंसी ने कहा कि आरोपित छात्रों ने 35 से 60 रुपये देकर प्रश्न पत्र खरीदे थे….. और अलग-अलग राज्यों में पेपर खरीदे-बेचे गए थे…. बिहार में पेपर की खरीद 35 से 45 लाख रुपये में हुई थी…. जबकि दूसरे राज्यों में भी 60 लाख रुपये तक पेपर खरीदे गए थे…. वहीं सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में सुनवाई पूरी करते हुए कहा कि पेपर लीक नहीं होगा क्योंकि इससे छात्रों के जीवन पर प्रभाव पड़ेगा…. जानकारी के मुताबिक CBI ने खुलासा किया है कि 150 छात्रों ने पेपर की खरीद की थी…. CBI के मुताबिक नीट-यूजी पेपर लीक के आरोपियों ने बहुत सावधानी बरती…. शुरू में केवल 120 उम्मीदवारों को निशाना बनाया गया था…. जिन्होंने पास हो जाने की स्थिति में उन्हें शुरुआती पैसे और 20 लाख रुपये के पोस्ट-डेटेड चेक देने की बात कही थी…. आपको बता दें कि आरोपियों ने यह काम बहुत सावधानी से किया….. वे जानते थे कि अगर पेपर किसी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लीक हुआ तो इससे यह वायरल हो जाएगा… और उनकी योजना खराब हो जाएगी….

सीबीआई के मुताबिक पेपर लीक से चार स्थानों को छोड़कर ज़्यादा नुकसान नहीं हुआ…. और बड़ी तादाद में छात्र इसका फायदा हासिल नहीं कर पाए…. जानकारी के मुताबिक नेशनल टेस्टिंग एजेंसी की भूमिका एक समिति द्वारा तय की जाएगी…. हमने राउंड-अप जांच का एक हिस्सा पूरा कर लिया है… और हम बड़ी साजिश की जांच करने के लिए आगे बढ़ेंगे…. आपको बता दें कि CBI ने अब तक इस मामले में 6 FIR दर्ज की हैं…. बिहार में दर्ज की गई FIR पेपर लीक से संबंधित है…. जबकि गुजरात, राजस्थान और महाराष्ट्र में दर्ज की गई FIR उम्मीदवारों के स्थान पर दूसरे के स्थान पर बैठने और धोखाधड़ी से संबंधित हैं…. वहीं सुप्रीम कोर्ट ने भी कहा है कि पेपर दोबारा ना करवाते हुए हमें CBI की जांच से उम्मीद रखनी चाहिए…. सुप्रीम कोर्ट ने यह माना है कि पेपर लीक बड़े पैमाने पर नहीं हुआ… और इसे सोशल साइट्स पर लीक नहीं किया गया….

 

 

 

 

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