केरल स्थानीय चुनावों में UDF की लहर, BJP की जीत पर कांग्रेस का तंज

कांग्रेस नेता ने कहा कि किसी भी तरह का फर्जी प्रचार प्रसार दिन के उजाले जैसी इस स्पष्ट वास्तविकता को छिपा नहीं सकता. यह UDF की जबरदस्त लहर है और यह 2026 के विधानसभा चुनाव में निर्णायक रूप से दोहराई जाएगी.

4पीएम न्यूज नेटवर्क: कांग्रेस नेता ने कहा कि किसी भी तरह का फर्जी प्रचार प्रसार दिन के उजाले जैसी इस स्पष्ट वास्तविकता को छिपा नहीं सकता. यह UDF की जबरदस्त लहर है और यह 2026 के विधानसभा चुनाव में निर्णायक रूप से दोहराई जाएगी.

केरल के स्थानीय निकाय चुनावों ने राज्य की राजनीति में साफ संदेश दे दिया है. कांग्रेस के नेतृत्व वाले UDF ने राज्यभर में जबरदस्त प्रदर्शन किया है. वहीं BJP के नेतृत्व वाले NDA ने भी राजधानी तिरुवनंतपुरम में जीत दर्ज कर सबको चौंका दिया. वहीं बीजेपी की इस जीत पर कांग्रेस ने तंज करते हुए जमकर निशाना साधा.

कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि BJP का केरल स्थानीय निकाय चुनावों में अच्छा प्रदर्शन वाला प्रचार असल में हास्यास्पद है. अंतिम परिणामों में, NDA के पास 0 जिला पंचायतें, 0 ब्लॉक पंचायतें हैं, केवल 2 नगरपालिकाओं पर कब्जा बना हुआ है, और वे एक निगम को ‘ब्रेकथ्रू’ बता रहे हैं.

केरल के लोगों का BJP से मोहभंग
वेणुगोपाल ने कहा कि इस चुनाव की कहानी यह है कि केरल के लोगों का BJP से जल्दी ही मोहभंग हो गया है. उन्होंने 2024 की त्रिसूर लोकसभा जीत को भी बड़ी जीत बताया था, और आज लोगों ने उसी निगम में UDF को भारी जीत दी है. साथ ही, 2024 लोकसभा चुनावों की तुलना में उनके वोट शेयर में 5% की गिरावट आई है.

उन्होंने कहा कि बढ़त की बात करें तो, उन्होंने पिछले चुनावों की तुलना में केवल 7 ग्राम पंचायतें हासिल की हैं (941 ग्राम पंचायतों में 19 से बढ़कर 26 हुए हैं). केरल ने जो फैसला दिया है वह स्पष्ट है. हर स्तर पर कांग्रेस के नेतृत्व वाली UDF को भारी जनादेश मिला है.

LDF को भी जनता ने किया खारिज
UDF ने 6 में से 4 निगम जीते (+3), 14 में से 7 जिला पंचायत जीते (+4), 86 में से 54 नगरपालिकाओं पर हावी रहे (+12), 79 ब्लॉक पंचायतों में बढ़त (+39), और ग्रामीण केरल पर 505 ग्राम पंचायतों में मज़बूत पकड़ (+164). इसके साथ ही साथ केरल की जनता ने LDF को भी पूरी तरह खारिज कर दिया.

NDA कैसे कर रही ‘ब्रेकथ्रू’ का दावा
239 ग्राम पंचायतों, 48 ब्लॉक पंचायतों, 14 नगरपालिकाओं, 4 जिला पंचायतों में तो पतन हुआ ही, निगमों में 5 से गिरकर मात्र 1 पर रह गए. चाहे केरल के शहर हों या गांव, लोगों ने एकजुट होकर LDF के विफल कामों के खिलाफ वोट दिया है. यहां तक कि तिरुवनंतपुरम में भी, जहां NDA ‘ब्रेकथ्रू’ का दावा कर रहा है, निगम के बाहर त्रिवेंद्रम के सभी हिस्सों के आंकड़े (0 जिला पंचायतें, 0 नगरपालिकाएं, 0 ब्लॉक पंचायतें – और केवल 6 ग्राम पंचायतें) पूरा सफाया दिखाते हैं.

कांग्रेस नेता ने कहा कि किसी भी तरह का फर्जी प्रचार प्रसार दिन के उजाले जैसी इस स्पष्ट वास्तविकता को छिपा नहीं सकता. यह UDF की जबरदस्त लहर है और यह 2026 के विधानसभा चुनाव में निर्णायक रूप से दोहराई जाएगी.

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