भाजपा के घोषणापत्र में ‘‘अल्पसंख्यक’’ शब्द का कोई जिक्र नहीं: ओवैसी
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हैदराबाद। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अल्पसंख्यकों के प्रति घृणा का भाव रखती है और यहां तक कि उसने अपने घोषणापत्र में भी ‘‘अल्पसंख्यक’’ शब्द का कहीं इस्तेमाल नहीं किया बल्कि उनका जिक्र ‘‘वंचित’’ के तौर पर किया है। ओवैसी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में अनुप्रिया पटेल की पार्टी अपना दल (के) के साथ एआईएमआईएम का गठबंधन विधानसभा चुनाव में भी जारी रहेगा और पार्टी महाराष्ट्र के अकोला में प्रकाश आंबेडकर और अमरावती में आनंद आंबेडकर को समर्थन देगी।
ओवैसी ने बुधवार को बातचीत में कहा, ‘‘ मैंने 17 अप्रैल को अनेक समाचार पत्रों में भाजपा के विज्ञापन देखे। जरा देखिये कि जब वे व्यवसाय शुरू करने के लिए सरकारी ऋण या मदद देने की बात करते हैं तो वे एसटी और ओबीसी कहते हैं। मुसलमान की तो बात छोडि़ए, भाजपा अल्पसंख्यक शब्द का ही इस्तेमाल नहीं करती। भारत के संविधान में अल्पसंख्यक शब्द का उल्लेख है लेकिन भाजपा को ‘एम’ शब्द से ही सख्त नफरत है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘उन्होंने अल्पसंख्यक शब्द का ही इस्तेमाल नहीं किया। वे कहते हैं कि वंचित समुदायों को छात्रवृत्ति जाएगी।’’
ओवैसी ने दावा किया कि स्कूल छोडऩे वालों में सबसे अधिक संख्या दलितों और मुसलमानों की है लेकिन भाजपा ने जानबूझकर यह सुनिश्चित किया है कि स्कूल छोडऩे की दर मुस्लिम समुदाय में बढ़े। ओवैसी ने दावा किया कि नौकरियों की कमी के कारण देश में बेरोजगारी दर काफी अधिक है, अल्पसंख्यकों के प्रति घृणा का भाव बढ़ा है और संविधान को भी खतरा है। उन्होंने लोगों से मतदान के पहले इस बातों को ध्यान में रखने की अपील की। हैदराबाद से लोकसभा सदस्य ओवैसी ने कहा कि भाजपा भले ही देश को तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बनाने की बात करती है लेकिन जब वृद्धि की बात आती है तब प्रति व्यक्ति आय को भी ध्यान में रखना चाहिए।