यूपी कांग्रेस परीक्षा के जरिए बनाएगी जिला प्रवक्ता व मीडिया कोआर्डिनेटर
लखनऊ मंडल की तारीखें घोषित
लखनऊ। यूपी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा कि अब उत्तर प्रदेश कांग्रेस अब बनें यूपी की आवाज अभियान के तहत जिला स्तर पर प्रवक्ता व मीडिया कोआर्डिनेटर चुनेगी। इन पदों पर नियुक्ति के लिए कांग्रेस लिखित परीक्षा भी लेगी। परीक्षा के लिए लखनऊ मंडल की तारीखों की घोषणा कर दी गई है। दूसरे मंडलों की तारीखों का ऐलान बाद में किया जाएगा। कांग्रेस मीडिया विभाग के चेयरमैन व पूर्व मंत्री नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने बताया कि इस अभियान के संयोजक प्रदेश प्रवक्ता डॉ. उमाशंकर पाण्डेय बनाये गए हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की राष्टï्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा बराबर अन्याय के खिलाफ संघर्ष कर रही हैं। उनके तेवर को देख प्रदेश के युवा कांग्रेस से जुड़ना चाहते हैं।
बनें यूपी की आवाज अभियान के जरिए अनुभवी कांग्रेसजनों के साथ-साथ युवाओं को प्रवक्ता और मीडिया कोआर्डिनेटर की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। योग्यता, क्षमता एवं जनसंपर्क उनके चयन का आधार होगा। इसके लिए जिला स्तर पर लिखित व मौखिक परीक्षा ली जाएगी। लखनऊ मंडल से इसकी शुरुआत की जाएगी। 15 नवंबर को उन्नाव में पहली परीक्षा व साक्षात्कार होगा। 16 नवंबर को लखनऊ, 17 को सीतापुर, 18 को हरदोई, 20 को रायबरेली और 21 नवंबर को लखीमपुर खीरी में परीक्षा होगी। जिले के प्रभारी सचिव, जिला एवं शहर अध्यक्ष व प्रदेश प्रवक्ता परीक्षाएं करवाएंगे। जो युवा कांग्रेस के सदस्य नहीं हैं, वे भी पार्टी का सदस्य बनकर इन परीक्षाओं में शामिल हो सकेंगे।
प्रियंका गांधी के लिए पूरी नहीं हो सकी कार्यालय की तलाश
लखनऊ। प्रयागराज में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के कार्यालय के लिए भवन की तलाश चार महीने में भी पूरी नहीं हो सकी है। जबकि चुनाव नजदीक आता जा रहा है। कांग्रेस पार्टी के सूत्रों के मुताबिक विधान सभा चुनाव के मद्देनजर महासचिव प्रियंका गांधी के लिए कार्यालय खोलने का निर्णय चार महीने पहले ही लिया गया था। महासचिव ने इसके लिए यहां के कई नेताओं को कार्यालय के लिए भवन की तलाश करने का निर्देश दिया था। कार्यालय के लिए मकान काफी बढ़ा होना चाहिए। जहां सुरक्षा में लगे जवानों के रहने का भी इंतजाम हो सके।
प्रियंका गांधी के स्वराज भवन में रुकने की बात भी कही जा रही है। जबकि राजनीतिक मूवमेंट का सारा काम उनके कार्यालय से संचालित होना है। वहां प्रियंका के कार्यालय से जुड़े जिम्मेदार पदाधिकारियों की टीम भी तैनात रहेगी। इसके लिए पार्टी की ओर से 20 हजार रुपए मासिक किराया देने की बात कही जा रही है। लेकिन अभी तक उनके कार्यालय के लिए मकान नहीं ढूंढा जा सका है। पार्टी के सूत्र बताते हैं कि दरअसल मकान तो कई देखे गए लेकिन कोई किराए पर मकान देने को तैयार नहीं है। उन्हें जैसे ही कार्यालय खोलने की बात बताई जा रही है, वैसे ही जवाब नहीं आ रहा है। इस वजह से मामला लटकता जा रहा है।