कोका कोला पीकर बच्चों को आ रही उल्टी-दस्त

कंपनी के खिलाफ लोगों ने की शिकायत, मैनेजमेंट ने झाड़ा पल्ला

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। गर्मियां आते ही कोल्ड ड्रिंक की बिक्री और उन्हें पीने वालों की संख्या काफी बढ़ जाती है। पर अगर ये ड्रिंक्स आपके स्वास्थ्य को हानि पहुंचाने लगे तब क्या होगा जाहिर है आप इससे दूर हो जाएंगे। यहां तक तो ठीक मगर आपको पता चले कि आपका सबसे पसंदीदा पेय ही आपके बच्चों को बीमार कर रहा है तो आप डर जाएंगे। ऐसा ही हुआ कोका कोला कंपनी की कोल्ड ड्रिंक्स के साथ। मामला कोका कोला को पीते ही उल्टियां करने की शिकायतों का है। देश के कई हिस्सों से ऐसी शिकायतें मिल रही हैं कि बच्चे कोका कोला पीकर बीमार पड़ रहे हैं।
कहीं-कहीं शिकायत हुई तो जांच भी हुई, जांच में कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। कोलड्रिंक्स में जिन पदार्थों की मात्रा का मानक निर्धारित है वे अधिक मात्रा में मिलाए गए थे। वे खतरनाक होतें है आप समझ सकते हैं कोल्ड ड्रिंक नहीं बल्कि जहर पी रहे हंै। ऐसा कई बार हुआ कि कोका कोला की ड्रिंक में कभी मरी छिपकली, तो कभी कोई अन्य जीव या कुछ ऐसा पदार्थ निकला है जो जहरीला था। उस कोल्ड ड्रिंक को पीने के बाद बच्चे बीमार पड़ गए और उन्हें उल्टियां आने लगीं, लेकिन कई दफा ऐसी शिकायतें आने के बाद भी कोका कोला ने अपनी कमियों पर ध्यान नहीं दिया… और कोल्ड ड्रिंक के नाम पर न जाने क्या क्या पिलाकर हमारी-आपकी जिंदगी से लगातार खतरे में डाला दिया।

सोशन मीडिया पर भी लोगों ने उठाया मामला

पिछले कुछ दिनों से ट्विटर समेत पूरे सोशल मीडिया पर कोका कोला को काफी ट्रोल किया जा रहा था, और इससे बचने की सलाह दी जा रही थी… ट्विटर पर #WakeUpCocaCola भी ट्रेंड किया था।

बाटलर के खिलाफ एसपी से शिकायत

इस मामले को लेकर अधिवक्ता शांतनु देवांश ने उन्नाव के एसपी को एक पत्र भी लिखा था। जिसमें उन्होंने उन्नाव के मखदूमपुर में स्थित बॉटलिंग प्लांट के मालिक लधानी ग्रुप, वृंदावन बॉटलर्स और उसके डायरेक्टर व प्रमोटर और कोका कोला इंडिया के प्रेसीडेंट और सीईओ संकेत रे और वाइस प्रेसीडेंट संदीप बजोरिया पर अपने ग्राहकों के साथ धोखाधड़ी करने, खराब और हानिकारक पेय पदार्थ बनाने और इस मामले में कोका कोला कंपनी द्वारा भी कोई ध्यान न दिए जाने पर इन सबके विरुद्ध सख्त से सख्त कानूनी कार्यवाही किए जाने की अपील की।

उन्नाव की बॉटलिंग प्लांट पर लगा आरोप

उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में मखदूमपुर में कोका कोला के स्वामित्व वाला एक बॉटलिंग प्लांट पर आरोप लगा है, अब इस प्लांट को लेकर ही कई लोगों ने शिकायत की है और ट्वीटर व पूरे सोशल मीडिया पर भी इसके विरुद्ध अभियान चलाया है। दरअसल, वहां के स्थानीय निवासी और आस पास के लोगों का ये कहना है कि इस प्लांट में कोको कोला द्वारा लोगों की सेहत से खेला जा रहा है, लोगों का कहना है कि यहां पर कंपनी द्वारा ड्रिंक में गलत और हानिकारक पदार्थों को मिलाया जा रहा है, लोगों का कहना है कि यहां पर अतिरिक्त मुनाफा कमाने के लिए बॉटलिंग प्लांट्स में कई ऐसे गलत व हानिकारक पदार्थ मिलाए जा रहे हैं जिससे लोगों की जिंदगी को खतरा हो सकता है। वहीं इस प्लांट के यहां पर स्थित होने से और हानिकारक व प्रदूषित तत्व फैलने से आस-पास की सोसाइटी और पर्यावरण को भी खतरा हो सकता है। ट्विटर पर प्तङ्खड्डद्मद्गश्चष्टशष्ड्डष्टशद्यड्ड को ट्रेंड करके लोगों द्वारा कोका कोला से इस पर ध्यान देने को कहा गया और इस प्लांट और इसके मालिक के खिलाफ कार्यवाही करने को भी कहा गया,ये हाल एक जगह का नहीं है बल्कि पूरी कोका कोला कंपनी का है। जो लोगों की जिंदगी के साथ खेल रही है, यानी कि जिस कोका कोला को लोग पूरे विश्वास के साथ पीते हैं। कोका कोला अपने ग्राहकों को धोखा दे रहा है ।

बॉटलिंग प्लांट में उत्पादन को अस्थाई रूप से किया बंद

इस बीच एक ओर जब पूरे देश में कोका कोला को लेकर विरोध किया जा रहा, और उस पर कार्यवाही की बात कही जा रही थी इस बीच कोका कोला कंपनी ने उन्नाव में स्थित अपने बॉटलिंग प्लांट में उत्पादन को अस्थाई रूप से बंद कर दिया। हालांकि, इसके पीछे भी कंपनी ने कोई और वजह बताई और अपने मिलावट करने और लोगों को हानिकारक पदार्थ मिलाकर कोल्ड ड्रिंक पिलाने की बात से इनकार किया। कंपनी ने स्पष्ट किया कि प्राप्त जानकारी कोका-कोला ब्रांड से संबंधित नहीं थी और बॉटलिंग प्लांट का स्वामित्व और संचालन एसएलएमजी बेवरेजेज द्वारा किया जाता था, जो एक स्वतंत्र फ्रेंचाइजी बॉटलर है। कोका-कोला ने अपने प्लांट को बंद करने के बाद अपनी सफाई में कहा कि उसने बॉटलर से सुविधा में उत्पादन बंद करने का अनुरोध किया, जबकि भारतीय और अंतर्राष्ट्रीय मान्यता प्राप्त प्रयोगशालाओं में व्यापक परीक्षण किया गया था। कंपनी ने सुनिश्चित किया कि स्वास्थ्य या सुरक्षा संबंधी कोई चिंता नहीं है और अपने मानकों के अनुपालन को सत्यापित करने के लिए सभी संयंत्र प्रक्रियाओं की समीक्षा की, रिपोर्ट पर प्रकाश डाला गया।

गुणवत्ता का रखते हैं पूरा ध्यान : एसएलएमजी समूह

वहीं मामले के तूल पकडऩे के बाद एसएलएमजी समूह के अध्यक्ष एसएन लधानी ने पुष्टि की कि कंपनी कोका-कोला-प्रमाणित और अधिकृत आपूर्तिकर्ताओं से विशेष रूप से सभी सामग्री प्राप्त करती है। उन्होंने कहा कि कोका-कोला ने मार्केट ऑडिट और कंज्यूमर हेल्पलाइन के माध्यम से मार्केटप्लेस में उत्पाद की गुणवत्ता की निगरानी के लिए कठोर प्रणाली लागू की है, जिससे पेय उत्पादन में अनधिकृत और गैर-अनुमोदित सामग्री के उपयोग की अत्यधिक संभावना नहीं है।

यूपी की महिला आयोग की पूर्व सदस्य ने शेयर किया वीडियो

हाल ही में समाजवादी पार्टी की पूर्व राष्ट्रीय प्रवक्ता, यूपी के महिला आयोग की पूर्व सदस्य और पत्रकार रोली तिवारी मिश्रा ने भी ट्विटर पर कुछ फोटोज और वीडियोज शेयर कर कोका कोला पर हमला बोलते हुए लिखा था कि क्या आप हमें ज़हर बेच रहे हैं ? मेरी बेटी उल्टियाँ कर रही है, आज मेरी बेटी ने जब कोका कोला पिया तो उसके गले में कुछ अटका, दूसरी बार में उसने पिया तो वाशबेसिन में उल्टी की तो कुछ अजीब सा निकाला, बोतल छानने पर ये अजीब सी चीज निकली है, ये कोक मैंने रिलायंस स्मार्ट बाज़ार से ली है.. क्या ये छिपकली या किस छोटे जीव की खाल है ?

चंद्रशेखर राव से मिले अरविंद केजरीवाल

केंद्र के अध्यादेश के खिलाफ समर्थन जुटा रहे दिल्ली के सीएम

 4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
हैदराबाद। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज (27 मई) को तेलंगाना के सीएम के चंद्रशेखर राव से हैदराबाद में मुलाकात की। केजरीवाल के साथ आम आदमी नीत पार्टी के पंजाब सरकार के सीएम भगवंत मान और दिल्ली की शिक्षा मंत्री आतिशी भी थीं। उन्होंने सीएम आवास प्रगति भवन में उनसे मुलाकात की।
सीएम अरविंद केजरीवाल और उनकी टीम राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सेवाओं के नियंत्रण से संबंधित केंद्र के अध्यादेश का विरोध करने के लिए भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) का समर्थन मांगने के लिए पहुंची हुई है। आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक केजरीवाल अध्यादेश के खिलाफ समर्थन हासिल करने के लिए गैर-बीजेपी शासित दलों के नेताओं से संपर्क कर रहे हैं ताकि इस बारे में संसद में विधेयक लाए जाने पर केंद्र सरकार की कोशिश विफल हो जाए. केजरीवाल ने शुक्रवार को ट्वीट किया था, सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के खिलाफ बीजेपी नीत सरकार असंवैधानिक और अलोकतांत्रिक अध्यादेश लेकर आई है।

मिड डे मील में मिला सांप,100 से अधिक बच्चों ने खाया खाना

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
अररिया। बिहार के अररिया जिले में बच्चों के मध्याह्न भोजन में सांप मिलने के बाद हडक़ंप मच गया। बताया जा रहा है कि 100 से अधिक बच्चे खाना खा चुके थे। मामला जोगबनी नगर परिषद के अमौना माध्यमिक विद्यालय का है।
मिड डे मील में सांप मिलने की जानकारी मिलते ही स्कूल में हंगामा मच गया। सैंकड़ों की संख्या में बच्चों के परिजन स्कूल पहुंच गए। आनन-फानन में सभी बच्चों को इलाज के लिए अनुमंडल अस्पताल फोरबिशगंज में भर्ती कराया गया है।

स्कूल प्रबंधन से लोग नाराज

बताया जा रहा है कि एनजीओ के द्वारा स्कूल के बच्चों को खाना परोसा गया था। घटनास्थल पर एसडीओ और डीएसपी आ चुके हैं। वहीं, लोगों की काफी भीड़ जुट गई है। बच्चों के खाने में स्कूल प्रबंधन पर घोर लापरवाही से परिजनों में आक्रोश है।

एगरा ब्लास्ट पीडि़तों से ममता ने माफी माफी, दी होमगार्ड की नौकरी

१११ 4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को पूर्व मेदिनीपुर जिले के खादिकुल गांव का दौरा किया। पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट के 11 दिन बाद 12 लोगों की मौत हो गयी थी।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि एगरा में पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट में मृतकों के परिजनों को 2.5 लाख रुपए की सहायता राशि और परिवार के एक सदस्य को होमगार्ड की नौकरी दी जाएगी। इसका नियुक्ति पत्र में साथ लेकर आई हूं। उन्होंने लोगों से माफी भी मांगी।
इसके साथ ही बिजली गिरने से हुई मौत पर मृतक के परिजनों को 2 लाख रुपए की सहायता राशि प्रदान की जाएगी। राज्य के मुख्य सचिव एच के द्विवेदी के साथ बनर्जी का विस्फोट में मारे गए लोगों के परिवार के सदस्यों से मिलीं। घायलों को एक लाख रुपये का मुआवजा चेक सौंपने की संभावना है।

9 लोग हुए हैं गिरफ्तार

विस्फोट में कथित संलिप्तता के लिए अब तक नौ लोगों को गिरफ्तार किया गया है। मुख्य आरोपी की तीन दिन बाद ओडिशा के कटक के एक अस्पताल में मौत हो गई, जहां से वह घटना के तुरंत बाद अपने परिवार के साथ भाग गया।

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