पाकिस्तान के खिलाफ ये तो छिटपुट कार्रवाई हुई… ऑपरेशन सिंदूर पर ऐसा क्या बोले खरगे, जिस पर भड़क गई बीजेपी

कर्नाटक में समर्पण संकल्प रैली में कांग्रेस प्रमुख ने पिछले महीने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए घातक आतंकी हमले में मारे गए 26 लोगों के लिए केंद्र सरकार की आलोचना की. विजयनगर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने पाकिस्तान के खिलाफ भारत की सैन्य कार्रवाई को छुटपुट युद्ध बताया.
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के खिलाफ हमारा संघर्ष कमोबेश छुटपुट युद्ध जैसा कुछ हुआ है. उनके इस बयान पर कर्नाटक भाजपा ने कड़ी आलोचना की है. बीजेपी ने इसे गैर-जिम्मेदाराना और देश के सशस्त्र बलों की बहादुरी का अपमान करना बताया है. राज्य भाजपा अध्यक्ष बी वाई विजयेंद्र ने खरगे से हमारे सैनिकों के बलिदान को कमतर नहीं आंकने की बात कही है.
बी वाई विजयेंद्र ने कहा कि आपकी पार्टी का ट्रैक रिकॉर्ड इसके बिल्कुल उल्टा है. घातक 7/11 मुंबई ट्रेन विस्फोटों से लेकर अनगिनत सीमा पार हमलों तक बार-बार उकसावे के बाद भी, आपकी यूपीए सरकार ने ताकत के बजाय चुप्पी और कार्रवाई के बजाय तुष्टिकरण को चुना. देश याद करता है. उन्होंने कहा कि हमारे बहादुर बलों द्वारा की गई कोई भी कार्रवाई कभी भी छुटपुट नहीं होती. प्रत्येक मिशन राष्ट्रीय सम्मान और हमारे शहीदों के खून का भार वहन करता है. हमारे सैनिकों के बलिदान को कम मत समझिए.
खरगे ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी 17 अप्रैल को कश्मीर का दौरा करने वाले थे, लेकिन खुफिया एजेंसियों ने उन्हें वहां दौरा न करने की सलाह दी. बड़े पैमाने पर हिंसा की चेतावनी मिलने पर उन्होंने यात्रा को चुपचाप रद्द कर दिया गया. मैं पूछता हूं, क्या आपको इसकी जानकारी थी या नहीं? और अगर थी, तो आपने जनता को क्यों नहीं बताया? अगर लोगों को चेतावनी दी गई होती, तो 26 निर्दोष लोगों की जान बचाई जा सकती थी. उन्होंने कहा कि अब, इन छुटपुट युद्धों (छोटे युद्धों) में जो यहां-वहां हुए हैं, पाकिस्तान सभी स्तरों पर भारत को कमतर आंक रहा है, खासकर चीन के मौन समर्थन की वजह से भी वो ऐसा कर रहा है.
परेशन सिंदूर के बाद भारत की स्थिति से अवगत कराने के लिए विदेश में बहुदलीय प्रतिनिधिमंडल भेजने के सरकार के फैसले पर टिप्पणी करते हुए खरगे ने कहा कि प्रधानमंत्री ने घोषणा की कि एक प्रतिनिधिमंडल भेजा जाएगा, लेकिन उन्होंने हमसे सलाह नहीं ली. फिर भी, हमने राष्ट्रीय हित में इसका विरोध नहीं किया. उन्होंने कहा कि हमारे प्रतिनिधि अब इन देशों का दौरा कर रहे हैं. हमारी प्राथमिकता देश की रक्षा करना है, राजनीतिक लाभ हासिल करना नहीं.

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